Success Mantra : कैसे दें असफलताओं को मात

कहा जाता है.. ज़रूरी नहीं कि ज़िंदगी में सब कुछ हमारी मर्ज़ी के मुताबिक़ हो। लेकिन जब सब कुछ वाक़ई हमारी मर्ज़ी के मुताबिक़ न हो या असफलताओं और निराशाओं की बेड़ियों ने हमे कसकर जकड़ लिया हो तो ऐसे में क्या किया जाना चाहिए?

आइये! असफलताओं से लड़ने के कुछ प्रमुख हथियारों से रू-ब-रू होते हैं।

1. आत्म-संयम बनाए रखना!

दुनिया के तमाम मुश्किल कामों में से एक काम है अपने आप को टूटता देखते हुए भी संभले रहना। ये बड़ी हिम्मत का काम है और ये हर इंसान नहीं कर पाता। लेकिन जो इंसान ऐसा करने में सफल हो जाता है उसके लिए कभी कोई रास्ता बंद ही नहीं होता। अपने सब्र और अपनी मेहनत के दम पर वो हर दीवार लांघ जाता है, चाहे वो दीवार कितनी ही ऊंची क्यों न हो। एक सफल आदमी बनने के लिए आत्म-संयम और आत्म-विश्वास ये दोनों बेहद महत्वपूर्ण विषय हैं।

2. सकारात्मक सोचना!

ये विज्ञान द्वारा सत्यापित है कि हम जैसा सोचते हैं उसका बहुत हद तक असर हमारी बाहरी दुनिया पर भी पड़ता है। इसलिए हमेशा अच्छा सोचना चाहिए ताकि बाहरी दुनिया में भी सब कुछ अच्छा रहे। अगर हमारी सोच ही सकारात्मक नहीं रहेगी तो हमें परिणाम भी सकारात्मक नहीं मिल सकेगा। दोस्तो! सकारात्मक सोच रखने से चमत्कारिक बदलाव देखने को मिल जाते हैं। कितने ही सफल व्यक्तियों की सफलता के पीछे उनकी सकारात्मक सोच का बहुत बड़ा हाथ रहा है।

3. हमेशा सजग रहना!

बड़े बुज़ुर्गों ने बताया है कि ऊपरवाला जब एक दरवाज़ा बंद करता है तो दस खिड़कियाँ खोल देता है। आपको बस सजग रहकर वो खिड़कियाँ तलाश करनी होती है जहाँ से आप बाहर निकल सकते हैं। दोस्तो! जो सजग रहते हैं वही ये खिड़कियाँ तलाश कर पाते हैं वरना बाक़ी लोग तो दरवाज़ा बंद हो जाने का ग़म मनाने में ही एक उम्र ख़र्च कर देते हैं।

4. अच्छी प्लानिंग!

हमें किसी काम को Physically करने से पहले उसे Mentally करना चाहिए और किसी काम को Mentally करने की प्रक्रिया ही प्लानिंग कही जाती है। हमें बैठकर गहन विचार विमर्श कर के सबसे पहले तो अपने काम की प्लानिंग करनी चाहिए। इस दौरान उस काम से होने वाले प्रभाव और दुष्प्रभाव दोनों पर विचार करना चाहिए। ज़रूरत महसूस हो तो किसी अपने की सहायता भी लेनी चाहिए। दोस्तो! प्लान करके काम करने वाले लोग अक्सर सफलता के नये आयाम गढ़ते हुए दिख जाते हैं। इसलिए किसी काम को करने से पहले एक फूल-प्रूफ प्लान ज़रूर बनाएं।

5. Ability to take Quick Actions!

ये एक बेहद महत्वपूर्ण पहलू है जिसे आप सजग रहने का अगला पायदान भी कह सकते हैं। Quick Action अमूमन लोगों में कम देखने को मिलता है। लोग रास्ता ढूंढ तो लेते हैं लेकिन उस पर चलने के पहले सौ तरह के सवालात में उलझ जाते हैं जिससे बहुत देर हो जाती है। दोस्तो! आप को अपने दिमाग़ को इस तरह से विकसित करना होगा कि आप जल्द से जल्द फैसले करें और आपके फैसले ग़लत भी न हों। वो कहते हैं ना कि बाद में मलाल करने से बेहतर है पहले खयाल करना इसलिए समय रहते खयाल कर लेना बहुत ज़रूरी है।

6. छोटे-छोटे लक्ष्य बनाना!

हमें हमेशा शुरुआत छोटे से करना चाहिए। भले हमारी मंज़िल बहुत बड़ी हो लेकिन शुरू में हमें छोटे-छोटे क़दम ही बढ़ाने चाहिए। बहुत तेज़ी से ऊपर जाने वाले अक्सर बहुत तेज़ी से नीचे भी आ जाया करते हैं और जो लम्बी रेस के घोड़े होते हैं वो हमेशा आराम से दौड़ लगाते हैं। हमें छलांग लगाने से पहले अपने आपको छलांग लगाने के काबिल बना लेना चाहिए। जल्दबाज़ी तो बिल्कुल भी नहीं करनी चाहिए वरना हमारी एक ग़लती से हमारी सारी मेहनत ज़ाया हो सकती है।

7. हर दिन कुछ नया सीखना!

दोस्तो! इंसान को हर दिन कुछ न कुछ नया सीखने को मिलता रहता है जिसे हम अनुभव या तजुर्बा का नाम देते हैं। रोज़ कुछ न कुछ सीखते रहने वाला इंसान जीवन में कभी हारता नहीं। या तो वो जीतता है या फिर नये अनुभव का सामना करता है। किसी काम में मिली असफलता को जब कोई इंसान एक अनुभव की तरह लेता है तो वो इंसान के तौर पर भी बेहतर बनता है और भविष्य में उन अनुभवों का लाभ भी उठा पाता है।

8. कमियों पर चिंतन!

इस दुनिया में परफेक्ट तो कोई भी नहीं है। हर किसी में कोई न कोई कमी तो ज़रूर है। हमें उन कमियों पर चिंतन करना है और जिस हद तक मुमकिन हो उन कमियों को दूर करने की कोशिश भी। याद रहे, जो शख़्स अपनी कमियों को ढूंढ कर उन्हें दूर करने के तरीक़े पर चिंतन करके उन्हें दूर कर लेता है वो परफेक्ट तो नहीं लेकिन परफेक्शन के बिलकुल क़रीब तो यक़ीनन आ खड़ा हो जाता है।

9. पुरानी गलतियों से सबक़ लेना!

किसी रास्ते पर लगातार चलते रहने का बड़ा फायदा ये है कि आप उस रास्ते को अच्छी तरह समझ जाते हैं। आपको पता चल जाता है कि उस रास्ते पर कहाँ और कितना पत्थर है। पहली या दूसरी बार में तो आपको ठोकर लगी होगी लेकिन तीसरी बार में आप उस ठोकर से बच जाते हैं क्योंकि आपको उस पत्थर के बारे में पहले से ही पता होता है। आपने अपनी पुरानी गलतियों से सबक़ ले लिया है और इस बार आपने अपने आपको ठोकर लगने से बचा लिया है। सफल होने के लिए अपनी पुरानी गलतियों से सबक़ लेना बहुत जरूरी है।

10. अच्छी सोहबत में रहना!

हमारी सोहबत हमारे जीवन-शैली पर ख़ास छाप छोड़ती है इसलिए ज़िंदगी में अच्छी सोहबत का होना एक अलग मायने रखने वाली बात है। जी हाँ दोस्तो! हमारे दोस्त यार ऐसे होने चाहिए जिनके साथ बैठकर बातें करने से हमारे विचार खुलें, हम ज़हनी तौर पर अमीर बनें, ना कि हमारी सोच एक दायरे तक सिमट के रह जाए। संकीर्ण मानसिकता या छोटी सोच वालों की सोहबत करना हानिकारक है जिसके दुष्प्रभाव हमें भविष्य में झेलना पड़ सकते हैं।

11. Never Give Up!

जो लोग बड़े होते हैं उनका अपना एक अंदाज़ होता है जो उन्हें दूसरों से अलग करता है। बड़ा बनने के लिए अपने अंदर एक अंदाज़ पैदा करना भी बहुत ज़रूरी है। अब सवाल ये है कि ये अंदाज़ पैदा कैसे हो? दोस्तो! कभी हार न मानने वाला अंदाज़ सबसे जुदा और अलहदा अंदाज़ है जो एक इंसान अपना सकता है। आप भी अपने अंदर Never Give Up वाला अंदाज़ पैदा कीजिए फिर देखिये, सब कुछ कैसे आसान हो जाएगा।

12. हमेशा मुस्कुराते रहना!

हमारी आधी समस्याएँ तो हमारे चेहरे की मुस्कान भर से दूर हो जाती हैं। बहादुर इंसान मुश्किल परिस्थिति में भी अपना धैर्य नहीं खोते बल्कि मुस्कुराते हुए उस परिस्थिति का सामना करते हैं। अगर आप मुश्किल समय में भी मुस्कुरा सकते हैं तो आप निश्चय ही उस परिस्थिति का डटकर सामना भी कर सकते हैं और उस परिस्थिति से लड़ते हुए जीत भी हासिल कर सकते हैं।

आख़िरश..

दोस्तो! ज़िंदगी और कुछ नहीं एक प्रक्रिया है और सफलता या असफलता इसके परिणाम। हमें परिणाम की फ़िक्र भूल कर बस इस प्रक्रिया में लगे रहना है क्योंकि परिणाम हमारे हाथ में नहीं है लेकिन प्रक्रिया ज़रूर है। बस तो फिर क्या..  इसी प्रक्रिया में लगे रहिए और जिगर मुरादाबादी साहब का ये शेर पढ़ते रहिए..

 

"हमको मिटा सके ये ज़माने में दम नहीं

हमसे ज़माना ख़ुद है ज़माने से हम नहीं"

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