थोड़ा सा हंसने से शरीर को होंगे बहुत सारे फायदे, जानें इनके बारे में
जरा सोचिए कि हंसने से आपका जीवन कितना खूबसूरत हो सकता है। हंसी को सबसे बढिय़ा दवा माना गया है, फिर भी हम जिंदगी की आपाधापी में हंसना भूल जाते हैं।
थोड़ा सा हंसने से शरीर को होंगे बहुत सारे फायदे, जानें इनके बारे में
एक स्माइल आपकी फोटो में चार चांद लगा देती है, तो जरा सोचिए कि हंसने से आपका जीवन कितना खूबसूरत हो सकता है। हंसी को सबसे बढिय़ा दवा माना गया है, फिर भी हम जिंदगी की आपाधापी में हंसना भूल जाते हैं।
जर्मन वैज्ञानिकों द्वारा की गई रिसर्च के मुताबिक गुस्सा निकालना भी जरूरी होता है क्योंकि इससे कई जानलेवा बीमारियों का खतरा कम हो सकता है। गुस्से को दबा लेने या मन ही मन घुटने वाले लोगों में स्ट्रेस हॉर्मोन कॉर्टीसोल का स्तर बढ़ जाता है और उन्हें हार्ट अटैक, कैंसर, हाई ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियां होने का खतरा 37 प्रतिशत तक बढ़ सकता है, इसलिए अपने गुस्से को इस तरह निकाल दें।
शेयर करें: किसी व्यक्ति से नाराज हैं व इसे उसके समक्ष व्यक्त करना आपको भारी पड़ सकता है, तो किसी मित्र या साथी से शेयर करें।
स्पष्ट कहें: अगर किसी व्यक्ति की बात बुरी लगे तो उसे स्पष्ट कह दें कि मैं आपकी अमुक बात से नाराज हूं। अपनी बात तर्कपूर्ण तरीके से रखें और अच्छे शब्दों का प्रयोग करें।
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हसने के पाच फायदे
1) हंसने से हद्रय की एक्सरसाइज हो जाती है। रक्त का संचार अच्छीतरह होता है। हँसने पर शरीर से एंडोर्फिन रसायन निकलता है, ये द्रव्य ह्रदय को मजबूत बनाता है। हँसने से हार्ट-अटैक की संभावना कम हो जाती है।
2) एक रिसर्च के अनुसार ऑक्सीजन की उपस्थिती में कैंसर कोशिका और कई प्रकार के हानिकारक बैक्टीरिया एवं वायरस नष्ट हो जाते हैं। ऑक्सीजन हमें हँसने से अधिक मात्रा में मिलती है और शरीर का प्रतिरक्षातंत्र भी मजबूत हो जाता है।
3) य़दि सुबह के समय हास्य ध्यान योग किया जाए तो दिन भर प्रसन्नता रहती है। यदि रात में ये योग किया जाये तो नींद अच्छी आती है। हास्य योग से हमारे शरीर में कई प्रकार के हारमोंस का स्राव होता है, जिससे मधुमेह, पीठ-दर्द एवं तनाव से पीङित व्यक्तियों को लाभ होता है।
4) हँसने से सकारत्मक ऊर्जा भी बढती है, खुशहाल सुबह से ऑफिस का माहौल भी खुशनुमा होता है। तो दोस्तों, क्यों न हम सब दो चार चुटकुले पढ कर या सुनकर अपने दिन की शुरुवात जोरदार हँसी के साथ करें।
5) रोज एक घंटा हँसने से 400 कैलोरी ऊर्जा की खपत होती है, जिससे मोटापा भी काबू में रहता है। आज कल कई हास्य क्लब भी तनाव भरी जिंदगी को हँसी के माध्यम से दूर करने का कार्य कर रहे हैं।
दोस्तों प्रकृति भी हमें संदेश देती है- बारिश के बाद खिली धूप, खिला हुआ फूल, लहलहाते हरे भरे पेङ अपनी खुशी का एहसास दिलाते हैं। उनकी इसी खुशी को देख कर हम सब का मन भी खुश होता है, उसी तरह जब हम सब खुश एवं स्वस्थ रहेंगे तो अपने आसपास का वातावरण भी खुशनुमा बना सकते हैं। कहते हैं—“Health is above wealth”.
सोचिये अगर जरा सी मुस्कान से फोटो अच्छी आ सकती है तो खुलकर हँसने से जिंदगी की तस्वीर कितनी खूबसूरत हो सकती है। मित्रों जब स्वास्थ और सामाजिक क्षेत्र में हँसी के अनगिनत फायदें हैं, तो हँसना तो लाजमी है।
तनाव को करें फुर्र -
तनाव, दर्द और झगड़े आदि को खत्म करने की शक्ति हंसी से ज्यादा किसी में नहीं है। आपके दिमाग और शरीर को कंट्रोल करने का जो काम हंसी कर सकती है, वह दुनिया की कोई दवा नहीं कर सकती। विशेषज्ञों के अनुसार हंसना इसलिए भी जरूरी है क्योंकि इससे आप सामाजिक बने रहते हैं और लोगों के साथ जुड़े रहने पर आपको तनाव या अवसाद जैसी समस्या नहीं सताती हैं।
सकारात्मक ऊर्जा: हंसी मजाक से आप अपने दिल व दिमाग के बोझ को कम करते हैं। खुश रहने से आपके भीतर सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और आप इसे अपने इर्द-गिर्द भी फैलाते हैं। आप जो काम करते हैं, उस पर अच्छे से फोकस कर पाते हैं। हंसने से आपकी बॉडी रिलेक्स होती है। कुछ देर तक खुलकर हंसने से मांसपेशियां कम से कम 45 मिनट तक रिलेक्स महसूस करती हैं। इसके अलावा आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है।
झुर्रियां नहीं सताएंगी-
जो लोग अधिक हंसते हैं वे लंबे समय तक युवा दिखते हैं। हंसने से चेहरे की मांसपेशियों की एक्सरसाइज होती है, जिससे चेहरे पर जल्दी झुर्रियां नहीं पड़तीं। हंसने से दिल तक पहुंचने वाली धमनियों में खून का प्रवाह सुचारू रूप से होता है, जिससे हृदय रोगों की समस्या नहीं होती।
झूठी हंसी भी काम की-
झूठी हंसी भी आपकी सेहत के लिए काफी फायदेमंद हैं। कई शोधों में साबित हुआ है कि नकली हंसी में भी आपकी कई मसल्स काम करती हैं और रिलेक्स महसूस करती हैं। साथ ही हंसने से शरीर में प्लेजर हार्मोंस का स्राव होता है, जिससे व्यक्ति का मूड ठीक रहता है।
फिटनेस भी मुस्कुराएगी-
खुश रहने से आप ज्यादा फिट व हैल्दी रह सकते हैं। जो लोग जिंदगी को खुलकर जीते हैं, वे बुढ़ापे में तेजी से चलते हैं और ज्यादा एक्टिव रहते हैं। साथ ही खुश रहने वाले बुजुर्ग लोगों को बिस्तर से उठने में, कपड़े पहनने में या नहाने में कोई दिक्कत नहीं होती।
दर्द में भी राहत-
कई शोधों में यह पाया गया है कि स्पोंडेलाइटिस या कमर के दर्द जैसे असहनीय दर्द में आराम के लिए हंसना एक प्रभावी विकल्प है। डॉक्टर लाफिंग थैरेपी की मदद से इन रोगियों को आराम पहुंचाने का प्रयास करते हैं।
मजबूत शरीर
इम्युनिटी पावर बढ़ती है
स्ट्रेस हार्मांस कम होते हैं
दर्द से छुटकारा मिलता है
मसल्स रिलेक्स होती हैं
हृदय रोग दूर रहते हैं
दिमाग भी तेज-
टेंशन और डर दूर होता है
मूड अच्छा रहता है
हंसने के ढूंढें बहाने
कॉमेडी फिल्म-टीवी शो देखें
कॉमेडी क्लब जॉइन करें
अच्छी किताबें पढ़ें
दोस्तों के साथ वक्तबिताएं
लाफ्टर योगा क्लास लें
बच्चों के साथ मस्ती करें
अपनी मर्जी की एक्टिविटी के लिए समय निकालें
ओर
शरीर को स्वस्थ रखने के लिए जरूरी नहीं कि हम हमेशा डॉक्टरों के चक्कर लगाएं। प्रकृति ने हमें ढेरों ऐसी नियामतें बख्शी हैं, जिन्हें अपनाकर हम स्वस्थ रह सकते हैं। जानते हैं ऐसे इनके बारे में-
इन तरीकों से मिलेगी सकारात्मक ऊर्जा, जानें ये खास टिप्स
शरीर को स्वस्थ रखने के लिए जरूरी नहीं कि हम हमेशा डॉक्टरों के चक्कर लगाएं। प्रकृति ने हमें ढेरों ऐसी नियामतें बख्शी हैं, जिन्हें अपनाकर हम स्वस्थ रह सकते हैं। जानते हैं ऐसे इनके बारे में-
सूर्योदय में ऊर्जा का भंडार-
रोजाना सुबह उगते सूर्य से नजर मिलाइए। फिर थोड़ी देर आंखें बंद कर लाल सूर्य का ध्यान कीजिए। आपके भीतर सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा।
अच्छी बातें याद करें-
जीवन में सैकड़ों लोग ऐसे आते हैं जो हमें ऊर्जा देते हैं और हमारे भीतर सकारात्मक ऊर्जा भर देते हैं। कई घटनाएं भी ऐसी होती हैं, जिन्हें महसूस कर लगता है, वे बार बार हों। उन्हें सोचने से ही मन खुश हो जाता है।
प्रकृति के सान्निध्य में रहें-
पार्क आदि में टहलने के लिए जाएं। घर में खाली जगह हो तो वहां बागवानी करें, इससे आपकी एक्सरसाइज होगी और आप फिट बने रहेंगे।
परिदों को देखिए-
आकाश में उड़ते परिंदों को निहारिए। आकाश में उडऩा उनकी खुशियों का प्रतीक है। इन उड़ते परिंदों का संघर्षशील जीवन हमें सारी चिंताओं को किनारे कर निश्ंिचत होकर आगे बढऩे के लिए प्रोत्साहित करता है।
प्रेरणा देने वाली किताबें पढ़ें-
कभी-कभी हम बहुत अवसाद में चले जाते हैं। हमारा उत्साह गिर जाता है। कुछ भी करने का मन नहीं करता। ऐसे में किसी लाइब्रेरी से किताब लाकर या बाजार से खरीदकर कोई बढिय़ा किताब पढि़ए। आप पाएंगे कि आपके भीतर की निराशा किताब के पन्नों को पलटने के साथ-साथ ही कम होती चली गई।
By- चेतक शेंडे
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