ँशीर्ष बेहतरीन विचार जो आपके दुनिया को देखने के तरीके को बदल देंगे ।

अपके हमारे जीवन मे कभी ना कभी ऐसे पल जरूर आते है । जब हम लोग नकारात्मक भावनाओं से अधिर हो जाते है , यानि हमारे भीतर नकारात्मक भाव हावी हो जाते है और हमारा दिम़ाग मे न जाने कैसे - कैसे नकारात्मक विचारों को उत्पन्न करना शुरू कर देता है । हमारे भीतर आत्मविश्वास की कमी हो जाती है ।

ऐसे वक्त मे हमारे कुछ ऐसा होना चाहिए जो कि जो हमारा आत्मविश्वास बढाने के साथ - साथ , हमारी बौद्धिक क्षमता का भी विकास कर सके।

इसलिये समय - समय पर ऐसे दार्शनिकों ने इस पृथ्वी पर जन्म लिया है जिन्होंने अपने विचारों कि ताकत से पूरी दुनिया मे अपनी प्रभाव उत्पन्न किया तथा साथ ही उनके विचारों ने समाज को बदलने का बेहतरीन काम भी किया है ।

ठीक इसी तरह ही इस पृथ्वी पर हम सब लोगों को अपने जीवन मे अरबों विचार आते है । जो हमारे भौतिक और मानसिक परिवेश से प्रेरित होते है और आपके यही विचार आपको दुनिया के सामने एक अलग तरह का इंसान पेश करते है । आपके यह विचार ही आपके दुनिया को देखने का नजरिया भी बताते है इसलिए अपने विचारों को महत्व दिजिये और उन्हें दुनिया के सामने प्रकट किजिये ।

आप को इस लेख मे पढ़ने को मिलेंगे कुछ ऐसे विचार जो शायद आपने कभी ना सुने हो और हमे पुरा यकीन है । हमारे ये विचार आपकी प्रभावित भी करेंगे । हम सब विचारों से सहमत होना और असहमत होना यह एक प्रकृतिक नियम है , जो हमेशा चलता रहेगा ।

तो आइये पढते है हमारे कुछ विचार , जो हमने लिखे अपने भौतिक और मानसिक अनुभवों के आधार पर ।

विचार :- (1) जब किसी देश कि जनता अपनी मूलभूत जरूरतों को छोड़कर सरकार कि जरूरतों के अनुसार सोचना शुरू कर दे तो यह मान लिया जाना चाहिए कि अब देश का पतन शुरू हो गया है ।

(2) सफलता कुछ भी नहीं है केवल और केवल जीवन के साथ किया गया एक सफल प्रयोग है ।

(3) कोई भी चीज कभी भी 100% सही और 100% गलत नहीं हो सकती ।

(4) जीवन के सबसे बेहतरीन अनुभव केवल प्रकृति कि गोद मे ही लिये जा सकते है ।

(5) मेरे अनुसार इस दुनिया कि सबसे खूबसूरत और बदसूरत चीज अगर कोई है तो वह केवल और केवल " शब्द " है ।

(6) प्रेम वह ताकत है जो इसांन को इसांन बनाये रखती है ।

(7) " समाज " वह है , जिसमें आप - अपने - आप को हमेशा टूटा हुआ पाते है ।

(8) कोई भी चीज छोटी या बडी नही होती है बस यह तो हमारे देखने भर का नतीजा है ।

(9) इस Universe मे वह सब है जो कभी मनुष्य कि कल्पना मे था , कल्पनाओं मे है और भविष्य मे मनुष्य कि कल्पनाओं मे होने वाला है ।

(10) वह दिन दूर नहीं है जब इसांन , इसांन के लिये भगवान होगा ।

(11) इस दुनिया मे तब तक शान्ति नहीं हो सकती जब तक इसांन , इसांन का दुश्मन है ।

(12) यह Universe ,

भगवान का एक खेल है जिसे इसांन का दिमाग शायद कभी नहीं समझ सकती है ।

(13) मानव एक विकसित हो रही प्रजाति है और इस Universe मे मानव की तरह ही अल्पविकसित और अतिविकसित प्रजातियां भी है और यह Sequence ऐसे ही हमेशा चलता रहेगा ।

(14) वह चीज जिसे इसांन हमेशा टूटने से बचाता है वह है उसकी " विचारधारा "

(15) मेरा मानना है " इस दुनिया का सबसे बेहतरीन वक्त पढने मे गुजरता है "

(16) मेरा मानना है " अच्छी किताबें पढने से आप के अंदर विश्वास का निर्माण होता है , विश्वास के निर्माण से आप का निर्माण होता है और आप के निर्माण से , कायों का निर्माण होता है और इन्ही कायों के निर्माण से आपकी सफलता का निर्माण होता है "

(17) आप कि जीत तब तक नही हो सकती जब तक आप हारने वाले से कुछ सीख ना ले ।

(18) जिस घर मे बुजुर्गों कि इज्ज़त नही , उस घर कि भी कही इज्ज़त नही ।

(19) बुजुर्ग , जडों कि तरह होते है जिनकी मजबूती के सहारे परिवार का पेड़ खिलता है ।

(20) नशा कोई खराब चीज नही है बस यह तो कारकों पर निर्भर करता है ।

(21) सबसे बेहतर नशा प्रेम का है ।

(22) समाज के निमय दौलत पर निर्भर करते है ।

(23) " स्त्री " भगवान है ।

(24) आपका जीवन एक फिल्म की तरह होता है जिसमें आप अकेले ही अलग - अलग तरह के किरदार निभाते चले जाते है ।

(25) भूतकाल ( Past ) ही भविष्य काल ( Future ) की भविष्यवाणी करता है ।

(26) मेरा मानना है " एक Married couple को तब तक बच्चे पैदा करने का विचार नहीं करना चाहिए , जबतक वह उसे एक बेहतर जीवन देने कि परिस्थिति ना हो "

(27) भीड़ बच्चों की नही , संस्कारों की होनी चाहिए ।

(28) आपके साथ अच्छा हो या बुरा अगर आप को ऐसा होने का कारण जानना है तो अपने भूतकाल को टटोलिये ।

(29) विकास कभी भी " पूर्ण " नहीं हो सकता , यह हमेशा विकासशील ही रहेगा ।

(30) इतिहास अच्छा हो या बुरा उस पर सवाल उठाने की जगह , उससे सीखा जाना चाहिए ।

(31) सफलता की कोई तय परिभाषा नही है यह तो समय और जगह के हिसाब से बदलती रहती है ।

(32) मेरे अनुसार इंसान की बहुत सारी गलतियों मे से एक बड़ी गलती " धर्म " है ।

(33) मेरा मानना है

" जो व्यक्ति दूरगामी नहीं होता है वह अपने आप को केवल धोखा दे रहा है कयोंकि आपके जीवन का हर दिन एक दांव की तरह है जो खुद दूरगामी परिणामों पर निर्भर है "

(34) राजनीति मे धर्म का कोई काम नहीं और धर्म मे राजनीति का...

(35) जब आपका मन किसी के लिये लिए डरना शुरू कर दे , तो यह मान लिया जाना चाहिए की आपको उससे प्रेम हो गया है ।

(36) अभी भी बहुत कुछ खोजा जाना बाकी है ।

(37) मेरा मानना है...

" हर व्यक्ति सबसे बड़ी वह सबसे पहली प्राथमिकता , एक अच्छा इंसान बनने की होनी चाहिए "

(38) यह दुनिया कितनी भी बदल कयों न जाये पर प्रेम की प्ररीक्षा हर युग मे होगी ।

(39) " अधिकता " पतन का कारण है ।

(40) आप माने या ना माने पर आपकी सफलता आपके सफर के महत्व को कम कर देती है ।

(41) बुद्धि के विकास का एक ही तरीका है - " पढ़ना "

(42) " मैंने इसांन की ऐसी लाचारी कभी ना देखी

जो चीज सबसे ज्यादा थी

उसके लिये घुट - घुट कर मरता रहा "

(43) मेरा मानना है...

" इसांन कभी भी स्वतंत्र नही रह सकता "

(44) जहाँ डर वहाँ अंधविश्वास है और जहाँ अंधविश्वास वहाँ तो निश्चित ही डर होगा ।

(45) मेरे अनुसार " जब कोई इंसान अपने से अधिक सफल इंसान को देखता है तो उसका दुःख बढता है और जब वह अपने से कम सफल या असफल इंसान को देखता है तो वह खुश होता है पर जो इंसान इन दोनों अवस्था मे स्थिर होता है वह मन से संत है "

(46) जहाँ ज्ञान है , वहाँ स्थिरता है ।

(47) " लिखा गलत हो सकता है पर मिट नहीं सकता "

(48) लिखना , सुकून देता है ।

(49) ऐसा नहीं है, कि भारत मे अतीत या भविष्य मे कभी तानाशाही करने की ना सोची गयी हो या ना सोची जाये । पर यह कभी भी सभंव नही हो पायेंगा , कयोंकि भारत के पास एक ताकत है और वह ताकत है , भारत का ' सविधान ' ।

(50) आप माने या ना माने पर एक समय के बाद ' समाज ' नाम का शत्रु आपकी निजी जीवन मे आ जायेगा ।

(51) हर माता - पिता की नैतिक जिम्मेदारी है कि ' वह अपने बच्चों को बेहतर जिंदगी देने की कोशिश करे ' ।

(52) जिस परिवार के बुजुर्ग हमेशा लडते रहते है , उस परिवार के बच्चों का दिमाग मानसिक रुप से कमजोर हो जाता है ।

(53) मेरे अनुसार 99% लोग केवल प्रेम को समझने का नाटक करते हुए अपनी जिंदगी गुजार देते है ।

(54) मुझे लगता है कि भारत इस वक्त मानसिक से कमजोर हो रहा है ।

(55) मुझे लगता है , कि अगर किसी युवा को कुछ सीखना ही चाहिए । तो वह ' अपने - आप को जानना '

(56) अपने बारे मे कुछ लिखिये कयोंकि कुछ समय बाद जिन्होंने नही लिखा वह गुमनामी के नाम होगे और आप इतिहास के नाम ।

(57) शादी है , तो प्रेम भी है यह कोई जरूरी नही ।

(58) मेरे हिसाब से सफल और असफल लोगों मे एक बुनियादी अतंर जो होता है । वह है , कि सफल लोगो मे दिमाग़ , मन को नियत्रित करता है और असफल लोगो मन , दिमाग़ को ।

(59) बहुत कुछ साधारण दिमाग़ कि पहुंच से दूर होता है ।

(60) किसी भी स्थिति मे आपका शरीर चाहे नकारात्मक हो जाये पर यदि आप का दिमाग़ तभी आप को सकारात्मक प्रतिक्रिया दे रहा हो तो यह समझना चाहिए कि आप एक बेहतर स्थिति है ।

(61) अभी शिक्षा ज्ञान कि नहीं , पैसो कि दी जा रही है ।

(62) यदि सफल बनना है तो जीवन के साथ प्रयोग करिये ।

(63) जिस प्रकार आप को पता है कि आप कि मृत्यु निश्चित है पर आप उस पर विश्वास नहीं करते है , ठीक यही बात भगवान पर भी लागू होती है ।

(64) अगर किसी कि भी आलोचना करने से बचना है तो सबसे पहले अपनी आलोचना करने से बचिये ।

(65) सत्य और असत्य मे अतंर कया है बस इतना ही कि सत्य आप का साथ कभी नही छोडेगा तथा असत्य आप का साथ हमेशा ।

(66) आपको हर किसी से अपनापन हो सकता है पर हर किसी से प्रेम नही हो सकता है ।

(67) कभी - कभी खुद कि तारीफ करना भी कोई गलत बात नही है ।

(68) पृथ्वी पर ऐसी कोई भी चीज नही तो गुलाम बनकर रहना चाहती है ।

(69) ईश्वर ही प्रेम है और प्रेम ही ईश्वर ।

(70) मेरे हिसाब से जीना तब होता है , जब आप अपने लक्ष्यों के लिये जीते है ।

(71) उन लोगों कि क्रद किजिए जो आपकी सुनते है ।

(72) आत्मज्ञान आपको भगवान नही बल्कि आपको एक बेहतर इंसान बनाता है ।

(73) दुनिया मे लोग आपको अपने बारे हमेशा उतना ही बतायेंगे , जितना जानने से उनका खुद का मतलब पूरा होता हो ।

(74) जिसे सबसे प्रेम हो उसे किसी से भी प्रेम नहीं है ।

तो यह हमारे विचार है , जो हमने आपके सामने रखा है । इन विचारों से सहमत और असहमत होने का आपका पूरा अधिकार है पर विचार तो विचार होते है ।

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नमस्कार , मुझे लिखने और पढ़ने का बहुत शौक है, इसलिए मैं विभिन्न लेख, कविताएँ , कहानियाँ लिखता रहता हूँ, मुझे आशा है कि आपको मेरा लेखन और लेख पसंद आऐगे।