ये 6 चीजे जो बढ़ाती हैं शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता

ये 6चीजे जो बढ़ाती हैं शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता

दौड़-भाग भरी जिंदगी और हमारे खानपान की आदतों के कारण आज हर कोई किसी न किसी बीमारी से जूझ रहा हैवजह है शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता की कमी। इसमें कोई शक नहीं कि शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए अच्छी डाइट और उचित लाइफस्टाइल की जरूरत है। ऐसे में फिट और सेहतमंद बने रहने के लिए खानपान में कुछ बदलाव लाना बेहद जरूरी है।

वर्ष 2019 से पूरा विश्व कोरोना वायरस( कोविड-19) महामारी से जूझ रहा है। ऐसे मे कमजोर प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगो पर इस वाइरस का असर तेज़ी से हो रहा है। इस कोविड-19 महामारी के बीच इम्यूनिटी का हिन्दी अर्थ प्रतिरोधक क्षमता, जिसे बढ़ाने की जरूरत पर जोर दिया जा रहा है.रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ाकर वायरस और अन्य बीमारियों को दूर रखा जा सकता है। तो चलिये जानते हैंएक्सपर्ट के मुताबिक, ऐसी चीजों के बारे में, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने मे मदद करती है, और जानते हैं इम्यूनिटी बढ़ाने के घरेलू उपाय-

आंवला

आयुर्वेद एक्सपर्ट का कहना है कि प्रतिरक्षा प्रणाली यानी इम्यून सिस्टम हानिकारक संक्रमण से लड़ता है और शरीर को रोग मुक्त रखने में मुख्य भूमिका निभाता है। सर्दी के मौसम मे आंवला भारतीय बाज़ारो मे आसानी से मिल जाता है। विटामिन सी से भरपूर होने की वजह से आंवला मेटाबॉलिज्म बढ़ाने का काम करता है और प्रतिरक्षा प्रणाली( इम्यून सिस्टम) को भी मजबूत करता है जिससे रोगों के खिलाफ लड़ने के लिए पर्याप्त ताकत मिलती है। ½ कप गर्म पानी में बराबर मात्रा में आंवला रस मिलाकर रोजाना सेवन करें। आवला खाने के फायदे बहुत हैं, कच्चा आंवला अगर नैचुरल फार्म मे लिया जाये तो उससे बेहतर और कुछ नही, अगर कच्चा आंवला नहीं मिल पा रहा हो तो बाज़ार मे अनेक तरह के ब्रांड का आंवला का पाउडर भी मिल जाएगा, जिसे आप सुबह खाली पेट निर्देशानुसार पानी मे घोल के पी सकते हैं। आंवला की चटनी का भी उपभोग आप अपने भोजन मे कर सकते हैं। क्या आप जानते हैं1 आंवले मे कितना विटामिन सी होता है? आइये जानते हैं-1 आंवले मे 1 संतरे से 17 गुना अधिक एंटी-ऑक्सीडेंट पाया जाता है और 1 संतरे की तुलना मे 8 गुना अधिक विटामिन सी होता है। आंवला कब नहीं खाना चाहिए? जब किडनी की गंभीर समस्या से कोई जूझ रहा हो तब, क्योकि आंवला बॉडी मे सोडियम का स्तर बढ़ा देता है जिससे किडनी की फिल्टर करने की क्षमता पर असर पड़ने लगता है।    

संतरा

संतरा भी एक साइट्रस फ्रूट (खट्टा फल) है। खट्टा फल होने की वजह से संतरा विटामिन सी से भरपूर होता हैं जो कि प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने के लिए जरूरी है। विटामिन सी बैक्टीरिया और वायरस से लड़ने वाले श्वेत रक्त कोशिकाओं(डब्लू बी सी) के उत्पादन को बढ़ावा देता है, इसके अलावा संतरे में बहुत सारे पॉलीफेनॉल होते हैं जो वायरल संक्रमणों से बचाते हैं। संतरे मे एंटी ऑक्सीडेंट होता हैं, जो ब्लड साफ करने के साथ ही स्टेमिना बढ़ाने मे भी मदद करता हैं संतरे मे विटामिन बी कॉम्प्लेक्स पाया जाता हैं जिससे हीमोग्लोबिन बढ़ाने मे मदद मिलती है। इसमे फाइबर भी पाया जाता हैजो कब्ज़ मे फायदा करता है। संतरा का उपयोग करने से सर्दी-जुकाम जैसे सीजनल फ्लू नहीं होते हैं साथ ही अगर रेगुलर बेसिस पर संतरा खाया जाए तो हाई बीपी की शिकायत भी दूर हो जाती है। संतरे का जूस कब पीना चाहिए? इसका जवाब है-दिन मे कभी भी ले सकते हैंलेकिन खाली पेट नहीं पीना चाहिए अन्यथा एसिडिटी होने का बहुत चांस रहता है। संतरे की पील या छिलके को पेस्ट बनाकर फ़ेस पैक की तरह यूज़ किया जाये तो आप भी अपनी स्किन को ग्लोइंग स्किन बना सकते हैं।    

 

पपीता

पपीता एक सदाबहार फल है जो विटामिन ए रिच होता है। फल एक फायदे अनेक ऐसा फल है पपीता, पकने के बाद विटामिन सी बढ़ जाता है, यह विटामिन सी रिच होने के कारण डब्लू बी सी बढ़ाने में मदद करता है और कोशिकाओं को फ्री रेडिकल क्षति से बचाता है। पपीता खाने से क्या फायदा? पपीता में अन्य शक्तिशाली प्रतिरक्षा प्रोटीन, एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन ई भी हैं। विटामिन ए और विटामिन ई दोनों एक स्वस्थ प्रतिरक्षा प्रणाली के उचित कार्य के लिए आवश्यक हैं। पपीते को उन लोगों के लिए बहुत अच्छा माना जाता है, जो अक्सर सर्दी, फ्लू और यकृत विकार, बवासीर से पीड़ित होते है। पपीता कब खाना चाहिए? पपीता सुबह खाने पर अत्यधिक लाभ मिलता है। पपीता कब्ज़ के लिए रामबाण का कार्य करता है और पेट को संक्रामण से बचाता है। पपीते की तरह उसकी पत्ती भी किसी रामबाण से कम है क्या पपीते की पत्ती डेंगू जैसे जानलेवा बीमारी मे बहुत कारगर है, प्लेटलेट्स की संख्या को रातोरात बढ़ा देती है। ऐसा आयुर्वेद का मानना है।

नींबू

नींबू साइट्रस रिच फ्रूट होता है। नींबू मे विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन बी6, मैगनीशियम, पोटेशियम जैसे पोषक तत्व पाये जाते हैं। नींबू को वजन घटाने, हृदय और पाचन स्वास्थ्य में सुधार करने के लिए जाना जाता है। नींबू में साइट्रिक एसिड मूत्र की मात्रा और शरीर में पीएच लेवल को बढ़ाकर किडनी की पथरी को रोकने में मदद करता है। ब्लड प्रैशर को नियंत्रण करने मे मदद करता है। सुबह खाली पेट गुनगुने पानी के साथ नींबू रस पीने से लाभ होता है। नींबू पानी कब पीना चाहिए? अगर आप डिहाइड्रेशन के शिकार हो गए हैं, तो आप नींबू का शर्बत जरूर पीए, तत्काल फादा मिलेगा और आप खुद को तरोताजा महसूस करेंगे। अगर आपको एसिडिटी की समस्या है तो आप नींबू के रस मे थोड़ा सा काला नमक मिलकर पीए, एसिडिटी मे राहत मिल जाएगी। मुंह के छालों मे अत्यधिक लाभकारी है। मुंह के छालों पर नींबू के छिलको से मसाज करे, कुछ दिनो मे छाले सही हो जाएंगे। नींबू के रस मे शहद मिलाकर लगाने पर चेहरे के कील, मुहासे और झुर्रियां ठीक हो जाती हैं। अगर आपके बालों मे रूसी की समस्या है तो इसका भी निदान नींबू मे समाहित है। नींबू के रस मे आवला के फल को पीस कर मिलाकर लगाने से जल्द ही रूसी से छुटकारा मिलता है। त्वचा संबंधी विकारो मे भी नींबू के रस का उपयोग कर उन्हे दूर किया जा सकता है। मोटापा को कम करने के लिए 2 चम्मच नींबू रस और 1 चम्मच शहद मिलाकर रोज सुबह खाली पेट गुगुने पानी के साथ लें जल्द ही आपको चमत्कार दिखेगा।  

 

 सेब

सेब विटामिन ए, विटामिन सी रिच फ्रूट होता है। सेब हर महीने मार्केट मे मिल जाता है, टेस्टी होता है और पोषक तत्त्वो से भरपूर होता है जिसके कारण अनेक बीमारियो मे लाभ मिलता है।अस्पताल मे जो मरीज एड्मिट होता है, उसे भी सेब खाने की हिदायत दी जाती है। सेब आयरन से भरपूर होता है, रोजाना सेवन करने से एनेमिया को दूर करता है,हीमोग्लोबिन की कमी को भगाता है। हार्ट के रोगो को दूर करता है। इसमे फाइबर पाया जाता है जो कोलेस्ट्रॉल के लेवल को मेनटेन करता है। सेब खाने का सही समय? सेब चेहरे की खूबसूरती बढ़ाता है, यदि आपके चेहरे पर दाग- धब्बे हैं तो रोजाना सुबह एक सेब खाने से जल्द ही फर्क देखने को मिलता है। वजन घटाने मे मददगार साबित है। लिवर को साफ रखता है, पीलिया, हेपेटाइटिस बी जैसी बीमारियो मे लाभ पहुचाता है। सेब मे क्या पाया जाता है? विटामिन ए रिच होने के कारण सेब खाने से आखो की रोशनी बढ़ती है, आखो की और परेशानिया दूर होती हैं। सेब को छिलके सहित खाने पर कब्ज़ मे फायदा मिलता है, सेब के छिलको मे फाइबर पाया जाता है। अक्सर बारिश के मौसम मे पेट मे कीड़े की समस्या आम हो जाती है, यदि एक सेब रोज रात को सोते समय खाया जाए तो पेट के कीड़े सुबह मल के रास्ते बाहर हो जाएंगे। एप्पल खाने के फायदे, एप्पल डीवोर्मिंग का काम भी करता है। सेब का मुरब्बा खाने पर स्मरण शक्ति बढ़ती है, दिमाग की सेल्स को भी मजबूत करता है और उसे पोषण पहुचाता है। एक रिसर्च के अनुसार, सेब का रोज़ सेवन करने से कैंसर होने की संभावना काफी कम हो जात्ती है। सेब मे हाइपो कैलोरिक गुण होते हैं जो मोटापा कम करने मे लाभकारी होते हैं।

कीवी

कीवी एक विटामिन सी रिच फ्रूट है, जिसका स्वाद खट्टा-मीठा होता है। आजकल कीवी, इंडिया मे कही भी आसानी से मिल जाता है। कीवी मे एंटी ऑक्सीडेंट प्रोपर्टी पायी जाती है, जो शरीर के विषाक्त पदार्थो को शरीर से बाहर निकालने मे मदद करती है। कीवी फल के बीज खाने चाहिए या नहीं? तो इसका जवाब है हाँ। कीवी फल की खेती मुख्यता चीन मे 56% के साथ दुनिया मे सबसे ज्यादा होती है। कीवी के फल विटामिन सी रिच होने के साथ साथ विटामिन ई, विटामिन के, पोटेशियम और फोलेट पाये जाते हैं। पोटेशियम पाये जाने के कारण इसमे हाई बीपी को कम करने का गुण होता है। प्रेग्नेंसी मे कीवी के फायदे है, क्योकि प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओ को कब्ज़ की शिकायत हो जाती है जिसमे कीवी लाभ पहुचाता है अपने डाइटरी फाइबर गुण के कारण। कीवी मे मौजूद तत्व ब्लड क्लोटिंग को रोकते हैं, जिससे कई गंभीर परेशानियों से बचा जा सकता है। कैंसर के सेल्स को बढ्ने से रोकने मे कीवी मदद करता है। कीवी के रेगुलर यूज़ से हॉर्मोनल इमबैलन्स नहीं होता है जिससे कई तरह की हॉर्मोनल बीमारियो से हमे बचाता है। कोरोना काल मे कीवी की बहुत अधिक खपत हुई उसका कारण है इसके कई सारी औषधीय खूबियाँ। अनगिनत न्यूट्रियन्स पाये जाने के कारण, थकान नहीं होने देता, आप हमेशा तरोताजा फील करेंगे। शरीर तोड़ बुखार मे भी कीवी का उपयोग करने से जल्द से जल्द आप ठीक हो सकते हैं। एंटी ऑक्सीडेंट प्रापर्टी होने के कारण यह फ्री रेडिकल्स के दुषप्रभाव से शरीर को बचाता है और इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है।        

 

      

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