बोर्ड एग्जाम की तैयारी कैसे करें ?

यह एक बड़ा सवाल हैं, जिसका जवाब वही दे सकता हैं, जिसने बोर्ड एग्जाम क्लियर कर ली हैं. लेकिन उसका जवाब हमने अपने इस ब्लॉग में दिया हैं. अगर मिलकर एक दुसरे का साथ देकर किसी एग्जाम की तैयारी करेंगे, तो उसका मजा और रिजल्ट दोनों ही बहुत अच्छा होगा और आप अपने बच्चे के भार को कम कर पायेंगे. बोर्ड एग्जाम के रिजल्ट बहुत इम्पोर्टेन्ट होते हैं, यह रिजल्ट ही आगे का रास्ता बनाते हैं. 10th और 12th  रिजल्ट का अच्छा होना, पहली जॉब के लिए बहुत जरुरी होता है. इनके साथ आपके ग्रेजुएशन का रिजल्ट भी मायने रखता है. अगर यह सभी अच्छा हैं, तो आपके जॉब में कोई परेशानी नहीं होती.

बोर्ड एग्जाम एक ऐसी एग्जाम हैं, जिसमे सभी घबराते हैं, लेकिन यह बहुत बड़ी बात नहीं हैं. एग्जाम का पैटर्न इतना भी कठिन नहीं होता, कि आप इस तरह से डरे. जिस तरह से आप लोकल एग्जाम की तैयारी करते हैं, बोर्ड की एग्जाम भी वैसी ही होती हैं. अगर आप आत्म विश्वास के साथ अपना काम ठीक से करेंगे और  नीचे दी गई टिप्स के हिसाब से पढेंगे, तो आपको कोई परेशानी नहीं होगी.

कुछ इम्पोर्टेन्ट पॉइंट दिए गये है, जिनके जरिये आप अपने बोर्ड के रिजल्ट अच्छा कर सकते हैं.

  • शुरुवात से अलर्ट रहे :

बोर्ड एग्जाम में शुरू से ही अलर्ट रहे. एक साथ दिमाग पर बोझ ना बनाये. एक रूटीन बनाकर, शुरुवात से उसी के अनुसार काम करें. ऐसा करने से आखरी में आपके पास पर्याप्त समय होगा. जिसमे आप रिविज़न कर पायेंगे और एक्स्ट्रा तैयारी में समय दे पायेंगे.

  • टाइम टेबल बना कर पढाई करें :

साल की शुरुवात से ही टाइम टेबल बनायें और उसी के हिसाब से पढ़े. शुरुवात में बस इतना ही करे कि आपको कितना वक्त पढ़ना हैं वह सोच ले और उस वक्त एकाग्रचित्त हो कर पढ़ने की आदत बनाये. धीरे-धीरे उस समय को विषयों के हिसाब से तोड़े. और समय बढ़ाते जाए. शुरुवात में स्कूल में पढाये गये पाठ्यक्रम को रोजाना घर में दोहराये. इससे उसी वक़्त आपको समझ आ जायेगा, कि पढ़ाया हुआ टॉपिक आपको कितना समझ आया हैं और आप उसी समय उसे अन्य किसी मित्र अथवा टीचर से पूछ सकते हैं. अपने डाउट जरुर समय रहते क्लियर करे, क्यूंकि आकहरी समय में इससे चिंता बढ़ती हैं और आत्मविश्वास में कमी आती हैं.अगरा शुरू से ही कठिन टॉपिक पर पकड़ बनाते चलेंगे, तो आखरी में परेशानी नहीं होगी.

  • सिलेबस के हिसाब से तैयारी :

स्कूल में क्या पढ़ाया जाने वाला हैं उसकी तैयारी करके घर से जायें. ज्यादा नहीं बस सिलेबस के हिसाब से बूक को देखे और हेडलाइंस पढ़े. इससे जब आपको यह टॉपिक पढ़ायें जायेंगे तब आपका मन उसमे आसानी से लगेगा.उसके बाद जब वह चेप्टर पूरा हो जाये तो पुनः सिलेबस पढ़े और उसके हिसाब से रिवाईस करें साथ ही महत्वपूर्ण प्रश्नों को तैयार करें.

  • रिविज़न करें :

एक बार पढ़े हुए टॉपिक को कुछ कुछ दिनों में वापस दौहराएँ वरना आप उन्हें भूल जायेंगे और आपकी पूरी मेहनत ख़राब हो जाएगी.

  • प्रश्नों को लिखने का तरीका सुधारें :

कभी-कभी आपको सभी प्रश्नों के उत्तर पता होते हैं और आप बहुत अच्छे से उन्हें हल भी करते हैं लेकिन फिर भी कम मार्क्स मिलते हैं इसका एक ही कारण हैं आपके लिखने का तरीका. सबसे पहले अपने लिखने का तरीका बदले.

  • हैण्ड राइटिंग अच्छी रखे.
  • सफाई से लिखे.
  • प्रश्न के उत्तर को बाँट कर लिखे. उसमे हैडिंग, सब हैडिंग हो.
  • बुलेट पॉइंट्स हो.
  • एक डायग्राम जरुर हो.
  • टेबल हो.

इस तरह से लिखने पर चेकर कभी आपके मार्क्स नहीं कटेगा और अगर आप सवाल के एक्यूरेट उत्तर को नहीं भी जानते हैं और आप वह प्रश्न छोड़ना नहीं चाहते हैं तब उन्हें इस तरह से हल करने पर आपको आधे या उससे ज्यादा मार्क्स मिलेंगे. यह तरीका हमेशा फायदेमंद होता हैं.उपर लिखे पॉइंट्स के हिसाब से महत्वपूर्ण प्रश्नों को हल करे और अपनी नोट बूक में लिखे.ताकि आपको इस पैटर्न की आदत हो जाये.

  • हर एग्जाम की तैयारी पूरी करे :

एनुअल एग्जाम के पहले तिमाही और छः माही एग्जाम की तैयारी अच्छे से मन लगाकर करे. उसी दौरान महत्वपूर्ण सवालों को तैयार करे. इससे आपका बर्डन कम होगा. इसके बाद प्रीबोर्ड एग्जाम में पूरा सिलेबस ध्यान में रखते हुए सभी महत्वपूर्ण सवालों की तैयारी करे.

  • बोर्ड की एग्जाम (Board Exam) की तैयारी :

बोर्ड एग्जाम के पहले पूरा सिलेबस ध्यान से पढ़े. उसके हिसाब से पहले कठिन पाठ्य को तैयार करे ताकि असुविधा होने पर आप समय रहते उसका निवारण कर सके.

  • अनसाल्व्ड सॉल्व करे :

पूर्व 10 वर्ष के पेपर पढ़े और उन्हें हल करे. सभी विषयों की अलग नोट बूक बनाकर उन में एक साथ सभी अनसाल्व्ड प्रश्नों को साल्व्ड करके लिखे जिससे एग्जाम के समय सभी महत्वपूर्ण प्रश्न एक ही जगह मिल जायें.

 

  • परीक्षा के समय नींद का ध्यान रखे :

परीक्षा के दिनों में हमें ठीक से नींद नहीं आती और जब भी पढ़ने बैठते हैं सुस्ती सी लगती हैं इससे बचने के लिए रोजाना ठीक से 6 से 7 घन्टे की नींद लेएग्जाम की रात भी कम से कम 4 से 5 घटे की नींद ले.

  • पढ़ते वक्त नींद आये तो क्या करे :

यह तो सभी के साथ होता हैं. जब भी किताब उठाई इतनी नींद आती हैं जैसे कई रातों से सोयें ना हो. ऐसी स्थिती के लिए हमने बहुत से उपाय आपने एक ब्लॉग में लिखे वो पढ़े.

 

  • मन एकाग्रचित्त ना हो तो क्या करें :

अगर आप पूजा करते हैं, तो घर के मंदिर में कुछ देर आँख बंद करे और कुछ ना सोचे यह संभव नहीं इंसान 24 घंटे सोचता हैं, लेकिन ध्यान करते वक्त ॐ का उच्चारण आपके मन को शांत करता हैं.अगर आप एकाग्रचित्त होकर पढ़ते हैं, तो आपकी पढाई कुछ घंटो में ही पूरी हो जाएगी, लेकिन अगर आपका मन नहीं हैं तो भले ही आप पूरा दिन पढ़ ले,आपकी पढाई पूरी नहीं होगी.समय निकाल कर, कुछ देर वाक पर जायें या योग जैसी कुछ एक्टिविटी करें. इससे आपमें सकारात्मकता आएगी.

  • भोजन का ध्यान रखे :

ठीक से भोजन करे लेकिन बहुत भारी तला हुआ भोजन न करे. इससे आपको सुस्ती आएगी और आपका मन नहीं लगेगा. हल्का भोजन ले और कुछ हलके घर के बने हुए स्नेक्स अपने साथ रखे और उसे खाते- खाते पढ़े. इससे आपका मन लगा रहेगा.

  • एग्जाम के दिन दही शक्कर या तुलसी का पत्ता खायें :

यह पढ़कर आश्चर्य ना करें. यह किसी तरह के शगुन के लिए नहीं किया जाता. दही शक्कर खाने से नींद नहीं आती और ताजगी रहती हैं इसलिए एग्जाम के पहले दही शक्कर खिलाने का रिवाज़ हैं. साथ ही तुलसी के पत्ते से भी नींद नहीं आती साथ ही ऑक्सिजन लेवल भी ठीक रहता हैं.

कुछ जरुरी बाते जो एग्जाम के दिन ध्यान रखे :

 एग्जाम के 2 घंटे पहले में पढ़ना बन कर दे और शांत बैठ कर एग्जाम के बाद क्या करना है, वो सोचे, इससे आपका मैं शांत हो जायेगा और घबराहट नहीं होगी.

 

क्रमांक महत्वपूर्ण बिंदु
1 अपने पास सभी डाक्यूमेंट्स रखे. घर से निकलने से पहले चेक करें आपका ID जरुर रखे.
2 अपना बॉक्स घर पर ही चेक करें. उसमे पेन,पेन्सिल, रबर, स्केल आदि सभी का सभी एग्जाम के पहले अवलोकन करें.
3 एग्जाम सेंटर 30 मिनिट पहले पहुँचे.
4 अपने बेग,जेब और पर्स की स्वतः ही जांच करें. कहीं उसमे कोई पर्ची भूल से राखी न हो.
5 एग्जाम रूम में 10 मिनिट पहले अपने रोल नंबर पर बैठ जायें.
6 अपने पेन, पेन्सिल सभी को बॉक्स से निकाल कर रख ले.
7 प्रश्न पत्र मिलने पर उसे ध्यान से पढ़े.और जो भी आपको आता हैं वो प्रश्न पहले हल करें.
8 प्रश्न कितने नंबर का पूछा गया हैं उसी के हिसाब से उत्तर की लम्बाई रखे.

 

सारणी में दी गई बाते परीक्षा के दिन याद रखें. अगर यह ध्यान में रखकर आप अपनी एग्जाम देते हैं, तो आपके नंबर बेहतर ही आयेंगे. बोर्ड एग्जाम के लिए शुरू से तैयारी करें. अगर साल की शुरुवात से ऊपर लिखे पॉइंट्स के जरिये आप अपना रूटीन बनाते हैं तो आपको अंत में भार महसूस नहीं होगा.

बोर्ड एग्जाम के रिजल्ट जितने अच्छे होते हैं, परेशानियाँ उतनी ही कम होती हैं.अच्छे रिजल्ट के कारण अच्छे कॉलेज में एडमिशन मिलता हैं और बाद में यही रिजल्ट पहली जॉब में काम आता हैं. जॉब के लिए आपके 10th – 12th और ग्रेजुएशन के रिजल्ट का फर्स्ट डिवीज़न देखा जाता हैं.

यह सभी टिप्स सभी तरह की एग्जाम या बोर्ड के लिए राम बाण की तरह हैं. अगर आप इसके हिसाब से पढाई करें, तो आपका रिजल्ट हमेशा ही अच्छा होगा. आखरी दिनों की पढाई में हमेशा ही रिजल्ट अच्छा आये जरुरी नहीं होता. अतः अपने बच्चों को शुरुवात से एक रूटीन में रहने की आदत डालें.

 

आजकल एग्जाम सिर्फ बच्चो की नहीं होती. माता – पिता की भी होती हैं, इसलिए उन्हें भी इस तरह के ब्लॉग पढ़कर बच्चे का साथ देना चाहिये ताकि वो आत्म विश्वास महसूस करें और उनका भार कम हो. माता पिता अपने अनुभव से बच्चे का टाइम टेबल बना सकते हैं. उनके कठिन विषयों पर उनसे बात करके उनकी मदद कर सकते हैं. साथ ही किसी भी तरह की जानकारी के लिए इन्टरनेट की मदद ले सकते हैं. आपको अपने सारे सवालों का जवाब इंटरनेट पर मिलेगा. किसी भी विषय पर जानकारी इंटरनेट पर मौजूद हैं. अपने बच्चो के दोस्त बने और उनकी इस बोर्ड एग्जाम में उनका साथ दे. इससे वो अच्छा महसूस करेंगे. साथ ही उनके रिजल्ट अच्छे आयेंगे और वे अपने आपको अकेला नहीं समझेंगे.

 

Enjoyed this article? Stay informed by joining our newsletter!

Comments
Vaibhav Vijay Wankhede - Oct 18, 2021, 2:33 AM - Add Reply

Sir kitane view pe kitane paise mil rahe hai please batao 1000 view pe kitane paise mil rahe hai

You must be logged in to post a comment.

You must be logged in to post a comment.

About Author

Read My Articles