1. Naini lake
यह झील नैनीताल के बस स्टैंड के पास में ही स्थित है जोकि सुबह के समय में यहां पर लोग सूर्योदय और शाम के समय में सूर्यास्त का दृश्य का आनंद लेने के लिए आया करते हैं नैनीताल के दिल में बसी है खूबसूरत नैनी झील। नैनी झील में आसपास के सारे पहाड़ों का रिफ्लेक्शन पड़ता है जिससे इसका पानी बिल्कुल हरा दिखता है और यह दृश्य काफी खूबसूरत लगता है। इस झील में आप बोटिंग का भी लुत्फ उठा सकते हैं जिस की एंट्री फीस प्रति व्यक्ति 160 रुपए है इससे आप झील की खूबसूरती को करीब से महसूस कर पाएंगे।
2. Eco cave garden
यहां के सबसे मशहूर जगहों में से एक है इको केव । इसमें कई सारी गुफाएं हैं। इस गुफा की सबसे खास बात ये है कि बाहर चाहे जैसा भी मौसम हो लेकिन इस गुफा में हमेशा ठंड ही रहती है। यहां से स्नो व्यू पॉइंट भी देखा जा सकता है। इस गुफा के आसपास कई सारी बॉलिवुड फिल्मों की शूटिंग भी हुई है
3. Raj bhavan
राज भवन को गर्वनर हाउस के नाम से भी जाना जाता है। ये उत्तराखंड के गर्वनर का आवास है। हमारे देश में कुछ ही गर्वनर हाउस हैं जो आम जनता के लिए खुले हैं, ये भी उनमें से एक है। 220 एकड़ में फैला ये राज भवन देखने में बेहद खूबसूरत और भव्य है
4. Naukuchia lake
जैसा कि सब जानते हैं कि नैनीताल को झीलों का शहर कहा जाता है। यहां आप घूमते-घूमते थक जाएंगे लेकिन झीलों का सिलसिला खत्म नहीं होगा। यहां की नौकुचिया ताल काफी मशहूर है, भीमताल से 11 किमी. की दूरी पर स्थित नौकुचिया ताल की खूबसूरती देखते ही बनती है। इस झील की गहराई तकरीबन 160 फीट है। यहां आप सूकून के पल बिता सकते हैं
5. Tifin top
टिफ़िन टॉप एक खूबसूरत पिकनिक स्पॉट है यह पर्यटक स्थल नैनीताल शहर से लगभग 4 किलोमीटर की दूरी एवं समुद्र तल से 2292 मीटर की ऊंचाई पर अयारपाटा क्षेत्र में है टिफिन टॉप का नाम एक अंग्रेज पैंटर महिला के नाम पर डोरोथी सीट रखा गया था। जिसका नाम केलेट डोरोथी था पर्यटक यहॉ पर जाने हेतु पहाड़ के टेडे मेडे रास्तों से होकर गुजरते हुए अचानक इस खूबसूरत जगह पर पहुंंचते हैं इसमें उन्हेंं बडेंं आनंद की अनुभूति होती है
6. Bhimtal lake
भीमताल की झील तो नैनीताल की झील से भी बड़ी है यह समुद्र तल से 1380 मीटर की ऊंचाई पर है भीमताल में सैलानी नौका का भरपूर लुत्फ उठाते हैं भीमताल की झील के बीच एक टापू है, जहां बेहद सुंदर एक्वेरियम हैं और यह किनारे से 91 मीटर दूर है इसके अलावा यहां 17बी सदी का भीमेश्वर मंदिर है और 40 फीट ऊंचा बांध भी देखने लायक है
7. GB pant zoo
इसका नाम उत्तर प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री और स्वतंत्रता सेनानी गोविंद बल्लभ पंत के नाम पर रखा गया है चिड़ियाघर में बंदर से लेकर हिमालय का काला भालू, तेंदुए, साइबेरियाई बाघ, भेड़िया, चमकीले तितर, गुलाबी गर्दन वाले प्रकील पक्षी, पहाड़ी लोमड़ी, हिरण और सांभर जैसे जानवर हैं जू हर सोमवार, राष्ट्रीय अवकाश और होली दिवाली के मौके पर बंद रहता है
8. Snow view point OR honey bunny
यह नैनीताल से 3 किलोमीटर की दूरी पर है मल्लीताल से रोपवे पर सवार होकर यहां आसानी से जाया जा सकता है यहां से हिमालय का विहंगम दृश्य दिखाई देता है स्नोव्यू से लगी हुई दूसरी चोटी हनी बनी है जिसकी ऊंचाई लगभग 2200 मीटर है यहां से भी हिमालय का सुंदर नजारा दिखता है
9. China peak OR Naina peak
इसकी ऊंचाई लगभग 2600 मीटर है चाइना पीक नैनीताल की सात चोटियों में से सबसे ऊंची चोटी है चाइना पीक की दूरी नैनीताल से लगभग 6 किलोमीटर है इस चोटी से हिमालय की ऊंची ऊंची चोटियों के दर्शन होते हैं
10. Khurpatal lake
यह नैनीताल से 12 किलोमीटर आगे स्थित एक झील है यह झील समुद्र तल से लगभग 39,000 फ़ीट की ऊंचाई पर स्थित है इसका नाम खुर्पाताल इसलिए पड़ा क्योंकि इसकी आकृति खुर यानी घोड़े के तलवे के समान दिखती है आधा किलो मीटर व्यास वाली खुर्पाताल झील का आमतौर पर रंग हल्का हरा दिखाई देता है। यहां का पानी साफ व हल्का गर्म होता है। यहां तक कि सर्दियों में भी यहां के पानी में गर्माहट महसूस की जा सकती है
11. The mall road
मॉल रोड नैनीताल की एक प्रसिद्ध सड़क का नाम है, और हाल ही में इसे बदलकर ‘गोविंद बल्लभ पंत मार्ग’ कर दिया गया है नैनीताल में मौजूद यह रोड यहां खरीदारी का मुख्य केंद्र माना जाता है
12. Naina devi temple
नैनी झील के किनारे बना हुआ नैना देवी मंदिर के पास में मस्जिद और गुरुद्वारा भी है जहां दूर-दूर से श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं यह मंदिर नैना पहाड़ी के ऊपर बना हुआ है और सबसे मजेदार चीज यहीं पर फुटबॉल का छोटा सा स्टेडियम भी है जहां पर आप फ्री में मैच देख सकते हैं
13. Jama masjid
मॉल रोड पर स्थित यह जामा मस्जिद ब्रिटिश काल में 1882 में बनवाई गई थी यह मस्जिद ब्रिटिश आर्मी के मुस्लिम सैनिकों के लिए बनवाई गई थी
14. Nanital rope way
नैनीताल की रोप-वे उत्तराखंड की सबसे पुरानी रोप-वे है. इसकी स्थापना 1985 में उत्तर प्रदेश के तात्कालिक मुख्यमंत्री स्वर्गीय नारायण दत्त तिवारी ने की थी. इस रोप-वे का संचालन कुमाऊं मंडल विकास निगम द्वारा किया जाता है. इसका किराया वयस्क पर्यटकों से 300 रुपए और बच्चों से 200 रुपए किराया लिया जाता है हर साल निगम को करीब 2 करोड़ रुपए सालाना का राजस्व भी मिलता है
15. Kainchi dham temple
यह नैनीताल से लगभग 17 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है प्रत्येक वर्ष की 15 जून को यहां पर बहुत बडे मेले का आयोजन होता है, जिसमें देश-विदेश के श्रद्धालु भाग लेते हैं । इस स्थान का नाम कैंची मोटर मार्ग के दो तीव्र मोडों के कारण रखा गया है । इसका कैंची से कोई संबंध नहीं है
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