जानिए इम्यूनिटी बूस्टर स्पिरुलिना (spirulina) के 10 मुख्य फायदे

हम आम तौर पर अपने आस पास कई प्रकार के पेड़ पौधे देखते है लेकिन सभी पेड़ पौधे औषधीय गुण वाले नहीं होते है लेकिन कुछ विशिष्ट प्रकार के पेड़ पौधे होते है जिनमे औषधीय गुण पाए जाते है उन्ही में से एक है स्पिरुलिना।

 

स्पिरुलिना ( Spirulina )पृथ्वी पर सबसे शक्तिशाली भोजन का स्त्रोत है।

यह एक औषधीय पौधा है। यह एक नील हरित छोटा सा जलीय पौधा या एल्गी है। जो गहरे खारे पानी में पाया जाता है। स्प्रिंग के आकार की होने के कारण इसका नाम स्पिरुलिना पड़ा । 

स्पिरुलिना प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है और सेल्स के विभाजन को रोकता है. – स्पिरुलिना में फोलिक एसिड होता है, जो दिमाग के लिए पोष्टिक है. जिसकी वजह से ब्लड सेल्स का उत्पादन होता है और एनर्जी भी मिलती है. – इसको नियमित रूप से लेना त्वचा पर अद्भुत कमाल दिखाता है।

वैज्ञानिक के अनुसार इसी के कारण वायुमंडल में ऑक्सीजन का उत्पादन हुआ है। स्पिरुलिना को विश्व का नंबर 1 आहार पूरक की संज्ञा दी जाती है। स्पिरुलिना में 45 प्रकार के विटामिन / मिनरल मौजूद है।

 

स्पिरुलिना में खास है

• नासा द्वारा अंतरिक्ष यात्रियों के लिए स्पिरुलिना को आदर्श कैप्सूल आहार का दर्जा दिया गया है।

• WHO ने बच्चो के लिए सबसे सुरक्षित और पोषक भोजन के रूप में लेने के लिए सिफारिश की है।

• खिलाड़ियों व अधिक ऊर्जा वालो के लिए 6 से 8 कैप्सूल प्रतिदिन ले सकते है।

• 1000 किलो ग्राम सब्जियों और फलों को ले या 1 किलो ग्राम स्पिरुलिना समान मात्रा में पोषण प्राप्त होता है।

• बच्चो के सर्वांगीण विकास में लाभप्रद है

 

स्पिरुलिना में मुख्य रूप से 13 विटामिन , 13 मिनरल्स, 3 नेचुरल पिगमेंट्स, 4 नेचुरल फाइटो न्यूट्रिएंट्स , 8 नेचुरल करोटिनॉइड , 18 अमीनो एसिड्स मौजूद है।गाजर से 100 गुना ज्यादा विटामिन ए ,पालक से 50 गुना ज्यादा आयरन,गाजर से 10 गुना ज्यादा कैरोटीन,दूध से 7 गुणा ज्यादा कैल्शियम,अंडे से 6 गुणा ज्यादा प्रोटीन मौजूद होता है।

 

स्पिरुलिना के मुख्य 10 फायदे

1. नेत्र ज्योति

   स्पिरुलिना में मौजूद बीटा कैरोटिन ( विटामिन ए) आंखों के लिए लाभप्रद होता है। इसके नियमित सेवन से नेत्र ज्योति बढ़ती है ।

 

2. ह्रदय रोग

  स्पिरुलिना में मौजूद गामा लिनोनिक एसिड ( GLA) रक्त वाहिनियों में जमी वसा को पिघलाता है। जिससे रक्त वाहिनियों में वसा का जमाव नही होता है और ह्रदय से संबंधित बीमारियां नहीं होती है।

 

3. पाचन विकार

   स्पिरुलिना लेक्टो बैसेलिका के उत्पादन को बढ़ाता है जिससे भोजन अच्छी तरह पचता है। यह हमारे पाचन को सुधारता है जिससे पाचन शक्ति बढ़ती है। स्पिरुलिना में फाइबर मौजूद होता है जो हमे कब्ज जैसी अनेको बीमारियों से बचा के रखता है।

 

4.मधुमेह

   स्पिरुलिना में मौजूद क्लोरो फिल , विटामिन B 12 पैंटोथेनिक एसिड और जिंक इन्सुलिन बढ़ाने में मदद करता है। 

 

5. तनाव एवम वजन वृद्धि

   स्पिरुलिना में मौजूद आवश्यक तत्व तनाव व वसा को छांट कर मोटापे में कमी लाने में मदद करते है। इसके सेवन से  हमारे शरीर के आवश्यक तत्व की भरपूर मात्रा बनी रहती है और जिससे हम काफी बीमारियों से बचे रहते है।

 

 

 

6. प्रोटीन का अच्छा स्रोत

 

 

प्रोटीन(अमीनो एसिड का निर्माण लगभग 62%) और अन्य स्वस्थ पोषक तत्वों का एक समृद्ध स्रोत होने के नाते, यह निस्संदेह स्वाभाविक रूप से उपलब्ध सर्वोत्तम पोषक तत्वों में से एक है।

 

7. लीवर को स्वस्थ्य रखने में

  इसमें मौजूद कई पोषक तत्वों की उपस्थिति और साथ ही उच्च मात्रा में फाइबर और प्रोटीन आपके लिवर को स्वस्थ रखने के लिए एक भोजन स्रोत है। लिवर के सामान्य कामकाज को बढ़ाने के अलावा, यह लिवर को पुराने हेपेटाइटिस के रोगियों में क्षति और सिरोसिस से बचाता है।

 

8. मस्तिष्क स्वास्थ्य

स्पिरुलिना के फायदे में मस्तिष्क स्वास्थ्य भी शामिल है। यह दिमाग में Aβ प्रोटीन के संचय को कम कर घटती याददाश्त को रोक सकती है। स्पिरूलिना मस्तिष्क में सूजन को भी कम करने में सहायक माना गयी है। इसलिए, यह पार्किंसंस रोग (केंद्रीय तंत्रिका तंत्र का एक विकार) के उपचार में भी सहायक हो सकती है। स्पिरूलिना नए न्यूरॉन्स बनाकर न्यूरोनल घनत्व में भी सुधार कर सकती है, जिससे मस्तिष्क स्वास्थ्य बना रह सकता है।

 

9. एनीमिया

एनीमिया का मतलब रक्त में हीमोग्लोबिन या लाल रक्त कोशिकाओं में कमी होना है। एनीमिया के कारण लंबे समय तक तक कमजोरी और थकान का एहसास शरीर में रहता है । स्पिरुलिना में मौजूद आयरन और फोलेट की वजह से स्पिरुलिना टेबलेट्स लेने से लाल रक्त कोशिकाओं के हीमोग्लोबिन की मात्रा में बढ़ोत्तरी हो सकती है और इम्यून सिस्टम को मजबूती मिल सकती है।

 

 

10. इम्यूनिटी बूस्टर

पोषक तत्वों की कमी की वजह से शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली यानी इम्यूनिटी में कमी आती है। अध्ययनों के मुताबिक, स्पिरुलिना में मौजूद पोषक तत्व पोषण संबंधी कमियों को दूर कर इम्यूनिटी में सुधार कर सकते हैं। इम्यूनिटी में होने वाले बदलाव की वजह से टी-कोशिकाओं के उत्पादन में होने वाले परिवर्तन को रोकने में स्पिरुलिना सहायक है।

 

अन्य फायदे

• शरीर के अंदर प्रकृतिक रूप से सफाई करता है

• शरीर के खराब कोलस्ट्रॉल को कम करता है

• शरीर की पाचन शक्ति को सुधारता है

• शरीर को अंदर से मजबूत कर ऊर्जावान बनाता है

• बेहतर एंटी ऑक्सीडेंट सुरक्षा प्रदान कर कैंसर के खतरो को कम करता है।

• रक्तचाप को कम करता है

• एलर्जी से लड़ता है

• इसमे मौजूद एन्टी ऑक्सीडेंट्स मुक्त कणों को हटाकर त्वचा की उम्र बढ़ने से रोकते हैं।

• स्पिरुलिना को रोज़ाना लेने से यह नाखूनों के किनारे और बाकी की नाखूनों की समस्याओं का समाधान करता है।

• स्पिरुलिना में डिटॉक्स करने वाले पदार्थ आपकी आंखों को नई ऊर्जा और शक्ति देते हैं। यह आंखों के काले घेरों और सूखेपन को हटाने में भी मदद करता है।

*डिप्रेशन या अवसाद का इलाज स्पिरुलिना में पाया जाने वाला फोलिक एसिड दिमाग के लिए पोष्टिक होता है जिसकी वजह से ब्लड सेल्स का उत्पादन और एनर्जी भी मिलती है।

*बालों को बढ़ाने के साथ साथ बालों की अन्य समस्याओं जैसे बाल पतले होना, बाल झड़ना, गंजापन आदि के लिए भी प्रयोग किया जाता है। इसमें मौजूद एमिनो एसिड, फैटी एसिड और विटामिन ए बालों की सेहत के लिए अच्छे होते हैं।

इस लेख के माध्यम से आप इस जलीय पौधे स्पिरुलिना के बारे में जान ही गए होंगे । और इसके फायदे जानने के बाद आप इसका सेवन कर सकते है और इस से होने वाले लाभों को प्राप्त कर सकते है। साथ ही साथ आप अपनी इम्यूनिटी को भी मजबूत बना सकते है।

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