कोरोना से ठीक होने के बाद शरीर को स्वस्थ कैसे रखे?

कोरोना से ठीक होने के बाद शारीर को स्वस्थ कैसे रखे?

कोरोना से ठीक हो चुके ज्यादातर रोगियों में मल्टी सिस्टम इन्फ्लामेंटरी सिंड्रोम के कारण शरीर के विभिन्न अंगो पर असर पड़ता है। कमजोरी एवं सुस्ती के साथ फोकस करने में भी परेशानी होती है। आज जानेंगे कि पोस्ट कोविड में घरेलु खान-पान और योग कैसे मददगार है-

प्रभावित होने वाले अंग-

सबसे पहले हम यह जानते है कि कोरोना होने पर कौन-कौन से अंग प्रभवित होते है जिससे शारीर में सुस्ती और कमजोरी रहती है। पोस्ट कोविड के बाद मस्तिष्क, ह्रदय, फेफड़ो पर दुष्प्रभाव पड़ता है। धुंधला दिखाई देना, सुस्ती, चक्कर आना और ध्यान केन्द्रित परेशानी होती है जो किसी के भी जीवन में हलचल मचाने के लिए बहुत है क्युकी आप अगर अपने ही काम में ध्यान नहीं लगा पाए तो अपना दिमाग परेशानी में बौखलाया हुआ रहेगा जिसके कारण व्यक्ति अपनों पर ही गुस्सा करेगा जो की परिवार की सुखशांति को ख़त्म कर देगा। ऐसे समय में शरीर के सभी महत्वपूर्ण अंगो और इन्द्रियों पर इसका असर नजर आता है। दिमाग परेशानी में और गुस्से में क्या-क्या कर सकता है ये तो आप भलीभांति जानते हो।

प्राकृतिक चिकित्सा ले-

मल्टी सिस्टम इन्फ्लामेंटरी सिंड्रोम से उबरने के लिए प्राणायाम, योग, प्राकृतिक चिकित्सा, हर्बल थेरिपी और घरेलू खान-पान लाभदायक है। बात करते है प्राणायाम की, तो सबसे बढ़िया प्राणायाम में अनलोम-विलोम फेफड़ो के लिए, भ्रामरी प्राणायाम दिमाग के फोकस को बढ़ने के लिए, और भी कई सारे प्राणायाम आपको इन्टरनेट पर मिल जायेंगे जो इन्द्रियों को सही रखने और बाकि के अंगो को सही से काम करने के लिए बहुत मददगार होती है।

अब आते है योग की ओर, योग में कई सरे आपको विभिन्न योग मिल जायेंगे मगर आज मैं आपको कुछ महत्वपूर्ण योग के नाम बता देता हूँ जिन्हें अगर आप रोज करते है तो आपको कोई और वर्कआउट करने की जरुरत नही पड़ेगी। शुरुआत आप संधि योग से करे जिसमे आप सबसे पहले अपने शरीर के सभी जोड़ो जो पैर, हाथ, कमर, गर्दन, गुठना आदि को फ्री करे फिर आगे के योग को करे अब योगो के नाम में ताड़ासन, भुजंगासन, वीरभद्रासन, आदि योग और भी मिल जायेंगे आपको इन्टरनेट पर। लेकिन आप चाहे तो ये सब कर सकते है लेकिन मेरी सलाह ये रहेगी की आप सूर्यनमस्कार करे जो आपके लिए सबसे बढ़िया रहेगा क्युकी सूर्यनमस्कार में शरीर के हर अंग की कसरत हो जाती है। सिर्फ 20-30 बार ही सुर्नामास्कार करने से इतनी कसरत हो जाती है जितना कोई जिम में 4 घंटे कसरत करने पर होता है इसलिए मेरी तो सलाह यही होगी की आप सुबह सूर्य देवता के सामने सूर्यनमस्कार करे और अपने जीवन में खुशहाली लाये।

हर्बल थेरिपी में कई सारे फलो के रस जैसे करेले, नीम, लौकी, संतरा, आम, तुलसी पानी आदि आपके शरीर के इम्युनिटी को बढ़ाने में बढियां मददगार होते है। और हाँ खान-पान का विशेस ध्यान दे जिसमे आप अपने खाने में हरि सब्जियां, सलाद, रोटी, चावल, दाल, आप जितना जादा हो सके सादा खाना ही खाए और तली हुई चीजे कम ही खाए तो अच्छा रहेगा।शारीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढाने के लिए गाजर, टमाटर, कद्दू के बिज, सुरज्मुखी के बिज, पलक, विटामिन सी युक्त फल, पत्तेदार सब्जियां, हल्दी, आंवला, चुकंदर, शलजम, अदरक, लहसुन, किवी का भरपूर उपयोग करे।

कुछ लोगो में दिमागी (IQ), मानसिक (MQ), और भावनात्मक (EQ) क्षमता पर भी गहरा असर पढता है। निर्णय लेने की क्षमता पर भी असर होता है लेकिन यह सब नित्य योग और प्राणायाम से ठीक हो जायेंगे।

बच्चे और महिलाये के लिए

अब बात करते है बच्चो और महिलाओ के लिए, तो बच्चो को नित्य योग कराये, उन्हें भरपूर खेलने दे मगर उन पर दबाव कम ही डाले। उनके खाने में सदा और स्वच्छ भोजन ही दे और तैलीय चीजो से दूर ही रखे या कम से कम दे। और बच्चो को मुनक्का, खजूर, बादाम, अखरोट भिगोकर दे या फिर दूध में भी दे सकते है। उन्हें रात में भरपूर आराम दे और दिन में उन्हें खेल खेलने के लिए प्रोत्साहित करे और मोबाइल से तो जितना दूर रहे उतना ही अच्छा है। कोरोना से उभरे बच्चो को संतरा, मौसमी, अंगूर, अनार का जूस या स्मूदी बना कर दे।किसमिस खिलाये इससे उनके फेफड़े, ह्रदय और मस्तिष्क की क्षमता बढ़ेगी।

महिलाओ और बच्चो को ओट, ज्वार, बाजरा का दलिया खाना चाहिए। सब्जियों का सूप भी पिए। अगर महिलाये बच्चो के साथ योग करे तो बच्चे योग आसानी से सिख जायेंगे और करने भी लगेंगे और इससे दोनों स्वस्थ रहेंगे।

सावधानियाँ  

1)      ध्यान रहे की खट्टे और मीठे फल एक साथ न ले, वैसे ही फल और सब्जी भी एक साथ न ले ये नुक्सान पंहुचा सकते है।  

2)      योग करते समय शारीर पर उतना ही जोर लगाये जो आप से हो सकता हो।

3)      तैलीय चीजे जैसे समोसा, जलेबी, और बहार की चीजो से जितना हो सके बचे।

4)      बाहर जाते वक्त मास्क और सेनेटाइजर जरुर साथ में रखे और मास्क पहने रखे।

 

5)      भीड़ वाले इलाके से बचे और दुसरो से दुरी बना कर चले।

वैसे तो हमारा जीवन बढ़ी मुश्किलों से मिलता है जिसे आप यु ही जाने न दे इसका भरपूर इस्तेमाल करे. जीवन का हर आनंद लेने का हक़ तो हर किसी के पास है मगर उन चीजो को सोच समझ कर ही अपने जीवन में उतारे। उसे उतरने से पहले ये जरुर विचार कर ले की वह आप के लिए कितना लाभदायक होगा और कितना नुकसानदेय होगा। क्युकी आप अकेले नही हो आपका परिवार आप पर निर्भर करता है आप अपने परिवार की वह इकाई हो जिसके बिना आपका परिवार टूट जायेगा। इसलिए कुछ नही तो न सही धुम्रपान, शराब की लत तो आप छोड़ ही सकते हो। वैसे भी शराब से किसी का फायेदा नही होता वह तो खुद के बनाने वाले को भी लूट सकता है तो आप क्या चिज हो। आज से अभी से कसम खालो की शराब और धुम्रपान को छोड़ने की वैसे भी ये बस पैसो की बर्बादी है और कुछ भी नहीं. आप जितना इन चीजो शराब और धुम्रपान से दूर रहोगे आप बीमारियों से उतना ही दूर रहोगे। और अगर नशा लगाना ही है तो योग का नशा लगाओ जो आपके जीवन को आसन और मजेदार बना देगा।

और हाँ एक और बात मोबाइल से आप जितना दूर रह सकते हो रहो उसका इस्तेमाल जरुरत पड़ने पर ही करो तो अच्छा रहेगा उसके बदले किताबो को अपनाक दोस्त बना लो और जितना हो सके उतना अपने परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताओ। कुछ नया सोचने कि कोशिस करो हो सकता है आप कुछ ऐसा सोच लो जो इस दुनियां को एक नया आविष्कार देदे. तो बस इतना ही आज के मेरे आर्टिकल में।

धन्यवाद     

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