क्या आप हमेशा अपने जीवन मे खुश रहने के कुछ तरीके जानते है ?

खुशाली क्या होती है आप जीवन मे वाकय कब अच्छा महसूस करते है जब आप बहुत खुश होते है तब आप अच्छा महसूस करते है | चाहे आपके शरीर मे बीमारी हो तब भी आप अच्छा महसूस करते है तो भी आप खुश है तो मूलरूप से खुशी का मतलब है एक तरह का आनंद जीवन का उल्लास | खुशी क्या है , कह सकते है की खुशी ये या वो है लेकिन जीवन के स्तर पर खुशी का मतलब है आपकी जीवन उरजाये ज्यादा उल्लसित है सामान्य स्थति की तुलना मे खुशी का वर्णन करने के कही तरिके है लेकिन जो खुशी को जानते है स्थिर वही जानते है की खुश होने का मतलब क्या है ऐसा कोई नहीं है जो खुश न हुआ हो हर कोई कभी न कभी खुश हुआ है बस समस्या ये है की वो उससे कायम नहीं रख पाते बात बस यही है |

1.  हर दिन जीवन की जांज कीजिए |

         देखिए भोत से लोग  जो business करते है वो सोचते है की वो सिर्फ IRS के लिए लेंन देंन करते है नहीं नहीं आप सिर्फ IRS के लिए ऐसा नहीं करते इसकी वजह ये की लेन देन का हिसाब रखे बिना फायदा हुआ या नुकसान ,हिसाब किताब रखने के पीछे यही सोच है आप आगे बड़ रहे है या पीछे जा रहे ये जानने के लिए आपको एक account बुक की जरूरत है |आप एक और आकॉउन्ट बुक क्यू नहीं रखते हर दिन के अंत मे देखिए की क्या मे आज कल से थोड़ा सा ज्यादा खुश हु | अगर आपने ये 5 साल की उम्र से किया होता तो आप अब तक परम आनंद से भर चूके होते फायदा ही फायदा आप ऐसे हो गए क्युकी आपने इसका account नहीं रखा एक दिन आपने जांच की जब समस्या काफी बड़ी हो गई तब आपने देखा की आप बहुत नुकसान मे है हर दिन हर महीने का हिसाब रखिए की क्या मे पहले से ज्यादा खुश हु या कम बस 2 ही चीजे है आप कितने आनंदित है और अपने आस पास के लोगों को कितना आनंद देते है |

इसका आप अकाउंट रख सकते है लोग अपने पैसों का अकाउंट रखते जेसे वो अपने साथ ले जाएंगे जीवन की असली संपत्ति  ये है की आप कितने आनंदित है आपका जीवन का अनुभव कितना खूबसूरत है आनंद अपने आप कोई लक्ष्य नहीं लेकिन ये जीवन के लिए जरूरी माहोल है अगर आप ये महोल नहीं बनाते तो आपके आस पास जो कुछ भी वो बेकार चला जायगा |

2.   याद रखिए ये एक छोटा जीवन है |

           कल अगर आप सुबह उठे नहीं ये मेरी कमाना नहीं है मगर ये मे चाहती हु की आप ये जाने की रात मे सोने जाने वाले सभी लोगों मे से लाखों लोग कल सुबह नहीं उठेंगे और अगर मे और आप कल उठ जाए तो ये क्या शानदार चीज नहीं है लाखों लोग नहीं उठे लेकिन आप उठ गए क्या ये अतभूत चीज नहीं है | शायद आप मुझसे सहमत नहीं है क्युकी समस्या बस यही है की आप इस विचार से जी रहे है की आप अमर है | अमर कहने से मेरा मतलब है की आप वाकय ऐसा नहीं सोच रहे की आप अमर है लेकिन आप अपने नश्वरता के प्रति जागरूक नहीं है अगर आप अपनी नश्वरता के प्रति जागरूक नहीं है तो कही न कही आप सोचते है की आप अमर है | दिन मे कितने पल आप जागरूक होते है की आप नश्वर है अगर आप जागरूक होते तो क्या आपके पास शिकायत ,लड़ने , बकवास करने का समय होता |

अगर आप जागरूक होते की आप नश्वर है तो आप सिर्फ वही चीज करते जो आपके और आपके आस पास सभी के लिए बिल्कुल जरूरी है ऐसा मत सोचीये  की ये नकारात्मक चीज है मृत्यु नकारात्मक नहीं है सिर्फ यही चीज आपके जीवन को मूल्यवान बनाती है | अगर आप बस इस एक चीज को लेकर जागरूक हो जाए यानि आप हमेशा जागरूक रहे की मे नश्वर हु आपको ये सोचने की जरूरत नहीं है की आज मे मर जाऊंगा हर दिन हर पल अगर आप खुद को याद दिलाए की ये छोटी जिंदगी है मे नश्वर हु एक दिन मेरा अंत होगा बस ये 2 दिन करके देखिए आप अपने भीतर वाकय  शानदार बन जाएंगे |https://youtu.be/WhunIR0JxkA

   

3.    अपने आनंद की कमान अपने हाथ मे ले |

          यही योग का बुनियादी पहलू है जो सबसे पहली सिक्षा दी गई थी वो ये थी की ये आपका कर्म है मतलब ये आपकी करनी है आपका जीवन और आपके जीवन का अनुभव पूरी तरह से आपने ही बनाया है  अगर ये चीज आप मे गहरी नहीं उतरती तो आप जरूरी बदलाव नहीं लाएंगे आपको अब भी लगेगा की हा मे जानती हु लेकिन मेरे पती ने क्या किया इस तरह आपमे बदलाव नहीं आएंगे पहले आप ये समझे की ये मेरी करनी है पूरी तरह से ये मेरी करनी है | जेसे आप ये देखते तो आपमे उससे बदलने की छमता आजाति है मे देख रहा हु लेकिन क्या आप जानते है कल उन्होंने मेरे साथ क्या किया अब आप उसे नहीं बदल पाएंगे इससे फरक नहीं पड़ता की किसने क्या किया जो आपके अंदर हो रहा है | 

आपके जीवन का अनुभव पूरी तरह से आपका बनाया हुआ है ये आपका कर्म है कर्म कोई ऐसी चीज नहीं है जो आपके ऊपर कही से आ गिरी है कर्म मतलब ये आपकी करनी है ये आपका बनाया हुआ है ये आपने किया इसलिए आप हर वो जगह जहा आप खुद को सही मानते है तो आप वहा अपनी बात रखे और अपना कर्म सुधारे आपको बाद मे ये न कहना पड़े की मेरे साथ ये हुआ आप आपके कर्म खुद करे |

 4.     सोने से पहले सब कुछ एक ओर रख दीजिए |

            सोने जाने से पहले हर वो चीज जो आप नहीं है उसे एक तरफ रख दीजिए हो सकता है वो आपके लिए कीमती हो जेसे आपका घर क्या ये आप है | हा मेरा घर ,ठीक है आपकी भावनाए उससे जुड़ी है पर ठीक है उससे एक तरफ रख दीजिए ,आपके पती क्या वो आप है नहीं कपड़े जो आप पहनते है वो आप है नहीं , आपका शरीर जो आपने धारण किया है क्या वो आप है नहीं हर वो चीज जो आप नहीं है उसका एक ढेर बना दीजिए असली ढेर नहीं बस इसे अपने मन मे कीजिए हर चीज अलग रख दीजिए | हर दिन आप इसका अभ्यास कीजिए एक दिन जब आप सफलता पूर्वक हर वो चीज अलग रखते है जो आप नहीं है तो जो आप है वो स्पष्ट हो जायगा |आप खुद को पहचानने लगेंगे आप हर छोटि चीज से जुड़े है इसी कारण आप खुद को नहीं जानते है |

5.    हर दिन पाँच मिनट प्रेम के लिए रखे |

       आप जिससे प्रेम कह रहे है वो मूल रूप से आपकी भावनाओ की मिठास है आप यहा बेठ कर किसी ऐसे व्यक्ति के लिए प्रेम महसूस कर सकते है जो यहा है ही नहीं तो इसका यहा किसी से कोई लेना देना नहीं है ये बस आपकी भावनाओ की मिठास है | अब आपका प्रेम संबंध आपकी प्रेम करने की छमता self start पर है या push start पर आप किसी दूसरे व्यक्ति का इस्तमाल अपने भीतर प्रेम लाने के लिए कर सकते है या आप खुद ही प्रेममय बन सकते है | 

देखिए किसी इंसान के लिए प्रेम क्यू जरूरी है हर इंसान लगातार अपनी मोजूदा स्थति से कुछ ज्यादा बनना चाहता है आप किसी चीज को खुद मे समा कर अपना हिस्सा बना लेना चाहते है पूरी कोशिश यही है अगर ये भावनाओ के स्तर पर होता है अगर आप भावनाओ के माध्यम से ऐसी कोशिश करते है तो हम इसे प्रेम संबंध कहते है | आप भावनाओ के इस्तमाल से किसी ऐसे व्यक्ति को अपना हिस्सा बनाना चाहते जो आपका हिस्सा नहीं है ये प्रेम संबंध है ,अगर आप जागरूक होकर ऐसा करते है तो हम इसे योग कहते है |

हर दिन पाँच मिनट किसी ऐसी चीज के साथ बेठिए जो आपके लिए कोई मायने नहीं है शायद कोई पेड़ या पथर ,कीड़ा ,जानवर कुछ समय बाद आप पाएंगे की आप उसे उतने ही प्रेम से देख सकते है जीतने प्रेम से आप अपने पति , पिता या माता को देखते है शायद कीड़ा ये नहीं जनता इससे फर्क नहीं पड़ता अगर आप हर चीज को प्रेम से देख पाए तो पूरी दुनिया आपके लिए एक खूबसूरत वस्तु बन जायगी आपको एहसास होगा की प्रेम कोई ऐसी चीज नहीं है जो आप करते है ये आपके होने का तरीका है |

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