ऊंटनी के दूध का 13 चमत्कारिक फायदे, कई बीमारियों को रखता है आपसे दूर

हेल्थ डेस्क- गाय या भैंस का दूध तो हर कोई पीते हैं तो वहीं बहुत से लोग हैं जो बकरी का दूध भी पीते हैं लेकिन क्या आपने कभी ऊंटनी का दूध पिया है. जी हां कई ऐसे देश हैं जहां ऊंटनी का दूध पिया जाता है और सिर्फ पिया ही नहीं जाता है बल्कि औषधि के रूप में भी ऊंटनी के दूध का इस्तेमाल किया जाता है. ऊंटनी के दूध के चमत्कारिक फायदे की वजह से ही सफेद सोना कहा जाता है.

ऊंटनी का दूध

सऊदी अरब में ऊंटनी का दूध बड़े शौक से पिया जाता है, इसके अलावा भारत के कई शहरों में भी ऊंटनी का दूध सेवन किया जाता है. इतना ही नहीं ऊंटनी के दूध से कई लोगों का मानसिक और कुपोषण का भी इलाज किया जा चुका है.

ऊंटनी के दूध में पाए जाने वाले पोषक तत्व-

ऊंटनी के दूध में आयरन, सोडियम, मैग्निशियम, जिंक, पोटेशियम, कैल्शियम, मैग्नीज, एनर्जी, प्रोटीन, वसा, फाइबर, कार्बोहाइड्रेट, शुगर, विटामिन ए, फास्फोरस, विटामिन सी, लैक्टिक एसिड जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो हमारे सेहत के लिए आवश्यक होते हैं.

विदेशों में ऊंट के दूध की बहुत ही मांग है. कई तरह के दवाइयों में ऊंटनी के दूध का इस्तेमाल किया जाता है. तो चलिए जानते हैं रेगिस्तान के जहाज माने जाने वाले ऊंटनी के दूध के चमत्कारिक फायदे के बारे में-

1 .हड्डियों के लिए-

ऊंटनी के दूध में प्रचुर मात्रा में कैल्शियम पाया जाता है इसलिए ऊंटनी का दूध पीना हड्डियों के लिए बहुत फायदेमंद होता है इससे हड्डियां मजबूत होती है.

2 .कैंसर के रखेगी दूर-

ऊंटनी के दूध में लैक्टोफेरिन नामक तत्व पाया जाता है जो कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी से लड़ने के लिए शरीर को तैयार करता है. इसमें पाए जाने वाले तत्वों से खून साफ व सही रहता है जिनसे लीवर की बीमारियां दूर रहती है. ऊंटनी के दूध में पेप्टिडोग्लाइकन रिकॉग्निशन नामक प्रोटीन होता है जो मेटास्टेटिस को नियंत्रित कर स्तन कैंसर और आंत के कैंसर से बचाता है.

3 .त्वचा के लिए-

ऊंटनी के दूध में अल्फा हाइड्रोक्सिल मौजूद होता है जो कि त्वचा को निखारने का काम करता है. इसलिए ऊंटनी के दूध का इस्तेमाल सौंदर्य संबंधी सामग्री बनाने के लिए भी किया जाता है. ऊंट के दूध में विटामिन सी की प्रचुर मात्रा होने की वजह त्वचा को एंटीऑक्सीडेंट प्रदान करता है और यह त्वचा की कोशिकाओं और रक्त वाहिकाओं के विकास में मदद करता है जिससे झुर्रियां भी कम पड़ती है.

4 .ऑर्टिज्म के लिए-

एक शोध के मुताबिक ऊंटनी का दूध बच्चों के लिए काफी लाभदायक होता है. खासकर मंदबुद्धि बच्चों के लिए. कुछ महीने ऊंटनी का दूध बच्चों को सेवन कराने से ऑर्टिज्म जैसी बीमारी से छुटकारा मिल जाता है.

5 .पेट के लिए-

ऊंटनी के दूध में पाए जाने वाले गुण पेट के लिए काफी लाभदायक होता है इसके सेवन से शरीर से विषाक्त तत्व बाहर निकलता है जिससे पेट संबंधी बीमारियों से निजात मिलता है.

6 .संक्रामक रोगों से करता है सुरक्षा-

ऊंटनी के दूध में प्रचुर मात्रा में पोषक तत्व और विटामिन पाई जाती है जो कि एक एंटीबायोटिक की तरह काम करता है. ऊंटनी के दूध में एक खास तरह का प्रोटीन है जो अन्य दूध में नहीं होता है. ऊंटनी का खाना नीम, बबूल, आक, बाखडा जैसी जड़ी- बूटियां है ऐसे में आयुर्वेदिक औषधि के रूप काम करता है जिससे आपका शरीर संक्रामक रोगों से आसानी से बचा रहता है. इसके साथ ही शरीर में कोशिकाओं का निर्माण करता है.

7 .इन बीमारियों से करता है बचाव-

ऊंटनी का दूध विटामिन और खनिज तत्वों से भरा होता है. इसमें एंटीबायोटिक तत्व प्रचुर मात्रा में मौजूद होते हैं. ऊंटनी के दूध के नियमित सेवन करने से मधुमेह, इंफेक्शन, तपेदिक, आंत में जलन, गैस्ट्रिक कैंसर, हेपेटाइटिस, एड्स, अल्सर, हृदय रोग, गैंग्रीन, किडनी संबंधी बीमारियों से शरीर का बचाव करता है.

8 .पचाने में है आसान-

ऊंटनी का दूध पचाने में भी आसान है क्योंकि यह तुरंत पच जाता है. इसमें दुग्ध शर्करा, प्रोटीन, कैल्शियम, कार्बोहाइड्रेट, शुगर, फाइबर, लैक्टिक अम्ल, आयरन, मैग्नीशियम, विटामिन ए, विटामिन ई, विटामिन B2, विटामिन सी, सोडियम, फास्फोरस, पोटेशियम, जिंक, कॉपर, मैग्नीज जैसे बहुत से तत्व पाए जाते हैं.

9 .वजन कम करने में है मददगार-

ऊंटनी के दूध में ना सिर्फ इंसुलिन मौजूद होता है बल्कि ऊंटनी का दूध लो फैट गुणों से भी भरपूर होता है जिसका मतलब होता है कि इसके सेवन से आपको अनचाहे वजन की समस्या नहीं गुजारना पड़ेगा. इसके अलावा ऊंटनी के दूध में कोलेस्ट्रोल नहीं के बराबर होता है.

10 .रोग प्रतिरोधक क्षमता बनाता है मजबूत-

ऊंटनी का दूध पीने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है क्योंकि ऊंटनी का दूध एक प्राकृतिक एंटीबायोटिक है जो बिना साइड इफेक्ट के शरीर को रोगों से लड़ने की जबरदस्त क्षमता प्रदान करता है.

11 .मधुमेह का खतरा कम हो जाता है-

नियमित ऊंटनी का दूध पीने वाले लोगों में मधुमेह यानी डायबिटीज का खतरा भी काफी कम हो जाता है. ऊंटनी के दूध में सिर्फ 52% ही इंसुलिन है और इस दूध के इतने फायदे को देखते हुए इसका इस्तेमाल औषधि बनाने के लिए भी किया जाता है. ऊंटनी के दूध में इंसुलिन भरपूर मात्रा में होती है जिससे शरीर में शुगर की मात्रा नहीं बढ़ती है और ऊंटनी के दूध पीकर डायबिटीज ( मधुमेह ) को नियंत्रण में रखा जा सकता है.

12 .रक्तचाप को करता है नियंत्रित-

ऊंटनी के दूध में कम फैट और कोलेस्ट्रोल की मात्रा रक्तचाप की समस्याओं को कम कर सकती है. गाय के दूध की तुलना में ऊंटनी के दूध में वसा, प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट की मात्रा कम होती है और असंतृप्त वसा अम्ल के कारण हृदय रोग के जोखिम बहुत ही कम हो जाता है.

13 .दूध से एलर्जी है उनके लिए-

अगर किसी व्यक्ति को दूध से एलर्जी है उसके लिए भी ऊंटनी का दूध उपयोगी है. गौरतलब है कि बहुत से लोगों का शरीर अन्य दूध को ग्रहण नहीं कर पाता है जिसकी वजह से बहुत से लोग दूध पीना ही छोड़ देते हैं क्योंकि इसके दूध में मेलैक्टोग्लोब्युलिन नहीं होता है. एलर्जी की समस्या भी नहीं आती है इसलिए ऊंटनी का दूध बहुत जल्दी पच जाता है और इसका सेवन हर कोई कर सकता है.

ऊंटनी के दूध उपयोग करने का तरीका-

ऊंटनी का दूध का उपयोग कॉफी बनाने में, चाय बनाने, सॉस बनाने में, सूप में, वेफल्स, पाउडर के रूप में एवं पैन केक बनाने किया जाता है.

ऊंटनी दूध के नुकसान-

दुनिया में कोई भी ऐसा चीज नहीं है जो फायदेमंद ही हो. इसमें कुछ नुकसान हो सकती है. यदि सही और नियमित तौर पर इसका इस्तेमाल न किया जाए.

* ऊंटनी के कच्चे दूध का सेवन करने से जूनोटिक संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है. इसलिए ऊंटनी के दूध को उबालकर ही सेवन करना चाहिए.

* ऊंटनी का दूध में माइकोबैक्टेरियम बोविस नामक बैक्टीरिया की मात्रा पाई जाती है जिसके कारण संक्रमण का खतरा हो सकता है.

नोट- यह पोस्ट शैक्षणिक उदेश्य से लिखा गया है. इसमें दी गई जानकारी किसी चिकित्सा का विकल्प नही है. अगर आप किसी बीमारी को दूर करने के लिए इस्तेमाल करना चाहते हैं तो अपने चिकित्सक की सलाह जरुर लें. धन्यवाद.

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