सर्दी जुकाम के घरेलू उपचार ।

सर्दी जुकाम के घरेलू उपचार ।

 

 

1. नींबू, दालचीनी और शहद का मिश्रण.............. 

सामान्य जुकाम( सर्दी ) या खांसी से छुटकारा पाने के लिए नींबू , दालचीनी और शहद का मिश्रण जुकाम के घरेलू उपचार के सबसे कारगर उपायों में से एक होता है। दालचीनी, शहद और नींबू हमारी रसोई में बड़ी ही आसानी से मिल जाते हैं। तो बस फटाफट रसोईघर में जाएं और सर्दी दूर भगाने के लिए इन तीनों को मिलाकर मिश्रण बनाए। 

कैसे बनाएं ।

 

आधा चम्मच शहद लें। उसमें नीबूं का रस और एक चुटकी दालचीनी मिलाएं। इस मिश्रण को रात में सोते समय पीना है। चाहे तो आप इसको दिन मे भी पी सकते है। लेकिन सोते समय ज्यादा फायदा होता है ।

 

 

2. गर्म पानी, बेकिंग सोडा और नमक से करें नाक की सिकांई ।

अगर बंद नाक से परेशान हैं, तो नमक वाला गर्म पानी आपके लिए मददगार हो सकता है। गर्म पानी और नमक का यह मिश्रण नाक से वायरस के कण को भी साफ करने का काम करता है।

कैसे बनाएं ।

 

2 गिलास पानी में 1/4 चम्मच नमक और 1/4 चम्मच बेकिंग सोडा मिलाएं। अब इस मिश्रण वाले पानी को नोज किट या बल्ब सिरिंज की मदद से अपने एक तरफ की नाक के अंदर डालें। इस दौरान दूसरे नाक को दबा कर रखें और चेहरे को ऊपर की तरफ करके रखें, ताकि पानी नाक से बाहर न निकले। फिर 20 से 25 सेकेंड बाद नाक से उस पानी को बहने दें। नाक की दोनों छेदों के साथ इस प्रक्रिया को तीन से पांच बार दोहराना होगा।

 

 

3. हनी और लेमन टी (शहद वाली चाय) ।

कई रिसर्च इस बात का दावा करते हैं कि शहद सर्दी- जुकाम और खांसी के लिए सबसे बेहतर विकल्प होता है। अगर आपको या आपके छोटे बच्चे को खांसी  है, तो शहद वाली चाय (हनी टी) पीने से गले में खराशह और खांसी से राहत पा सकते हैं। जुकाम के घरेलू उपचार में शहद को हमेशा अव्वल माना गया है।

कैसे बनाएं ।

 

एक कप हर्बल चाये या गर्म पानी में 2 चम्मच शहद और नींबू का रस  मिलाएं और इसे दिन में एक या दो बार पीएं। ध्यान रखें कि इस चाय को एक साल की उम्र से छोटे बच्चों को न पिलाएं। शहद वाली चाय बड़े लोगो के लिए प्रयोग की जाती है। वैसे बच्चो को भी पिला सकते है। बच्चो को पिलाते समय थोड़ा ध्यान रखे ।

 

 

4. गुनगुना पानी पीएं ।

 

दिनभर में कई बार थोड़ी-थोड़ी मात्रा में गुनगुना पानी पीएं। गुनगुना पानी गले में खराश और बलगम की समस्या से राहत दिलाने में मददगार होता है। इसके अलावा गर्म पानी गले की सूजन को कम करता है। गरम पानी सर्दी के कारण होने वाली गले में छाले से भी बचाव करता है ।

 

 

5. काली तुलसी और मसालों वाला काढ़ा ।

सदियों से सर्दियों के मौसम में होने वाले जुकाम के घरेलू उपचार के लिए काढ़े का इस्तेमाल होता चला आया है। काढ़ें में कई तरह के मसाले और जड़ी-बूटियां मिलाई जाती हैं, जो गले और फेफड़े से सम्बंधित तकलीफो को दूर करने में मददगार होती हैं।

कैसे बनाएं ।

 

काढ़ें की मदद से जुकाम के घरेलू उपचार के लिए दो गिलास साफ पानी गर्म करें। जब यह उबलने लगें तब उसमें लौंग , काली मिर्च, इलायेची  और अदरक मिलाएं। इसके बाद इसमें स्वादानुसार गुड़ मिलाएं । थोड़ी देर बाद इसमें 5 से 6 काली तुलसी की पत्तियां डालें। उसके बाद चायपत्ती डाल कर उसमें दो बार उबाल आने दें। इसके बाद गैस बंद कर दें और हल्का गुनगुना रहने पर इस काढ़ें को पी लें।

 

6. हल्दी वाला दूध ।

आमतौर पर सर्दियों के मौसम में  छोटे बच्चों को हल्दी वाला दूध पिलाया जाता हैं। क्योंकि, छोटे बच्चों की शारीरिक छमता  काफी कमजोर होता है। ऐसे में उन्हें सर्दी से बचाये  रखने के लिए हल्दी वाला दूध पिलाना लाभकारी होता है क्योंकि हल्दी में एंटीऑक्सीडेंट्स मौजूद होते हैं जो कीटाणुओं से रक्षा करते हैं। हल्दी वाला दूध जख्म होने पर पीने से जख्म मे बहुत ही ज्यादा लाभकारी होता है ।

कैसे बनाएं ।

रात में सोने से पहले एक गिलास दूध में एक चम्मच हल्दी मिलाएं और इसे गर्म करें। हल्क गुनगुना रहने पर इसे पी लें। आप चाहें तो दिन के समय में भी इसे पी सकते हैं। जुकाम के घरेलू उपचार में हल्दी वाले दूध को शामिल कर के आप जल्द से जल्द ठीक हो सकते है। 

 

 

7. अनानास का जूस ।

आमतौर पर सर्दी-जुकाम होने पर खट्टे फल नहीं खाने चाहिए। ऐसे में आप सोच रहे होंगे कि भला अनानास का जूस क्यों पीना चाहिए। बता दें कि अनानास खांसी को बस 2 दिनों में दूर कर सकता है, क्योंकि इसमें ब्रोमलेन की अच्छी मात्रा  होती है। ब्रोमलेन एक एंजाइम  है जो केवल अनानास के तने और फल में ही पाया जाता है। ऐसे में अनानास का जूस पीने पर गले में खराश और बलगम की समस्या से भी राहत मिलती है, तो जुकाम के घरेलू उपचार के तरीकों में एक बार अनानास के गुण भी जरूर आजमाएं।

कैसे बनाएं।

 

अनानास का छिलका हटाकर उसका जूस बनाकर पीएं या उसके 2 से 3 टुकड़े भी खा सकते हैं। दिन में तीन बार अनानास का जूस पीएं। ध्यान रखें कि अगर आप या आपका बच्चा खून से सम्बंधित दवाओ का इस्तेमाल करते हैं, तो अनानास का सेवन न करें।

 

 

8. अदरक, शहद और नींबू की चाय।

अदरक सूखी और दमा खांसी के उपचार के लिए रामबाण की तरह काम करता है। अदरक में एंटी-इन्फ्लेमेटरी के गुण होते हैं। जो खांसी के लक्षणों के साथ-साथ उल्टी और दर्द से राहत भी दिलाता है। आदरक सर्दी के कारण होने वाले गले में दर्द मे भी लाभकारी साबित होता है । सार्दी के कारण होने वाले सर दर्द मे भी अदरक काफी लाभदायक होता है साथ ही बदन दर्द मे भी आराम मिलता है ।

 

कैसे बनाएं

एक कप गर्म पानी में 20-40 ग्राम ताजा अदरक मिलाएं और इससे चाय बना ले और फिर चाय बनाने के बाद इसे थोड़ा ठंडा होने दें। आप अपने स्वादानुसार इसमें शहद या नींबू का रस भी मिला सकते हैं। अगर आप शहद या नींबू का रस नही मिलाना चाहते तो बिना शहद और नींबू के रस के चाय पी सकते है । दिन मे 2-3 बार चाय बना कर पी सकते है ।

 

 

ध्यान रखें कि जुकाम के घरेलू उपचार सिर्फ सामान्य सर्दी-खांसी होने की स्थिति में ही लाभकारी होते हैं। इनका असर सर्दी के प्रकार और कारणों पर निर्भर कर सकता है। अगर जुकाम के घरेलू उपचार के इन तरीकों का इस्तेमाल करने के 2 से 3 दिन बाद भी आपकी समस्या बनी रहती है या और भी ज्यादा बिगड़ती है, तो अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

 

आपको मेरे द्वारा लिखा लेख कैसा लगा बताइये जरूर ।

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