शीर्ष 10 कैंसर रोगी सुपर फूड्स

 

   कैंसर रोगी को किस प्रकार के खाद्य पदार्थ लेने है

 

आपके कैंसर उपचार में कीमो थेरेपी विक्रम चिकित्सा सर्जरी इम्यूनोथेरपी या इनमें से किसी भी विकल्प का संयोजन हो सकता है। यह चार अक्षर आपको वजन और ऊर्जा खो देते हैं और आपको थका देते हैं।स्वस्थ शरीर के वजन को बनाए रखने के साथ-साथ आपको उपचार के तरीकों का सामना करने के लिए अतिरिक्त कैलोरी और प्रोटीन की आवश्यकता होती है। इसके अलावा कुछ कैंसर उपचार इन रोगियों में बेहतर प्रतिक्रिया पाते हैं जो पर्याप्त कैलोरी और प्रोटीन का उपयोग करते हैं और अच्छी तरह से पोषित होते हैं।

  सुपर फूड

सुपर फूड उन खाद्य पदार्थों के लिए प्रयोग किया जाता है जो अपने अनगिनत स्वास्थ्य लाभ के लिए जाने जाते हैं। सुपर फूड की कोई प्रचलित या सर्वमान्य परिभाषा नहीं है।

हावर्ड टीएच चैन स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के एक लेख के अनुसार यह अवधारणा बीसवीं शताब्दी मैं शुरू हुई जब एक केले के व्यापारी ने अपने एक मार्केटिंग कैंपेन में केले के पोषण संबंधी लाभ पर प्रकाश डाला और जिससे उसे केले की बिक्री में अविश्रसनीय सफलता मिली। इस तरह उसकी सुपर फूड की मार्केटिंग अवधारणा से उसे और अन्य कंपनियों को उपास सफलता मिली जिससे सुपरफूड्स की अवधारणा को लोकप्रियता हासिल हुई।सुपर फूड एक ऐसा शब्द है जो खाद्य पदार्थों के लिए उनके खास फायदे और गुणवत्ता के आधार पर प्रयोग किया जाता है

सुपरफूड में विटामिन मिनरल एवं अन्य पोषक तत्वों के साथ ही एंटीआसीडेट और फलेवेनाईड जैसा आरिफ का पोषण से भरे पूर्ण होता है। इसलिए इन्हें सुपरफूड कहा जाता है। यह फाइटोकेमिकल और फाइबर से भरपूर होते हैं। जो प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाकर बीमारियों से आपकी रक्षा करते हैं।

कैंसर रोगियों के लिए सुपर फूड।

 

1. मास और मछलियां : प्रोटीनके अच्छे स्रोत मांसपेशियों को प्राप्त करने और शरीर के स्वस्थ वजन को बनाए रखने में मदद करते हैं। मुर्गी मांस मछली सभी प्रोटीन के अच्छे स्रोत हैं।इसके अलावा ठीक से पके हुए अंडे और मांस का सेवन करें किसी भी तरह के कच्चे सेवन से बचें।

 

2. ब्रोकली : ब्रोकली को दुनिया की सबसे हेल्दी सब्जियों में माना जाता है। रोशनी को कैंसर रोगी सब्जी कहा जाता है। ब्रोकली में आइसोथायोसायनेट तत्व पाया जाता है।जो आपके शरीर में कैंसर सेल्स को पनपने से रोकता है और शरीर में मौजूद गंदगी को साफ करता है। इसके साथ ही इसमें ऑक्सीडेटिव गुण पाए जाते हैं जो स्टे्स‌ को घटाने में मददगार होता है। ब्रोकली कई प्रकार के कैंसर के जोखिम में काम करने में मदद करता है।

3. जामुन और अन्य फल : ऐसे फल जो खाने में आसान होते हैं ताजा होते हैं और पानी की मात्रा अधिक होती है वह फल कैंसर के लिए सबसे अच्छे फल हैं। इनमें जामुन खरबूजे के में अनानास नाशपाती आदि शामिल है। यदि कैंसर के मरीज अपनी डाइट मैं एक निश्चित मात्रा में सुपरफूड शामिल करते हैं तो यह सुपरफूड उनके सेहत को काफी अच्छा बना सकते हैं।ब्लूबेरी में कोई फाइटोकेमिकल्स और पोषक तत्व होते हैं जो कैंसर रोगी प्रभाव एंटीऑक्सीडेंट् गतिविधि और डीएनए को नुकसान से बचाने की क्षमता दिखाते हैं। ब्लूबेरी में विटामिन सी और के मैग्नीस और भरपूर फाइबर होते हैं जो कैंसर के खतरे को कम करने में भी मदद करते हैं

रसभरी और स्टोबरी फाइटोकेमिकल और फ्लेवोनोइडस जैसे एंटीऑक्सीडेंट में समृद्ध है।

टमाटर टमाटर में लाइकोपीन नामक एक फाइटोकेमिकल होता है जो कैंसर योगी गुणों से भरपूर माना जाता है। कई अध्ययनों मैं भी यह बात सामने आ चुकी है कि टमाटर के सेवन से कैंसर का खतरा कम हो सकता है।

4. हरी पत्तेदार सब्जियां : पत्तेदार सब्जियां जैसे कि पहला कैंसर से लेने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।वेसाइकल और फॉर्मेट में समृद्ध होते हैं जो कुछ कैंसर के जोखिम को कम कर सकते हैं। फोलेट नई कोशिकाओं का उत्पादन करने और डीएनए की मरम्मत करने में मदद करता है।

पालक में विटामिन सी भी होता है जो एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है और कसीनोजेंट्स के निर्माण को रोकता है।

पालक जीकेनिथन और ल्यूनिन जैसे कैरोटीनायड मैं समृद्ध है। हरी बींस फाइबर से भरपूर होती है। बींस खाने से कोलोरेक्टल कैंसर से बचाव संभव होता है। कैंसर रोगी को हफ्ते में तीन से चार बार बीन्स सब्जी अवश्य खानी चाहिए। इसके अलावा सलाद और अन्य डिशेज मैं आप कच्चे बैंक खा सकते हैं।

5. अखरोट : अखरोट में फाइबर विटामिन बी मैग्नीशियम और एंटी ऑक्सीडेंट अधिक मात्रा में होते हैं।अखरोट प्रोटीन का भी बहुत अच्छा स्रोत है। यह कैंसर को प्राकृतिक तरीके से सही कर सकता है इसमें एंटी ऑक्सीडेंट होता है जो कैंसर सेल को इकट्ठा होने से रोकता है। अखरोट ब्रेस्ट कैंसर को रोकने में सबसे लाभदायक माना जाता है इसके अलावा यह ट्यूमर को भी बनने से रोकता है।

6. कुरकुरी सब्जियां : ब्रोकली, गोभी , फूल गोभी ,जैसी सब्जियों में ग्लूकोसिनोलेट्स नामक पादप रसायन होते हैं जो सुरक्षात्मक एंजाइम पैदा करते हैं। यह सब्जी कई कैंसर के जोखिम को कम करने के लिए पाई जाती हैं। आप कच्ची गोभी का सेवन करें या इससे बाप और लहसुन और जैतून का तेल में डालकर इसे पकाएं।

7. गाजर : गाजर विटामिन और फाइटोकेमिकल्स युक्त गैर - स्टाच वाली सब्जियां हैं जो विभिन्न कैंसर से बजा सकते हैं। इसके अलावा गाजर में एक प्राकृतिक कीटनाशक होता है जिससे फाल्सीरोनाल कहां जाता है जो कैंसर के प्रभाव को कम कर देता है। जनरल ऑफ एग्रीकल्चर एंड फूड केमिस्ट्री की एक रिपोर्ट बताती है कि पके हुए गाजर कच्चे की तुलना में अधिक एंटीऑक्सीडेंट की आपूर्ति करती है।पूरे गाजर को बाहर ले और तक जाने के बाद उन्हें काट ले यह गाजर के पोषक तत्व को बरकरार रखता है जिसमें फाल्कारिनाल भी शामिल है।

8. दही : दही का अगर प्रतिदिन सेवन किया जाए तो महिलाओं के ब्रेस्ट कैंसर के रिस्क को काफी हद तक कम किया जा सकता है। दही में मौजूद गुण फैक्ट्री बैक्टीरिया शरीर में मौजूद हानिकारक बैक्टीरिया को हटाने में मदद करता है। इसके अलावा दही के साथ दालचीनी जामुनिया कटे हुए बादाम स्वाद के लिए लिए जा सकते हैं।

9. साबुत अनाज : साबुत अनाज पाचन स्वारय को बढ़ावा देते हैं। क्योंकि वे फाइबर कार्बोहाइड्रेट फाइटोकेमिकल विटामिन और खनिज से भरपूर होता है। जिसमें सोयाबीन भी शामिल है जो कैंसर कोशिकाओं के * को रोक सकता है और लिग्नान , जो एक एंटीऑक्सीडेंट के रूप में कार्य करते हैं। चीन के सूझोऊ मैं सोकोव विश्वविद्यालय के एक अध्ययन से पता चलता है कि उच्च फाइबर सामग्री हार्मोन -निर्भर कैंसर के हार्मोनल कार्य को बदल सकती है।आप उन उत्पादों को प्राथमिकता दें जिस पर 100% साबुत अनाज का लेबल लगा हो।

10. सोयाबीन : सोयाबीन में आइसोक्लोरोबोंन्स नामक एक फाइटोन्यूटिएट होता है सोयाबीन में पाया जाने वाला प्रोटीन कई तरह के कैंसर को रोकने में सहायक करता है अत: सोयाबीन को कैंसर निरोधक भी कहा जाता है।

एक शीघ के अनुसार हमने पाया जाने वाला जेनेस्टीन स्तन कैंसर और प्रोस्टेट कैंसर को रोकने में सहायक होता है। जेनेस्टीन, कैंसर की किसी भी स्थिति के अतिरिक्त रूप से सक्रिय होकर उसे बढ़ने से रोकता है। यह है एंन्जाइना को नष्ट कर देता है जो बाद में कैंसर चीन में परिवर्तित हो जाते हैं । अंत में यह समझना मैं तो है कि हमें उच्च पोषक तत्व वाले खाद पदार्थों के उपयोग में एक संतुलित दृष्टिकोण रखने की आवश्यकता है और एक सुपर ब्लड कैंसर के रोगियों के लाभकारी साबित हो सकता है।

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