शेयर बाज़ार क्या है? इसमे निवेश करने के लिए ध्यान रखने योग्य बातें

 

शेयर बाज़ार क्या है? इसमे निवेश करने के लिए ध्यान रखने योग्य बातें

शेर बाज़ार से आज लगभग हर कोई वाकिफ है। आज कल ऐसे तमाम शेयर मार्केट इनवेस्टमेंट प्लैटफ़ार्म हैं, जहा कुछ पैसे इन्वेस्ट करके कई गुना आमदनी की जा सकती है। अगर आप अपने पैसे का इनवेस्टमेंट चाहते हैं तो शेयर मार्केट एक अच्छा जरिया हो सकता है। शेयर मार्केट मे जोखिम बहुत है, मगर थोड़ा सोच समझ कर इन्वेस्ट किया जाए तो अच्छा मुनाफा भी हो सकता है।

वॉरेन बफेट एक अमरीकी निवेशक हैं, शेयर मार्केट की समझ रखने वाला दुनिया का हर व्यक्ति वारेन बफेट को जानता है, शेयर मार्केट से बफेट ने करीबन 6.4 लाख करोड़ इंडियन रुपया की संपत्ति खड़ी कर रखी है।

राकेश झुनझुनवाला एक भारतीय निवेशक हैं, राकेश झुनझुनवाला को भारत के सभी वर्ग के शेयर निवेशक भली भाति जानते हैं। राकेश झुनझुनवाला को इंडिया का वोरेन बफेट कहा जाता है। जिनकी संपत्ति आज तकरीबन 30 हज़ार करोड़ है, जो इन्होने शेयर बाज़ार से बनाई है।

शेयर मार्केट की अच्छी जानकारी आपको बहुत आगे तक पहुचा सकती है, जितना आपने सोचा भी नहीं होगा। लेकिन इसमे उतना ही रिस्क भी है। क्योकि जानकारी के अभाव मेआप शेयर तो खरीद लेंगे मगर मुनाफा नहीं कमा पायेंगे। काफी एनालिसिस करने के बाद, शेयर मार्केट की ए टू ज़ेड जानकारी इस आर्टिकल के माध्यम से साझा करने की कोशिश करेंगे।

शेयर मार्केट क्या है ?

आसान भाषा मे, शेयर मार्केट एक पैसा निवेश करने का प्लैटफ़ार्म है, जहा पर हम एनएसई या बीएसई से रजिस्टर कंपनी के शेयर खरीदते हैं और जब उस शेयर का प्राइस या मार्केट वैल्यू बढ़ जाती है तो उसे बेच कर मुनाफा कमा लेते हैं। शेयर का मतलब है, कंपनी की हिस्सेदारी खरीदना या बेचना।

शेयर मार्केट मे निवेश कैसे करें ?

शेयर मार्केट मे निवेश करने के लिए कुछ बेसिक नियम और शर्ते हैं। जिसे आप फॉलो कर निवेशक बन सकते हैं-

  • एक बैंक सेविंग अकाउंट होना चाहिए।
  •   आधार कार्ड बतौर एड्रैस प्रूफ और एक पासपोर्ट साइज़ फोटो चाहिए।
  • पैन कार्ड का होना अनिवार्य है।
  • डीमैट अकाउंट चाहिए जिससे आप ट्रेडिंग कर सके, मतलब शेयर खरीद अथवा बेच सकें।
  • आजकल शेयर बाज़ार मे निवेश करने के लिए बहुत सी ब्रोकर कंपनियाँ ऑनलाइन सुविधा दे रही हैं वो भी जीरो ब्रोकिंग चार्जेस पर। आजकल किसी भी कंपनी के शेयर ऑनलाइन खरीदना बहुत ही आसान हो गया है, अब आपको किसी के मदद की ज़रूरत नहीं है, बस आपके पास अपना डीमैट अकाउंट होना चाहिए।

आप इसके लिए एंजेल ब्रोकिंग, अपस्टोक्स, जिरोधा, शेयर खान जैसी किसी भी प्रतिष्ठित ब्रोकिंग फर्म मे अपना डीमैट अकाउंट खुलवा कर शेयर बाज़ार की दुनिया मे कदम रख सकते हैं। अन्यथा आपका सेविंग अकाउंट जिस भी बैंक मे है, उसके द्वारा भी शेयर खरीद सकते हैं, लगभग आज सभी बैंक अपने ग्राहको को डीमैट अकाउंट खुलवाने के लिए सुझाव भी देते हैं। आईसीआईसीआई डाइरैक्ट, कोटक सेक्यूरिटीस, एसबीआई कैप सेक्यूरिटीस बैंक भी सुविधा देते है।     

कैसे पता करें कि कौन सा शेयर खरीदे

शेयर खरीदने से पहले यह जानना बहुत जरूरी है, की कौन सा शेयर खरीदे और कौन सा छोड़ें? तो चलिये जानते हैं शेयर खरीदने से पहले ध्यान रखने योग्य कुछ बातें-

  • सबसे पहले आप किसी भी शेयर की वैल्यू या शेयर प्राइस या शेयर रेट पता करेंगे। शेयर पता करने के लिए आप गूगल की हेल्प ले सकते हैं।   
  • शेयर का प्राइस सुबह से शाम तक देखने पर पता चलता है कि शेयर मे उछाल है या गिरावट। अगर उछाल है तो इसका साफ मतलब है मार्केट मे उस कंपनी के शेयर्स की उस दिन चांदी है।
  •  कंपनी का आउटलुक क्या है, कंपनी किसी कर्ज़ मे तो नहीं डूबी है। अगर कर्ज़ के बोझ तले कंपनी दबी है तो उसके शेयर न खरीदें।
  •  कंपनी का फ्युचर क्या है? जैसे एनटीपीसी एक कोल बेस्ड बिजली उत्पादन कंपनी है,जो कोयले से बिजली बनाती है, कोयला खतम होने पर एनटीपीसी का फ्युचर थोड़ा खतरे मे पड सकता है। जिससे निवेशको को झटका लग सकता है।
  •  शेयर उसी कंपनी का खरीदे जिसे आप जानते हो और समझते हो मतलब दैनिक जीवन मे जिस कंपनी के प्रोडक्टस का उपयोग करते हों। जैसे- हिंदुस्तान यूनीलिवर, नेस्ले, डाबर आदि।

 

शेयर खरीदते और बेचते समय किन बातों का ध्यान रखे 

शेयर बाज़ार को समझना सीखे

सर्वप्रथम शेयर बाज़ार को गूगल पर खोजे और विकिपेडिया, ब्लॉग या किसी वैबसाइट के माध्यम से पढे और अच्छे से समझने का प्रयास करें। हम आपको बिजनेस संबन्धित न्यूज़ पेपर्स या आर्टिकल्स को पढ़ने की सलाह देंगे। कुछ शेयर बाज़ार मे इस्तेमाल करने वाले शब्दो का अर्थ जानकार उस पर अपनी पकड़ बनाइये जैसे P/E, EPS, ROCE, ROE  को अच्छे से समझें। जब तक आप कॉन्फिडेंट न हो जाओ तब तक आपको निवेश नहीं करना चाहिए।

लॉन्ग टर्म निवेश

शेयर बाज़ार से आपको अच्छा पैसा कमाना है तो आपको लॉन्ग टर्म निवेश का सोचना होगा। अगर आप मे धैर्य नहीं है तो आप शेयर से अच्छा पैसा नहीं कमा सकते। कम समय मे ज्यादा से ज्यादा पैसा कमाने के लिए आप इंट्रा डे ट्रेडिंग का उपयोग कर सकते हैं, लेकिन इसमे रिस्क की संभावना बढ़ जाती है। ज़्यादातर इसमे लॉस होने की संभावना बनी रहती है। इसलिए आप लॉन्ग टर्म निवेश ही करने को प्राथमिकता दें।

एक साथ बहुत सारे शेयर न खरीदे

शेयर अगर बहुत अच्छा उछाल क्यो ही न दे रहा हो मगर आपको एक साथ एक ही कंपनी के बहुत अधिक संख्या मे शेयर खरीदने से बचना है। आपको अलग-अलग कंपनियों के शेयर को कुछ ही संख्या मे खरीदें। यह हमेशा ध्यान रखे क्योकि यह शेयर बाज़ार है इसमे अगले पल क्या हो जाए ये किसी को भी नहीं पता।  

छोटे शेयर्स जो 1 डॉलर या लगभग 76 रुपए से कम के होते हैं, उन्हे सामान्यतया पेनी स्टॉक्स  कहा जाता है। राकेश झुनझुन वाला कहते हैं की छोटे शेयरों को नज़रअंदाज़ न करें, अगर शेयर बेहतर है, तो अच्छा रिटर्न मिलेगा। कंपनी के शेयर की कीमत यह नहीं बताती की आप को उसमे निवेश करना है या नहीं बल्कि कंपनी की ब्रांड वैल्यू पर निर्भर करता है। अकसर लोग बड़ी कीमत वाले शेयर को खरीदते हैं जबकि यह देखना चाहिए कि कंपनी का प्रदर्शन बीते 5 साल मे कैसा रहा । अगर कंपनी का आउटलुक अच्छा है, तो शेयर बाज़ार मे उतार-चढ़ाव के बाद भी उससे आपको अच्छा रिटर्न मिलेगा।  

मूल्य निर्धारण

शेयर खरीदा है, तो कभी न कभी तो बेचेंगे ही। तो शेयर बेचने के लिए शेयर की वैल्यू निर्धारित करें। जैसे आपने 100 रुपए का खरीदा और 400 रुपये उसकी फ्युचर वैल्यू प्रोजेक्ट की। जब आपके शेयर की कीमत 400 रुपये की होगी तब आप उसे बेच दें।   

पोर्टफोलियो के लिए रिस्क प्रोफ़ाइल बनाएँ

आप शेयर बाज़ार मे निवेश करने का मन बना रहे हैं, तो आप को इस बाज़ार के उतार-चढ़ाव से चौकन्ना रहना पड़ेगा। इसके लिए आप को यह सुनिश्चित करना पड़ेगा कि आप कितना रिस्क ले सकते हैं और आपको अपना एक रिस्क प्रोफ़ाइल बनाना पड़ेगा।

शेयर बाज़ार मे हमेशा जोखिम रहता है। आपका रिस्क प्रोफ़ाइल बना रहेगा तो आप जिस भी ब्रोकेज कंपनी के माध्यम से शेयर खरीदते हैं,उसमे ज़्यादातर ब्रोकर आपको स्टॉप लॉस ऑर्डर का विकल्प देते है, इससे जैसे ही आपके शेयरों मे भारी गिरावट दर्ज़ होने लगती है, वैसे ही आपका शेयर औटोमैटिकली आपके ब्रोकर द्वारा एक निश्चित मूल्य पर बेच दिया जाता है। जिससे आप नुकसान उठाने से बच जाते हैं।

अलग अलग सेक्टर्स मे निवेश करें

शेयर बाज़ार मे निवेश करने का मन आपने बना ही लिया है तो आपको थोड़ा-थोड़ा निवेश जरूर करना चाहिए वो भी अलग-अलग सेक्टर्स मे। इसके पीछे कारण है, जोखिम का। अलग-अलग सेक्टर्स मे निवेश करेंगे तो किसी मे अगर नुकसान हुआ तो किसी मे लाभ भी ज़रूर होगा। यह बातें कंपनी के प्रॉफ़िट और लॉस पर निर्भर करती है। अगर आपने ज्यादा लाभ के चक्कर मे किसी एक ही सेक्टर्स मे निवेश किया तो आपको भारी नुकसान भी उठाना पड सकता है।

अपने बुनियादी जरूरतों के पैसो से शेयर न खरीदें  

शेयर बाज़ार जोखिम से भरा होता है। ( नोट: सब्जेक्ट टू मार्केट रिस्क )                                                                                                                इसलिए शेयर बाज़ार मे वही पैसे लगाए जो आपके अतिरिक्त पैसे हों।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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