विराट क्रिकेट की दुनिया के ऐसे खिलाड़ी है जिसे हर कोई जानता है यह एक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर है यह दाये हाथ से खेलने वाले सबसे होनहार क्रिकेटरों मे से एक है. वर्तमान मे यह भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान है, इसके अलावा सन् दो हजार तीन से इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) मे राँयल चैलेंजर्स बंगलोर की टीम के कप्तान है. इनका क्रिकेट के प्रति बचपन से रुझाव था, जिसको देख कर इनके पिता ने इनको सही मार्गदर्शन दिया और आगे बढ़ाया, जिससे आज ये इस मुकाम पर पहुचे. क्रिकेट मे दिये गये इनके योगदान के लिये इनको 2017 मे पद्मश्री अवार्ड से समानित किया गया.
विराट कोहली का जन्म और पारिवार की जानकारी
इनका जन्म पांच नवम्बर उन्नीस सौ अठासी को दिल्ली मे हुआ. यह जिस परिवार मे जन्मे थे, वह एक पंजाबी परिवार है इनके पिता का नाम प्रेम कोहली है, यह एक क्रिमिनल एडवोकेट है. इनकी माता का नाम सरोज कोहली है, यह बहुत साधारण और सीधी सी ग्रहिणी है. इनके परिवार में इनसे बड़े एक भाई और एक बहन भी है. और अभी हाल ही में ये विवाह बंधन में भी बंधे है. इसके अलावा इनके घर मे तीन बच्चे है एक बड़े भाई का बेटा तथा अपनी बड़ी बहन के दो बच्चे एक बेटा और एक बेटी भी शामिल है. इनके पिता इनके साथ बचपन से क्रिकेट खेलते थे, जब ये मात्र तीन साल के थे, तब इनको अपने खिलोनौ मे से बल्ला सबसे अधिक पसंद था. यह पसंद उम्र बढ़ने के साथ शौक मे बदल रही थी, यह बात इनके पिता समझ गये थे. और अपने बेटे कि इस इच्छा के लिये वह उसे दैनिक अभ्यास के लिये लेकर जाते थे. इनके पिता सन् दो हजार छ: मे इस दुनिया मे नही रहे, पर यह आज भी अपने पिता की उस सीख को बहुत याद करते है.
विराट कोहली की शिक्षा तथा निजी जानकारी
इनकी प्रारम्भिक शिक्षा विशाल भारती पब्लिक स्कूल, दिल्ली से हुई थी. इनका विशेष ध्यान क्रिकेट पर था, जिसके चलते मात्र आठ-नौ साल की उम्र मे इनके पिता ने इनको क्रिकेट क्लब मे दाखिला दिला दिया, जिससे यह सही तरीके से क्रिकेट सीख सके. जिस स्कूल मे इनकी प्रारम्भिक शिक्षा चल रही थी, वहा सिर्फ और सिर्फ शिक्षा पर ध्यान दिया जाता था, खेल का प्रशिक्षण नही दिया जाता था. तब इनके पिता ने इनकी स्कूल बदलने की सोची तथा ऐसी स्कूल मे दाखिला दिलाया जहा पर शिक्षा तथा खेल दोनों पर ध्यान दिया जाता है व कक्षा नवी से इनको सेविअर कॉन्वेंट सीनीयर सेकेंडरी स्कूल,पश्चिम विहार, दिल्ली मे दाखिला दिला दिया. खेल मे रूचि होने के कारण इन्होंने मात्र बारहवीं तक शिक्षा हासिल की तथा पूरी तरह से क्रिकेट पर मेहनत करी. इन्होंने राज कुमार शर्मा से दिल्ली क्रिकेट एकेडमी मे क्रिकेट सिखा तथा सुमित डोंगरा नाम की एकेडमी मे पहला मैच खेला.
विराट कोहली का करियर(VIRAT KOHLI career history )-
प्रारंभिक करियर –
विराट क्रिकेट की दुनिया के बहुत ही बड़े खिलाड़ी साबित हुये है. यह एक मिडिल ऑर्डर बेट्समेन है, जिससे यह आराम से बेटिंग कर पाते है इसी के साथ यह राईट आर्म्स के बोलर भी है. सन् दो हजार दो मे इन्होंने अंडर फिफ्टीन खेला था. इसके बाद सन् दो हजार चार मे अंडर सेवेनटीन मे इनका चयन हुआ, दिनों दिन इनके खेल के तरीके मे हुए बदलाव से सन् दो हजार छ: मे फर्स्ट क्लास डिबेट के लिये खेले तथा दो हजार आठ मे, यह अंडर नाइनटीन के लिये चुने गये. इनका पहला अंडर नाइनटीन विश्वकप मैच मलेशिया मे हुआ तथा इस मैच मे इंडिया की जीत हुई. यहाँ से इनके करियर ने एक अलग मोड ले लिया था. इसके बाद इनका प्रदर्शन देखकर इनका चयन वन डे इंटरनेशनल के लिए हुआ. इन्होंने यह मैच मात्र उन्नीस साल की उम्र मे श्रीलंका के खिलाफ खेला. यह उनके लिये बड़ी गर्व की बात थी कि इतनी जल्दी उनके एक के बाद मैच मे सिलेक्शन होते गये तथा सन् दो हजार ग्यारह मे वर्ल्ड कप खेलने का मौका मिला तथा उसमे भी इंडिया की जीत हुई. इसी के साथ सन् दो हजार ग्यारह मे इन्होंने टेस्ट मैच खेलना शुरू किये और टेस्ट मैच मे अपना बेहतरीन प्रदर्शन दिया. सन् दो हजार तेरह मे इन्होंने ओडीआई मे शतक बना कर खुद को साबित कर दिखाया. इनके बाद टवेंटी-टवेंटी मैच खेल कर उसमे भी लगातार सफल हुए तथा सन् दो हजार चौदह तथा सोलह मे दो बार मेंन ऑफ द मैच का ख़िताब जीता. इसी के साथ इन्होंने वर्ष चौदह से सत्रह तक लगातार एक सामान खेल कर भारत की जीत दर्ज कराई, इतने उम्दा प्रदर्शन के बाद इनकी गिनती सबसे अच्छे बल्लेबाजों मे होने लगी.
इंडियन प्रिमीयर लीग (आईपीएल) मे करियर
- इन्होंने आईपीएल खेलने की शुरुवात सन् दो हजार आठ मे की थी. तब इनको राँयल चेलेंजर्स, बैंगलोर (आरसीबी) की टीम के लिये बीस लाख रूपये मे ख़रीदा गया था. इन्होंने तब तेरह मैचों मे एक सौ पैसठ रन बनाये थे तथा मात्र पंद्रह का एवरेज था.
- सन् दो हजार नौ मे इन्होंने इनकी टीम को फाइनल तक पहुचाया, तब अनिल कुंबले ने इनके खेल की सरहना करी.यहाँ तक पहुच जाने के बाद भी अभी तक इंडियन टीम मे इनका नाम पर्मनेनट नही हुआ था.
- सन् दो हजार दस-ग्यारह मे भी इन्होंने बहुत मेहनत की पर यह असफल रहे इनकी पहचान अभी तक बनी नहीं थी.
- सन् दो हजार बारह मे इनको लगा कि यदि खुद को सर्वश्रेष्ठ साबित करना है, तो कुछ करना होगा यह इनके करियर का टर्निंग पॉइंट था, इनके बाद से इनके खेल मे और बदलाव आया. आखिरकार दो हजार तेरह मे इन्होंने कर दिखाया और सोलह मैचों मे 635 रन तथा पैतालीस के एवरेज से खेला.
- सन् दो हजार चौदह मे आईपीएल मे इनका प्रदर्शन निराशाजनक था, इन्होंने मात्र सताविस के एवरेज पर खेला. यहाँ एमएस धोंनी ने टेस्ट कप्तानी से रिटायरमेंट ली, तब धोनी की जगह पर इनको टेस्ट की कप्तानी सौपी गई यहाँ यह पूरी तरह से बदल गये. वह दूसरी टीमों के कप्तान की तरह मजबूत हुए तथा उस तरह से इंडियन टीम को संभाला सन् दो हजार पंद्रह मे ये पांच सौ रन का रिकॉर्ड तोड़ने मे कामयाब रहे.
- सन् दो हजार सोलह तक यह एक मंजे हुए खिलाड़ी बन चुके थे. इन्होंने एशिया कप और टी-20 मे भारत के लिये तथा आईपीएल मे आरसीबी के लिये बहुत अच्छे मैच खेले चार पारी मे सलंग जीत का परचम लहराया. दो हजार सत्रह मे कंधे मे चोट लग जाने की वजह से यह कुछ मैच नही खेल पाये. उसके बाद हालही मे सन् दो हजार अठारह मे इन्हें आईपीएल मे अठारह करोड़ मे ख़रीदा गया.
इंडियन प्रिमीयर लीग (आईपीएल) के रिकॉर्ड –
बेटिंग | बॉलिंग | फिल्डिंग | कैप्टेनसी | ||||
इनिंग्स | 155 | ओवरस | 41.5 | कैचस | 68 | कुल मैच | 96 |
नॉट आउट | 26 | बेस्ट ओवरस | 2/25 | सबसे ज्यादा कैच | 2 | जीते गये मैच | 44 |
फोर रन रिकार्ड (4s) | 434 | विकेट्स | 4 | हारे गये मैच | 48 | ||
सिक्स रन रिकार्ड (6s) | 177 | इकोनोमिक रेट | 8.80 | जीते जाने वाले टॉस | पचास प्रतिशत | ||
सबसे ज्यादा रन | 113 | बाल्स | 251 | ||||
औसत | 38.36 | ||||||
स्कोरिंग रेट | 130.76 | ||||||
अर्द्धशतक | 34 | ||||||
शतक | 4 | ||||||
ओपन बेटिंग | 48 |
टी-20 इंटरनेशनलस मे करियर-
इन्होंने टी-20 मे एक के बाद रिकॉर्ड तोड़े पर कुछ मैच मे इनको विपरीत परिस्थितियों का भी सामना करना पड़ा . वेस्टइंडीज के खिलाफ सेमीफाइनल मे अकेले ने 89 बनाने के बावजूद भारत को यह मैच नही जीता पाये. पर फिर धीरे-धीरे टी-20 इंटरनेशनलस तथा टी-20 वर्ल्डकप मे अपना स्थान जमाया तथा बहुत ही अच्छा प्रदर्शन दिया.
टी-20 इंटरनेशनलस मे रिकार्ड्स-
इससे संबन्धित रिकॉर्ड्स के लिये आगे सारणी दी गई है.
बेटिंग | बॉलिंग | फिल्डिंग | कैप्टेनसी | ||||
इनिंग्स | 58 | ओवरस | 24.2 | कैचस | 32 | कुल मैच | 17 |
नॉट आउट | 15 | बेस्ट ओवरस | 146 | सबसे ज्यादा कैच | 3 | जीते गये मैच | 11 |
फोर रन रिकार्ड (4s) | 214 | विकेट्स | 4 | हारे गये मैच | 6 | ||
सिक्स रन रिकार्ड (6s) | 46 | इकोनोमिक रेट | 8.14 | जीते जाने वाले टॉस | 23.53 प्रतिशत | ||
सबसे ज्यादा रन | 90 | बाल्स | 146 | ||||
औसत | 48.88 | ||||||
स्कोरिंग रेट | 136.23 | ||||||
अर्द्धशतक | 18 | ||||||
शतक | Zero | ||||||
ओपन बेटिंग | 7 |
टी-20 वर्ल्डकप के रिकॉर्ड्स –
करियर की शुरुआत से अब तक के टी-20 वर्ल्डकप के रिकार्ड्स-
बेटिंग | बोलिंग | फिल्डिंग | |||
इनिंग्स | 16 | ओवरस | 5.4 | कैचस | 9 |
नॉट आउट | 7 | बेस्ट ओवरस | 1/15 | सबसे ज्यादा कैच | 2 |
सबसे ज्यादा रन | 89 | विकेट्स | 2 | ||
औसत | 86.33 | इकोनोमिक रेट | 8.12 | ||
स्कोरिंग रेट | 133.05 | बाल्स | 34 | ||
अर्द्धशतक | 9 |
|
|||
ओपन बेटिंग |
Zero |
वन डे इंटरनेशनल(ओडीआई) करियर (One Day career)–
इनके ओडीआई के मैच से संबंधित जानकारियाँ इस प्रकार है-
- सन् दो हजार ग्यारह मे टेस्ट मैच मे जगह बनाने के बाद ओडीआई मे छठवे स्थान पर बेटिंग कर शुरू की तथा लगातार दो मैच हार गये लेकिन उसके बाद के मैच में इन्होंने एक सौ सोलह रन की शतक बनाई. यह वह मैच तो भारत को नही जीता पाये, पर शतक बनाने वाले एक मात्र भारतीय क्रिकेटर बने.
- इसके बाद कॉमनवेल्थ बैंक ट्राएंगुलर सीरीज़ मे ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका के खिलाफ सात मैच मे से दो मे जीत हासिल की, एक मैच टाय हो गया तथा चार मैच इंडिया हार गई. पर यहा फाइनल मे क्वालीफाई करने के एक और मैच जों कि श्रीलंका के खिलाफ खेल कर बोनस हासिल करना था, उसमे तीन सौ इक्कीस रन का टारगेट था, जिसमे से एक सौ तैतीस रन इन्होंने बना कर भारत की जीत दर्ज कराई तथा मैन ऑफ दी मैच का ख़िताब जीता. इस मैच मे मजेदार बात यह थी कि लाथिस मलिंगा जैसे खिलाड़ी ने एक ओवर मे चौबीस रन बनाये पर इनकी टीम जीत हासिल नही कर पाई.
- इनके अच्छे प्रदर्शन को देख कर सन् दो हजार बारह मे इनको एशिया कप के लिये वाइस-कैप्टन चुना गया तथा कहा गया कि इसी तरह यह खेलते रहे तो भविष्य मे भारतीय टीम के कप्तान यही रहेंगे और वह इस बात पर खरे उतरे.
- ग्यारहवीं ओडीआई मे इन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ खेल कर एक सौ अड़तालीस गेंदों मे एक सौ तिरयासी रन बनाये जिसमे बावीस चौके एक छक्का लगा कर तीन सौ तीस रन का रिकॉर्ड भारत के खाते मे दर्ज कराया. यह एशिया कप के इतिहास का सबसे बड़ा रिकॉर्ड था, तथा इन्हें एक बार फिर इस मैच मे मैन ऑफ दी मैच का ख़िताब मिला.
वन डे इंटरनेशनल(ओडीआई) का रिकार्ड (ODI )–
इनके द्वारा खेले गये ओडीआई मैच के आज तक के रिकॉर्ड नीचे तालिका मे दिये गये है.
बेटिंग | बॉलिंग | फिल्डिंग | कैप्टेनसी | ||||
इनिंग्स | 200 | ओवरस | 106.5 | कैचस | 100 | कुल मैच | 49 |
नॉट आउट | 35 | बेस्ट ओवरस | 1/15 | सबसे ज्यादा कैच | 3 | जीते गये मैच | 38 |
फोर रन रिकार्ड (4s) | 893 | विकेट्स | 4 | हारे गये मैच | 10 | ||
सिक्स रन रिकार्ड (6s) | 104 | इकोनोमिक रेट | 6.22 | जीते जाने वाले टॉस | 21(44.90 प्रतिशत) | ||
सबसे ज्यादा रन | 183 | बाल्स | 641 | ||||
औसत | 58.11 | ||||||
स्कोरिंग रेट | 92.15 | ||||||
अर्द्धशतक | 46 | ||||||
शतक | 35 | ||||||
ओपन बेटिंग | 4 |
टेस्ट मैच का करियर –
सन् दो हजार चौदह मे एम एस धोनी को चोट लग जाने की वजह से यह कप्तान बने, इन्होंने पहली पारी मे 115 रन बनाये. ये टेस्ट मे लगातार चार शतक बनाने वाले पहले भारतीय क्रिकेटर बने. दूसरी पारी मे तीन सौ चौसठ रन का टारगेट था जिसमे इन्होंने एक सौ पिनच्यानवे रन बनाये तथा तीन सौ पंद्रह ही रन पर पर यह मैच बहुत अच्छे से खेला गया था. इसी तरह जब से इनको टेस्ट मैच की कप्तानी दी, तब से आज तक इन्होंने बहुत अच्छा खेला तथा अपनी कप्तानी को पूरी तरह निभाया.
टेस्ट मैच का रिकार्डस-
अभी तक के टेस्ट मैच के रिकार्ड्स नीचे दिये गये है.
बेटिंग | बॉलिंग | फिल्डिंग | कैप्टेनसी | ||||
इनिंग्स | 112 | ओवरस | 27.1 | कैचस | 63 | कुल मैच | 35 |
नॉट आउट | 8 | बेस्ट इनिंग्स | Zero | सबसे ज्यादा इनिंग्स कैच | 3 | जीते गये मैच | 21 |
फोर रन रिकार्ड (4s) | 618 | विकेट्स | Zero | सबसे ज्यादा कैच | 4 | हारे गये मैच | 5 |
सिक्स रन रिकार्ड (6s) | 17 | इकोनोमिक रेट | 2.80 | जीते जाने वाले टॉस | (51.43 प्रतिशत) | ||
सबसे ज्यादा रन | 243 | बाल्स | 163 | ||||
औसत | 5554 | बेस्ट मैच | – | ||||
स्कोरिंग रेट | 54.40 | ||||||
अर्द्धशतक | 16 | ||||||
शतक | 21 | ||||||
दुहरी शतक | 6 | ||||||
तीसरी शतक | – | ||||||
ओपन बेटिंग | Zero |
विराट कोहली ब्रांड अम्बेसिटर लिस्ट
यह क्रिकेटर होने के साथ कई कंपनीज के ब्रांड एम्बेसिटर भी है जिसकी लिस्ट निम्न है –
- वाल्वोलाइन
- फिलिप्स इंडिया
- रेमिट 2 इंडिया
- उबर इंडिया
- विक्स इंडिया
- एमआरएफ टायर्स
- बूस्ट एनर्जी ड्रिंक
- अमेरिकन टूरिस्टर
- रायल चेलेंजर एल्कोहल
- मान्यवर
- आडी इंडिया
- टीससोट
- टू यम्म
- पुमा
इसके अलावा भी ओर भी कई कम्पनीयों मे पार्टनर है.
विराट कोहली को मिलने वाले अवार्ड की लिस्ट (VIRAT KOHLI’S AWARDS LIST)-
विराट ने बहुत ही कम उम्र में बहुत अच्छा प्रदर्शन कर अपार सफलता हासिल की है. इन्होंने अपने मैचों में कई रिकार्ड्स बनाकर अपना व अपने परिवार का नाम रोशन किया है. इन्हें खेल में इनके उम्दा प्रदर्शन के चलतें कई अवार्ड्स से सम्मानित किया गया है, उन्हीं में से कुछ इस प्रकार है.
1. | 2012 | पीपुल चॉइस अवार्ड फॉर फेवरेट क्रिकेटर |
2. | 2012 | आईसीसी ओडीआई प्लयेर ऑफ दी इयर अवार्ड |
3. | 2013 | अर्जुन अवार्ड फॉर क्रिकेट |
4. | 2017 | सीएनएन-आईबीएन इंडियन ऑफ दी इयर |
5. | 2017 | पद्मश्री अवार्ड |
6. | 2018 | सर गर्फिएल्ड सोबर्स ट्राफी |
विराट कोहली की शादी (Virat Kohli’s Marriage) –
अनुष्का शर्मा एक बॉलीवुड एक्ट्रेस है. विराट और अनुष्का ने सन् दो हजार तेरह मे एक ऐड कंपनी के लिये साथ काम किया था, यह इन दोनों की पहली मुलाकात थी. उसके बाद इनकी दोस्ती हुई तथा यह दोस्ती गहरी हुई, जिसके चलते इनकी डेटिंग की खबरे सामने आई, तथा अनुष्का अपने बहुत व्यस्त शेडूल मे भी इनका मैच देखने जाती थी. यह एक दूसरे से सही मायने मे बहुत प्यार करते थे पर बीच मे कुछ विवाद भी हुए पर यह दोनों बहुत से विवादों के बाद भी एक हुए. दिसम्बर,2017 मे विराट और अनुष्का, इटली में विवाह के बंधन मे बंध गये.
विराट कोहली की आय (INCOME OF VIRAT KOHLI)-
यह भारतीय क्रिकेट टीम के काफी महंगे क्रिकेटर है इनकी हर मैच की इनकम लाखों करोड़ो मे है. इसके अलावा भी इनके आय के कई और स्त्रोत है. इनकी आय कि कुछ जानकारी निचे टेबल में एड की गई है.
1. | वन डे मैच से आय | लगभग 4 लाख रुपये |
2. | टी-20 मैच से आय | लगभग 3 लाख रूपये |
3. | टेस्ट मैच से आय | लगभग 15 लाख रुपये |
4. | आईपीएल आक्शन से सन् 2018 मे | लगभग 17 करोड़ |
5. | रिट्रेनरशीप की फीस | लगभग 7 करोड़ रूपये पर इयर |
विराट कोहली के जीवन की दिलचस्प बाते
इनके जीवन की बहुत अच्छी और दिलचस्प बातें है जिसमे इनके जीवन के कई तथ्य जुड़े है जैसे-
- सन् 2006 मे जब गंभीर बीमारी से इनके पिता की मृत्यु हुई थी, तब इन्होंने सब भूल कर रनजी सीरीज मे कर्नाटक के खिलाफ मैच खेलने का फैसला लिया, जों इनके लिये बहुत मुश्किल था. इसमें इन्होंने अपनी टीम के लिये 90 रन बनाये.
- पूरे वर्ल्ड मे मात्र आठ क्रिकेटरों ने 20 ओडीआई मे शतक बनाई है उन आठ मे यह भी आते है. यह 20 ओडीआई मे शतक लगाने वाले सबसे तेज क्रिकेटर है इनके पहले सचिन तेंदुलकर का नाम था.
- ये सचिन, सौरव और एमएस धोनी के बाद ओडीआई मे तीन साल मे लगातार एक हजार रन से अधिक बनाने वाले चौथे क्रिकेटर बने.
- यह 1000, 3000, 4000 तथा 5000 रन का रिकार्ड बनाने वाले सबसे तेज भारतीय क्रिकेटर है. इसी के साथ ये रिचर्ड के साथ साझा करते हुए 5000 रन बनाने वाले सबसे तेज इंटरनेशनल क्रिकेटरों मे से एक है.
- न्यूज़ीलैण्ड के पूर्व कप्तान ने इनकी तारीफ मे कहा था कि, “ कोहली एक ऐसे खिलाड़ी है जों राहुल द्रविड की तीव्रता , वीरेंद्र सहवाग की उम्मीदों, तथा सचिन की सीमा के भी परे है” इन सबकी उम्मीदों को पूरा करेंगे और आज उन्होंने यह कर दिखाया.
- ये अपने हाथ पर टेटू बनवाने वाले कुछ भारतीय खिलाडियों मे से एक है तथा इन्होंने गोल्डन ड्रेगन का बहुत ही अच्छा और स्पष्ट टेटू बनवाया है.
- इनको पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलना बहुत पसंद है. मैदान पर यह एक तीव्र खिलाड़ी के रूप मे आकर भारत का नेतृत्व करते है.
- यह पढ़ने मे बहुत होशियार थे, इनके शिक्षक भी यह बात बोलते थे . इनको हिस्ट्री और मेथ्स मे बहुत दिलचस्पी थी.
- यह अपने फ्री समय मे क्रिकेट के हाईलाइट्स के वीडियो देखते थे. इनका खुदका दिल्ली मे एक रेस्टोरेंट है जिसका नाम नूएवा है यह मांसाहारी खाने का शौक रखते है.
विराट कोहली के रिकॉर्ड (Records of VIRAT KOHLI) –
यहाँ हम इस टेबल मे इनके करियर के कुछ रिकार्डस् बता रहे है जिन्हें क्रिकेट प्रेमी बार-बार पढ़ना पसंद करते है. वह इस प्रकार है-
1. | सन् 2011 मे वर्ल्ड कप मे सेंचुरी बनाई थी. |
2. | मात्र बावीस साल मे 2 ओडीआई मे सौ रन बनाने वाले तीसरे भारतीय खिलाड़ी थे. |
3. | ओडीआई क्रिकेट मे 1000,3000,4000, और 5000 रन बनाने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी थे. |
4. | 2013 मे जयपुर मे ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बावन रनों मे सेंचुरी बनाई थी. |
5 | ओडीआई मे 7500 रन बनाने वाले सबसे जल्दी भारतीय क्रिकेटर थे. |
विराट कोहली के जीवन से सीख-
इनके पिता की डेथ के बाद बहुत अकेले हो गये थे इनके और इनके भाई के पास कोई नौकरी नही थी. इन्होंने बहुत संघर्ष करके आज इस मुकाम तक खुद को पहुचाया है जिसका श्रेय यह इनके पिता को ही देते है. विराट आज भी उनकी कमी महसूस करते है पर यह रुके कभी नही निरंतर चलते रहे और उन्नति की ओर बड़े.
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