व्यापार बड़ा कैसे करे? सफल व्यापारी बनने के 5 टिप्स?

व्यापार के क्षेत्र  में जहाँ एक ओर प्रशंसक होते है तो वहीं दूसरी ओर आलोचना करने वालो की भी कमी नहीं होती। 

यह एक कड़वा सच है कि "जब व्यक्ति तरक्की की राह पर होता है तब सबसे पहले उसके ही प्रियजनों द्वारा उसकी तरक्की की राह में रुकावट तो कहीं मनोबल बढ़ाने का कार्य किया जाता है"। 

संघर्षशील व्यक्ति प्रशंसाओ व आलोचनाओ की परवाह किये बगैर अपनी मंज़िल को तय करता है एक दिन ऐसा भी आता है जब उसका व्यापार बहुत बड़ा हो जाता है।

व्यापारी के अंदर कुछ ऐसी चीजें होना आवश्यक हैं जिससे वो एक सफल व्यापारी  बन सके और अपने  जीवन  में अपने मन मुताबिक़ ऊंचाई तक पहुंच सके ।

यदि आप भी एक व्यापारी बनना चाहते हैं, तो यहाँ पर आपको सफल व्यापारी बनने की जानकारी दी जा रही है। जो आपके काम आ सकते हैं।

आज कुछ ऐसे ही पाँच महत्वपूर्ण विन्दु को बताया जा रहा है, जो कि व्यापारिक क्षेत्र में उन्नति करने में सहायक हो सकते हैं।

1:  व्यापार का चयन करें

कभी भी दूसरे व्यापारी को व्यापार करते देखकर उसी व्यापार की शुरुआत न करें। व्यापार की शुरुआत अपने रूचि के अनुसार करें।

यह जरूरी नहीं कि आप जिस भी व्यापारी को देखकर वही व्यापार शुरू कर रहे हैं वह आपके लिए भी सफल हो जाए। 

अपने व्यापार का चुनाव अपने रूचि के अनुसार करना चाहिए। आप जो भी व्यापार शुरू करने जा रहे हैं उसके बारे में पहले सोच समझ ले कि क्या इस व्यापार में आपकी रुचि है या नही।

यदि रुचि है तो पहले उस व्यापार के हानि और लाभ के बारे में अच्छी तरह सोच समझ ले। आपके मनपसंद व्यापार के क्षेत्र में आपके अनुभवो की भी बहुत अहमियत है।

2: बाजारो की जांच पड़ताल करें

अपने व्यापार से संबंधित बाज़ारो की भी जांच पड़ताल कर लें। कुछ होलसेल बाज़ारो में सामान तो सस्ते मिलते है लेकिन उनमें गुणवत्ता की कमी पायी जाती हैं, वहीं कुछ बाज़ारो में सामान भले ही महंगे मिलते है लेकिन वह अच्छी गुणवत्ता वाले होते हैं। 

कुछ ग्राहक क़्वालिटी के साथ समझौता नहीं करते, उन्हें अच्छा सामान चाहिए कीमत कुछ भी हो वहीं कुछ ग्राहकों को सस्ता सामान चाहिए उन्हें क़्वालिटी से कुछ भी नही लेना देना। 

इसलिए आप दोनों बाज़ारो से अपना संबंध रखे! परन्तु अपने ग्राहक की मांग के अनुसार ही सामान दे। 

अपने ग्राहक को दोनों तरह के सामानों को दिखाए और उन्हें यह भी बताए कि यह सामान इस सामान से अच्छी गुणवत्ता वाला है। उन्हें जो पसंद आएगा वह लेंगे।

3: सहनशील स्वभाव होना चाहिए

व्यापारी को सहनशील होना चाहिए। ग्राहक से बात करते समय स्वभाव में गंभीरता और चेहरे पर हल्की मुस्कान होनी चाहिए अर्थात व्यापारी को अपने ग्राहको से सम्मानजनक व्यवहार करना चाहिए। 

आप चाहे फुटकर व्यापारी हो या थोक व्यापारी हो आप अपने व्यवसायिक प्रतिष्ठान पर ग्राहकों के बैठने के लिए कुर्सी या स्टूल आदि के साथ ही पीने के लिए पानी की व्यवस्था जरूर रखे। इससे आपके ग्राहक को लगेगा कि आप उनको बहुत महत्व देते है। 

कुछ ग्राहक ऐसे भी होते हैं जिनको सामान लेने की बहुत जल्दी होती है और वह जल्दबाजी में कुछ ऐसा भी शब्द बोल जाते हैं जो जो आपको अटपटा लग सकता है। लेकिन आपको वहां सहनशीलता के साथ बात करनी है क्योंकि आप एक व्यापारी है। यदि आप भी उन्ही जैसी कड़वी बात करने लगेंगे तब आपके व्यापार पर गलत प्रभाव पड़ सकता है।

4: कार्य के प्रति रुचि रखें

एक सफल व्यापारी को अपने अंदर अपने कार्य के प्रति रुचि होना चाहिए। क्योंकि जब तक व्यक्ति के अंदर कार्य को करने में रूचि नहीं होगी तब तक वह कोई भी काम अच्छे तरीके से नहीं कर पाता और अन्ततः नुकसान उठाना पड़ता है। इसलिए एक व्यापारी बनने के लिए आपको अपने काम अर्थात व्यापार के प्रति रूचि रखना पड़ेगा।

यदि आपके ग्राहक आपसे समानो के लेन देन में कुछ ज्यादा समय लगा रहे हों तब आप ये न सोचे कि वह आपका समय बरबाद कर रहा है। उस समय आपका ग्राहक आपके समय से ज्यादा महत्वपूर्ण है।  

5: चुनौतियों का सामना करें

व्यापारिक जीवन हमेशा चुनौतियों से भरा होता है लेकिन आपको एक सफल व्यापारी बनने के लिए चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। अगर आप रिस्क लेने से डरते हैं तो आप ज्यादा आगे नही जा पाएंगे।

जब बात पैसा लगाने की आती है तो मार्केट में पैसा लगाने की हिम्मत हर किसी की नहीं होती और जिन्होंने हिम्मत दिखाया वही आज बड़े और सफल व्यापारी बने हुए हैं।

कभी कभी परिस्थितियां बिपरीत होने लगती है तब मन मे आता है कि इस व्यापार को छोड़ दें, परंतु आपको ऐसा नहीं करना है। 

दोस्तों ! बहुत लोगों की सफलता तब से शुरू होती है जब वह विपरीत परिस्थितियों में घिरने के बाद अपने आप को संभाल लेते है और पूरे आत्मविश्वास के साथ अपने कार्य दो गुनी रफ्तार से करते है। 

एक संघर्षशील व्यक्ति ही सफल होता है और "विपरीत परिस्थितियों में जो कार्य किया जाय उसी को संघर्ष कहते हैं"। जो विपरीत परिस्थितियों में भी अपने आपको संभालकर संघर्ष करता है वही सफल व्यापारी होता है।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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