ये हैं थायरायड की 7 अचूक होम्योपैथिक दवा

थायराइड की होम्योपैथिक दवा - Thyroid ki homeopathic medication 

 

थायराइड के इलाज के लिए उपयोग की जाने वाली होम्योपैथिक दवाओं के बारे में नीचे दिया गया है: 

 

1. ब्रोमियम (Bromium

 

सामान्य नाम: ब्रोमाइन (Bromine) 

 

लक्षण: ये दवा उन लोगों के लिए है, जिनका शरीर नाजुक है और बाल व आंखें हल्की है। नीचे दिए लक्षणों के लिए ये दवा असरदार है: 

 

बार-बार थायराइड, टॉन्सिल्स और पैरोटिड ग्रंथियों में सूजन होना। 

 

दिल के बढ़ने के साथ धड़कनें तेज होना। 

 

बार-बार श्वसन संबंधी समस्याएं होना, जैसे अस्थमा व लेरिन्जाइटिस। (और पढ़ें - अस्थमा अटैक आने पर क्या करें) 

 

चेहरे पर बार-बार मुंहासे और फोड़े होना। (और पढ़ें - फोड़े फुंसी हटाने के तरीके) 

 

शाम से आधी रात तक लक्षण बदतर होना और ठंडी हवा व पानी से बढ़ जाना। 

 

2. कैल्केरिया कार्बोनिका (Calcarea Carbonica) 

 

सामान्य नाम: कार्बोनेट ऑफ़ लाइम (Carbonate of lime) 

 

लक्षण: ये दवा उन लोगों के लिए अधिक असरदार है, जिनका रंग गोरा है, जिनका वज़न आसानी से बढ़ जाता है और जिन्हें बहुत अधिक पसीना आता है, खासकर सिर व गर्दन पर। इससे निम्नलिखित लक्षणों में आराम मिलता है: 

 

हाथ-पांव, सिर और पेट पर ठंडक महसूस होना। 

 

अत्यधिक कब्ज होना, जिसमें मल को चिकित्सकीय तौर पर निकालने की आवश्यकता होती है। (और पढ़ें - कब्ज दूर करने के तरीके) 

 

अनियमित मासिक धर्म होना। पीरियड्स जल्दी-लेट होना, ज्यादा होना, लंबे होना या न होना। (और पढ़ें - मासिक धर्म से जुड़े मिथक) 

 

हड्डियों की कमजोरी और चलने व खड़े होने में दिक्कत होना, खासकर बच्चों में। 

 

अंडे खाने की इच्छा होना और दूध व मीट खाने का बिलकुल मन न करना। 

 

आसानी से ठंड लगना। 

 

3. फुकस वेसिकुलोसस (Fucus Vesiculosus) 

 

सामान्य नाम: सी केल्प (Sea kelp) 

 

लक्षण: नीचे दिए लक्षणों में इस दवा से आराम मिलता है: 

 

थायराइड ग्रंथि के बढ़ने के साथ आंखों की पुतलियों का बाहर निकलना। 

 

मोटापा। (और पढ़ें - मोटापा कम करने के उपाय) 

 

बदहजमी और पेट फूलना। (और पढ़ें - पेट फूलने पर क्या करना चाहिए) 

 

कब्ज होना। 

 

4. आयोडिनम (Iodinum

 

समान्य नाम: आयोडीन (Iodine) 

 

लक्षण: थायराइड बढ़ने के लिए आयोडिनम एक बहुत अच्छी दवा है और ये उन लोगों को सूट करती है जो पतले हैं और जिनका रंग सांवला है। निम्नलिखित लक्षणों को इस दवा से ठीक किया जा सकता है: 

 

उचित तरीके से खाने के बाद भी वजन कम होना। 

 

अत्यधिक कमजोरी के साथ बहुत पसीना आना। (और पढ़ें - ज्यादा पसीना आना रोकने के घरेलू उपाय) 

 

हाथ कांपना। 

 

नब्ज बढ़ जाना, खासकर सीढ़ियां चढ़ते समय। 

 

थायराइड ग्रंथि का सख्त होना व बढ़ना। 

 

खाने के बाद लक्षण बेहतर होना। 

 

5. नैट्रम म्यूरिएटिकम (Natrum Muriaticum

 

सामान्य नाम: कॉमन साल्ट (Common salt) 

 

लक्षण: थायराइड संबंधी समस्याओं के लिए ये एक बहुत अच्छी दवा है और ये उन लोगों को सूट करती है जो नाज़ुक हैं, ज्यादा सोचते हैं और आसानी से रो पड़ते हैं। नीचे दिए लक्षणों को इस दवा से ठीक किया जा सकता है: 

 

ठीक से खाने के बाद भी वज़न कम होना। गर्दन के आसपास मांस कम होना। 

 

कब्ज होना और मल करने के बाद गुदा में चुभन वाला दर्द। (और पढ़ें - गुदा कैंसर के लक्षण) 

 

योनि का सूखापन और अनियमित मासिक धर्म। 

 

नब्ज व धड़कन तेज होना। छाती में संकुचन महसूस होना। 

 

बाल झड़ना। (और पढ़ें - बाल झड़ना रोकने के उपाय) 

 

बार-बार तेज सिरदर्द होना, जो आंखों पर जोर पड़ने से व धूप में जाने से शुरू होता है और सूरज उगने से ढलने तक रहता है। (और पढ़ें - सिर दर्द होने पर क्या लगाना चाहिए) 

 

नमक खाने की बहुत अधिक इच्छा होना। 

 

त्वचा का तैलीय होना, एनीमिया, वजन घटना और आसानी से सर्दी जुकाम हो जाना। 

 

6. स्पोंजिया टोस्टा (Spongia Tosta) 

 

सामान्य नाम: रोस्टेड स्पॉन्ज (Roasted wipe) 

 

​लक्षण: ये दवा खासकर बच्चों और महिलाओं को सूट करती है। ये उन लोगों पर असर करती है जिनके बाल हल्के हैं और रंग गोरा है। इससे नीचे दिए लक्षण ठीक किए जा सकते हैं: 

 

रात के समय दम घुटने की भावना होना। 

 

श्वसन नली और गले का सूखापन महसूस होना। (और पढ़ें - गले के सूखने के लिए क्या करें) 

 

गर्म पेय पदार्थ लेने पर लक्षण बेहतर होना। 

 

छाती में दर्द के साथ दम घुटना और पसीना आना। (और पढ़ें - छाती में दर्द का होम्योपैथिक इलाज) 

 

दिल में मौजूद वाल्व का लीक करना। 

 

अचानक धड़कन तेज होने के साथ दर्द और चिंता होना, खासकर रात के समय। (और पढ़ें - चिंता दूर करने के उपाय) 

 

बार-बार आवाज़ वाली व सूखी खांसी होना, खासकर मीठा व ठंडा खाने-पीने के बाद या धूम्रपान करने से। 

 

7.थायरियोडाईनम (Thyreoidinum) 

 

सामान्य नाम: ड्राइड थायराइड ग्लैंड ऑफ़ दि शीप (Dried thyroid organ of the sheep) 

 

लक्षण: थायराइड घटने पर निम्नलिखित लक्षणों में इस दवा का उपयोग किया जाता है: 

 

थायराइड बहुत कम होना , जिससे व्यक्ति का पोषण व विकास प्रभावित होता है, खासकर उन बच्चों का जिन्हें जन्मजात हाइपोथायरॉइडिज़्म है। 

 

थायराइड के लिए खान-पान और जीवनशैली के बदलाव - Homeopathy me thyroid ke liye khan-skillet aur jeevanshaili me badlav 

 

होम्योपैथिक उपचार के साथ आपको कुछ सावधानियों की आवश्यकता होती है, जिनके बारे में नीचे दिया गया है: 

 

क्या करें

 

होम्योपैथिक दवाओं को बहुत ही कम मात्रा में दिया जाता है, जिसके कारण इनके कार्य पर आसानी से बुरा असर पड़ सकता है। इससे बचने के लिए दवाओं को साफ-सुथरी व सूखी जगह पर रखना आवश्यक है। 

 

दवाओं को सीधी धूप से दूर रखें। 

 

हर मौसम में ताज़ी हवा में थोड़ी सैर करने अवश्य जाएं। (और पढ़ें - सुबह की सैर करने के फायदे) 

 

रोज़ाना नियमित रूप से सैर करें और थोड़ा शारीरिक परिश्रम करें ताकि आपकी मांसपेशियां मजबूत हों। कुछ एक्सरसाइज से दिमाग शांत करने में भी मदद मिलती है। (और पढ़ें - मांसपेशियों की कमजोरी दूर करने के उपाय) 

 

स्वस्थ और पौष्टिक आहार लें। 

 

क्या न करें: 

 

ऐसे खान-पान और कॉस्मेटिक से दूर रहें, जो दवा के कार्य को प्रभावित कर सकते हैं, जैसे: 

 

तेज गंध वाले खान-पान के पदार्थ, जैसे कॉफी, हर्बल चाय, शराब, मसाले और चॉकलेट। (और पढ़ें - शराब की लत छुड़ाने के घरेलू उपाय) 

 

औषधीय प्रभाव वाले टूथपेस्ट और माउथवाश। 

 

परफ्यूम। 

 

तेज मसालों वाला खाना और सॉस। (और पढ़ें - मसालेदार खाने के नुकसान) 

 

आइसक्रीम जैसे ठंडे, जमे पदार्थ। 

 

खाने में और सूप में कच्ची सब्जियां और जड़ी बूटी। 

 

अजवाइन, अजमोद, बासा चीज और मीट। 

 

सुस्ती भरी जीवनशैली न अपनाएं, दोपहर के समय ज्यादा देर तक सोने से दवाओं  के कार्य पर दुष्प्रभाव हो सकता है।

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Name- Bharat bhushan raje Birth details- 02/04/1987 Parents information- M.P.Rahi(father) chandrawti devi(mother) Education - M.A(economics) Profession - teaching