ब्रेड लवर्स को जरूर जाननी चाहिए यह डिफरेंट सैंडविच रेसिपीज

आप में से अक्सर लोगों ने सैन्डविच ज़रूर खाया होगा.

बढ़ती व्यस्तता और भाग दौड़ के दैनिक जीवन में खाना कहीं ठिकाने से बैठकर खाने का मौक़ा कहाँ मिलता है और इसी लिए यह भूख को टालने का बहाना लोकप्रिय होता गया यहाँ तक कि शहरों में काम करने वाले युवकों का तो यह रोज़ाना का लंच बन गया.

लेकिन क्या आप को मालूम है कि यह शब्द कैसे बना.

हमारा आज का शब्द है सैन्डविच (Sandwich)

पिछली कई बैठकों में हमने ऐसे शब्दों के बारे में बात की थी जो किसी व्यक्ति के नाम से प्रचलित होकर दुनिया भर में छा गए. ऐसे शब्दों में आप Boycott और Maverick को भी देख सकते हैं.

इस खाने की चीज़ का अर्थ जानने में शायद आप लोगों को कोई ख़ास रुचि नहीं है. चलिए पहले तो इसे खाते हैं, फिर इसकी उत्पत्ति की कहानी सुनते हैं और फिर इसके विभिन्न मतलब और प्रयोग को देखते हैं. वैसे आप को शायद यह तो मालूम होगा की सैन्डविच कनाडा और इंग्लैंड के शहरों का नाम भी है सैन्डविच के चौथे अर्ल (Earl अंग्रेज़ कुलीन वर्ग की एक उपाधि है जो मार्कीज़ (Marquess) और विस्काउंट (Viscount) के बीच में आती है और मार्कीज़, राजा या ड्यूक और अर्ल के बीच की उपाधि है) जॉन मॉनटागू (1718-1792) के बारे प्रसिद्ध है कि उन्होंने ही सैन्डविच को प्रचलित किया.

जॉन मॉनटागू एक बेहद व्यस्त आदमी थे. कहा जाता है कि वह एक बार बाज़ी खेलने के लिए बैठ गए तो 24 घंटे तक उसी में लगे रहे यहां तक कि उन्हें खाने के लिए भी उठने की फ़ुर्सत नहीं रही और वह इस बीच एक हाथ से ही रोटी या ब्रेड में मांस डाल डाल कर खाते रहे ताकि दूसरे हाथ में ताश की पत्ती साफ़ सुथरी हालत में रहे. शायद इस समय आप को प्रेमचंद की कहानी पर आधारित फ़िल्म शतरंज के खिलाड़ी याद आ रही हो या फिर अपना ही कोई ऐसा जूनून जिस में खाने पीने की सुध न रही हो.

कुछ लोगों का कहना है कि हालांकि लोगों ने इसे मशहूर कर दिया है लेकिन इस में अधिक सच्चाई नहीं है. जॉन मॉनटागू की जीवनी लिखने वाले रॉजर का कहना है कि इस अफ़वाह का एक मात्र स्रोत ग्रौज़ली का सफ़रनामा है जिसमें यह लिखा गया है. उनका यह कहना भी है कि जिस समय (1765) का संदर्भ इस सफ़रनामे में है उस समय जॉन मॉनटागू इतने व्यस्त थे कि उन्हें ताश खेलने का समय कहाँ था.

चलिए यह सही है या नहीं हमें इस बहस से बहस नहीं है लेकिन इतना तो तय है कि कैप्टेन जॉन कुक ने अंग्रेज़ फ़ौजियों को प्रोत्साहन देने पर जॉन मॉनटागू के नाम पर आज के हवाई द्वीपसमुह को 1778 ई. में सैन्डविच आईलैंड का नाम दे दिया था जो बहुत ज़माने तक प्रचलित रहा.  ख़ैर सैन्डविच की परंपरा काफ़ी पुरानी है और यह पहली सदी ईसा पुर्व की बात है जब यहूदी धर्म गुरू हीलेल (बड़े) ने इसे शुरू किया था. दो रोटियों के बीच में सलाद और पत्ते डाल कर मिस्र से यहूदियों के सामूहिक प्रस्थान के समय उन्होंने खाया था.

उसी याद में यहूदी माटजो के साथ कड़वे पत्ते रोटी पर लपेट कर खाते जाते हैं और हिब्रू भाषा में कहते जाते हैं This is a remembrance of Hillel in Temple times. This is what Hillel did when the Temple existed: he used to enwrap the Paschal lamb, the matzo and the bitter herbs and eat them as one.

चाहे यह परंपरा कितनी ही पुरानी या विकसित क्यों ना हो लेकिन सैन्डविच का यह नाम तो जॉन मॉनटागू के ही नाम पर दिया गया है.

आज दुनिया भर में विभिन्न प्रकार के सैन्डविच उपलब्ध हैं जिन में कुछ तो इतने बड़े हैं कि इसके आविष्कार का मक़सद ही ख़तम हो गया क्योंकि अब कहीं कहीं इसे छुरी कांटे से भी खाया जाने लगा है और कई सैन्डविच का आकार या साईज़ इतना बड़ा होता है कि इसे एक हाथ से संभालना ज़रा मुश्किल ही है.

  जब भी नाश्ते में कुछ बनाने की बात आती है तो सबसे पहले सैंडविच का ही नाम दिमाग में आता है। दरअसल, सैंडविच बेहद जल्द बन जाते हैं और यह खाने में भी बेहद डिलिशियस होते हैं, इसलिए इन्हें नाश्ते में एक बेहतरीन विकल्प के रूप में देखा जाता है। यह वैसे तो बेहद लाइट होते  हैं, लेकिन आपको लंबे समय तक फुल रखते हैं। इसलिए, कुछ लोग हल्की भूख लगने पर भी सैंडविच खाना पसंद करते हैं। ब्रेड की मदद से बनने वाले सैंडविच को लोग अक्सर एक ही तरह से बनाना पसंद करते हैं। जिसके कारण उन्हें एक ही तरह के टेस्ट के कारण बोरियत होने लगती है। हो सकता है कि आप भी अपने घर में एक ही तरह से सैंडविच बनाती हों और अब कुछ नया ट्राई करना चाहती हों तो ऐसे में आप सैंडविच को एक नहीं, बल्कि कई अलग-अलग तरीकों से बनाकर देंखे। जी हां, सैंडविच को कई डिफरेंट तरीके से बनाया जा सकता है और हर बार आपको एक डिफरेंट टेस्ट मिलता है। तो चलिए आज हम आपको सैंडविच की डिफरेंट रेसिपीज के बारे में बता रहे हैं, जो यकीनन आपको भी बेहद पसंद आएंगी

1.वेजिटेबल सब

यह एक ऐसा सैंडविच है, जो यकीनन आपके टेस्ट बड को नेक्स्ट लेवल पर ले जाएगा। इसे बनाने के लिए अपनी पसंद की सब्जियां जैसे प्याज, शिमला मिर्च, मशरूम, ब्रोकली या कोई और लें। इन्हें एक पैन में पकाएं और अपने स्वाद के अनुसार मसाले डालें। आप सब्जियों में पनीर भी डाल सकती हैं। अब, एक तवे पर अपना सब बेक करें और उस पर सब्जियां डालें। ऊपर से, आप अपनी पसंद के किसी भी सॉस को एक कर सकती हैं।

2.दही सैंडविच

इस सैंडविच को शाम के नाश्ते में आसानी से बनाया जा सकता है। इस सैंडविच में दही के साथ-साथ कई वेजिटेबल्स को मिलाया जाता है, जिसके कारण इसका स्वाद बेमिसाल होता है। साथ ही यह बेहद हेल्दी भी होता है। इस सैंडविच को बनाने के लिए, आपको आधा कप दही में अपनी पसंदीदा सब्जियों के कुछ टुकड़े जैसे टमाटर, खीरा, शिमला मिर्च, प्याज या अपनी पसंद की किसी भी वेजिटेबल को डालें। इन्हें दही में मिलाएं और स्वादानुसार नमक और काली मिर्च डालें। इस मिश्रण को अपनी ब्रेड में डालकर तवे पर गोल्डन ब्राउन होने तक सेंक लीजिए। बस आपका दही सैंडविच बनकर तैयार है।

3.मसाला पाव सैंडविच

अगर आपको चटपटा खाना काफी पसंद है और इसलिए आपको सैंडविच खाना बोरिंग लगता है तो एक बार मसाला पाव सैंडविच बनाकर देखिए। यकीन मानिए, यह सैंडविच निश्चित रूप से आपका पसंदीदा बन जाएगा। इस सैंडविच को बनाने के लिए आपको अपने सैंडविच को तवे पर ढेर सारे मक्खन के साथ आपको पाव सेंकना होगा और आप इसमें अपने स्वाद के अनुसार लाल मिर्च पाउडर, काली मिर्च और नमक जैसे मसाले डालें। जब आपका पाव तैयार हो जाए, तो एक टिक्की, टमाटर और प्याज का एक टुकड़ा डालें और बस इसका टेस्ट लें।  

4.कॉर्न और चीज़ सैंडविच

कॉर्न और चीज़ की मदद से बना सैंडविच एक ऐसा सैंडविच है, जो बच्चों से लेकर बड़ों तक के मन को भा जाएगा। दरअसल, कॉर्न के साथ चीज़ का कॉम्बिनेशन बेहद ही डिलिशियस टेस्ट देता है। इसे बनाने के लिए आपको उबले हुए कॉर्न और चीज़ की जरूरत होगी। आप अपनी पसंद के किसी भी चीज़ का उपयोग कर सकती हैं। इन दोनों को मिलाकर सैंडविच को ग्रिल कर लें। आपका कॉर्न और चीज़ सैंडविच कुछ ही समय में तैयार हो जाएगा।

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