ब्रह्मचर्य (celibacy) से होने वाले 5 चमत्कारी फायदे

आजकल अधिकतर लोगों को देखो तो मुरझाए हुए रहते हैं, जिंदगी से हारे हुए रहते हैं, कोई ताकत ही नहीं होती ना उनके मन में ना ही उनके तन में ,

जी रहे हैं मगर मानो जैसे घुटन में उनकी जिंदगी ही नहीं होती वे चल तो रहे हैं मगर कोई मंजिल नहीं होती मानो जैसे जिंदगी में कोई खुशी ही नहीं है किसी बात को लेकर उनके अंदर कोई उत्साह भी नहीं दिखाई देता ।

 

बस हमेशा अपने दुख चिंताओं और परेशानियों से घिरे रहते हैं पता नहीं क्या हो गया है मानवता को सब ने जैसे अपनी शक्ति ही खो दी हो

 

कोई बल ही नहीं है ना चरित्र में न मन में और ना ही शरीर में

आजकल के समय में लोगों को सफेद वाल आ जाते हैं उनकी जवानी की उम्र में बुढ़ापे की निशानी आनी शुरू हो जाती है जवान लोग भी थोड़ा काम करते हैं और कहते हैं कि थक गए शरीर में ताकत ही नहीं है छोटी सी उम्र में ही लोगों को बड़ी बड़ी बीमारियां लग जाती हैं ये सारी परेशानियां भी हमारी हैं और इन सारी परेशानियों के जिम्मेदार भी हम

 

इस सब का जो मुख्य कारण है वो यह है कि आज के युग में लोगों के अंदर ब्रह्माचार्य है ही नहीं ब्रम्हचर्य मानव की सबसे बड़ी शक्ति है जो इंसान अपने ब्राह्मण को 1 साल तक संभाल सकता है तो उसकी शक्ति 100 गुना बढ़ जाएगी वह जहां जाएगा तो भीड़ में भी अलग ही नजर आएगा हर इंसान उसकी इज्जत करने पर मजबूर हो जाएगा क्योंकि उसका कॉन्फिडेंस उसका तेज ऐसा होगा

जो इंसान अपने ब्रह्माचार्य को त्याग देता है जो अपना ब्रह्माचार्य संभाल नहीं पाता है वह शरीर से भी और मन से भी दुर्बल हो जाता है

लेकिन जो आजकल का समय चल रहा है जो चीज हम देख रहे हैं जो बातें हम सुन रहे हैं ऐसे समय में अपने ब्रम्हचर्य को

एक साल तक संभालना बहुत बड़ी बात है आजकल तो डॉक्टर भी बड़ी आसानी से बोल देते हैं यह सब तो नॉर्मल है

लेकिन ऐसा नहीं है ब्रह्मचर्य आप को निरोग मन और निरोग शरीर प्रदान कराता है

 

सिर्फ बीमारी का ना होना ही असली स्वास्थ्य नहीं है खुद को शक्ति और ऊर्जा से भरा हुआ महसूस करना भी स्वास्थ्य है

जो इंसान ब्रह्माचार्य का पालन करता है वह आपको कभी मायूस को निराश नहीं दिखाई देगा वह हमेशा ऊर्जा से भरा हुआ ही नजर आएगा चाहे आप इन बातों को माने या ना माने,

आज इस लेख में हम ब्रह्मा चार्य से होने वाले लाभों के बारे में चर्चा करेंगे चले विस्तार से जान लेते हैं कि ब्रह्मचारी से हमारे जीवन में क्या प्रभाव पड़ता है साथ ही साथ हम इसमें एक स्टोरी (कहानी) का भी जिक्र करेंगे

 

दरअसल ब्रह्मचर्य के बहुत से नियम होते है। जिनका पालन करके आप अपनी जिंदगी में बहुत बदलाव महसूस कर सकते है। आजकल के समय में इंटरनेट की वजह से युवाओं की मानसिकता खराब होती जा रही है। हमारी नई पीढ़ी अपनी भारतीय परंपराओं को भुलाकर पश्चिमी सभ्यता की ओर आकर्षित हो रही हैं। इसका खामियाजा भी हमें भुगतना पड़ रहा है क्योंकि इसके चलते युवाओं में मानसिक व शारीरिक दुर्बलता बढ़ने लगी है।

 

ब्रह्मचर्य किसे कहते हैं 

ब्रह्मचर्य दो शब्दो ‘ब्रह्म’ और ‘चर्य’ से मिलकर बना है। ब्रह्म का अर्थ होता है परमात्मा अर्थात ईश्वर व ‘चर्य’ का अर्थ है विचरना, यानी कि पर्मात्मा को विचरना, हमेशा परमात्मा का ध्यान करना। ब्रह्मचर्य का पालन करने वाले व्यक्ति को ब्रह्मचारी कहते हैं। 

 

1 सामाजिक जीवन में लाभ

कहते हैं कि ब्रह्मचर्य का पालन करनेवाले लोगों की सोशल लाइफ ( social life) बहुत अच्छी रहती है। इसका कारण उनका attractive personality और दूसरों के प्रति सहानुभूति (sympathy for others) रखने का भाव है। गुस्सा, जलन और बैर जैसे भाव इनके मन में नहीं होते और ये सभी साथ प्रेम से मिलते हैं। इस कारण इनकी सोशल लाइफ बहुत अच्छी होती है।

 

2 मानसिक स्थिति में लाभ

ब्रह्मचर्य का पालन करनेवाले लोग मानसिक (mentally) रूप से बहुत मजबूत (strong) होते हैं। उन्हें जीवन के उतार-चढ़ाव (circumstances) दिमागी रूप से तोड़ नहीं पाते हैं। इनका मन बलवान होता है और कायरता इनसे कोसों दूर रहती है। निराशा और अवसाद जैसे रोग इन पर जल्दी से असर नहीं डाल पाते।

 

3 शारीरिक सुंदरता में लाभ

ब्रह्मचर्य के पालन से व्यक्ति की शारीरिक सुंदरता बढ़ती है। चाहे वो पुरुष हो या स्त्री दोनों के सौंदर्य में वृद्धि होती है। आपने सुना होगा कि पुराने समय में लोग आज के मुकाबले काफी लंबे चौड़े होते थे। बता दें कि उस समय लोग गृहस्थ जीवन जीते हुए भी ब्रह्मचर्य के नियमों का नियमित (regularly ) पालन करते थे। यही कारण है कि वे इतने ज्यादा सुंदर और बलवान होते थे। आप भी अगर ब्रह्मचर्य के नियमों का पालन करें तो अपने शरीर की सुंदरता और ताकत को बढ़ा सकते हैं।

 

4 प्रोफेशन में होता है लाभ :

किसी भी आम व्यक्ति के मुकाबले एक ब्रह्मचारी के शरीर में ज्यादा उर्जा होती है जो उसे प्रोफेशन लाइफ (professional life) में भी आगे बढ़ने में मदद करती है। इससे उसके परफोर्मेंस( performance) में निखार आता है और व्यक्ति अपनी हाई एनर्जी( high energy)के कारण ज्यादा अच्छा काम कर पाता है। अगर आप भी ऐसी उर्जा को बनाये रखना चाहते हैं तो आज से ही ब्रह्मचर्य का पालन करना शुरू कर दें।

 

5 व्यक्ति की आयु में लाभ

ब्रह्मचर्य का पालन करने वाले रोग मुक्त होते हैं। ब्रह्मचर्य के पालन से ना सिर्फ शारीरिक बल मिलता है, बल्कि इससे व्यक्ति की आयु भी बढ़ती है। क्योंकि ब्रह्मचारी व्यक्ति की रोग-प्रतिरोधक (immunity )क्षमता ज्यादा होती है। जिससे उसको रोग होने की संभावना बहुत कम हो जाती है इसलिए ऐसे लोग लंबी आयु जीते हैं।

स्त्रियों से संबंधी ऐसी कोई भी बात न करें, जो चित्त में आनंद पैदा करती हों और विषय वासना को बढ़ाती हों।

 

ब्रह्मचारी स्त्रियों के अंगों को, उनके हावभावों व कटाक्षों को देखने से परहेज करें।

ब्रह्मचर्य का पालन करने वाले व्यक्ति को रसीली चिकनी चीज जैसे- घी, दूध, दही, तेल, गुड़, मिठाई आदि को छोड़ देना चाहिए। क्योंकि इसके सेवन से विषय वासना को शीघ्र उत्तेजना मिलती है।

ब्रह्मचारी को समय पर भोजन करना चाहिए और भोजन भी ऐसा हो जो धर्म से मिला हो। उसे परिमित भोजन करना चाहिए।

 ब्रह्मचारी को शरीर के श्रृंगार पर जरा भी ध्यान नहीं देना चाहिए। उसे न तो गहने पहनने चाहिए और न शोभा या सजावट के लिए और कोई मान करना चाहिए।

ब्रह्मचारी को शब्द, रूप, गंध, रस और स्पर्श- इन 5 तरह के कामगुणों को हमेशा के लिए छोड़ देना चाहिए।

 

महात्मा और पहलवान की कहानी

मैंने एक कहानी पढ़ी थीं कि एक गांव में एक पहलवान रहता था उसने आसपास के गांव के सभी पहलवानों को हरा दिया था एक दिन वो महात्मा के पास गया और बोला कि आप मुझसे कुश्ती लड़िए महात्मा बोले मैंने हिंसा छोड़ दी है तब वह पहलवान बोला तब आप यह स्वीकार करिए ब्रह्मचार्य बल पहलवान के बल से कमजोर होता है तब महात्मा ने कहा अगर ऐसी बात है तब मैं तुझसे कुश्ती जरूर लूंगागा परमात्मा ने अपना गमछा पानी में भिगोकर उससे कहा लगाओ अपना बल जितना भी है और इसका सारा पानी नीचोड़ कर दिखाओ उसके बाद ही मैं तुमसे कुश्ती लड़ूंगा उस पहलवान ने गमछे को लिया और पूरा बल लगाकर उसका पानी छोड़ कर बोला अब कोई भी इसमें से एक बूंद भी पानी नहीं निकाल सकता महात्मा ने वे गमछा वापस लिया और उसे नीचोड़ा तब उसमें से झर झर कर के झरना सा बहने लगा यह देखकर वह पहलवान उनके कदमों में गिर गया और बोला कि मैं आपसे kushti नहीं लड़ सकता मैं मान गया कि ब्रह्मा चार्य बल पहलवान के बल से ज्यादा होता है लेकिन आज इस युग में यह नहीं लगती है लेकिन यही सच्चाई है

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Comments
Vaibhav Vijay Wankhede - Sep 18, 2021, 7:14 AM - Add Reply

Sir itana traffic kahase lato ho please batao

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