डिप्रेसन से छुटकारा कैसे पाये?

आज कल के युग में हम इतने ज्यादा वयस्त रहते है की अपने लिए कुछ वक्त का भी समय नहीं निकाल  पाते है और इसी कारण हमें तनाव , कमजोरी और डिप्रेसन का शिकार बनते आ रहे है जिससे हमारी  ज़िन्दगी पर बहुत ज्यादा बुरा असर होता है  जिससे उन्हें मन में हमेशा बुरे और अपने आप को कोसते रहते है तो आज मै आपको इस पोस्ट में डिप्रेसन और तनाव को कैसे दूर करते है इसके बारे में विज्ञानिक तरीको से आपको बताऊंगा |

                   डिप्रेसन ,तनाव के लछण क्या है ?

डिप्रेसन एक मानसिक इस्थिति है| जिसमे एक वक्ति लम्बे समय तक ना खुश रहता है | उसके ज़िन्दगी में रूचि ख़त्म होने लगाती है, और अपने काम काज से  दिल भर जाता है | इसकी कोई उम्र नही  है, डिप्रेसन की इस्थिति किसी भी उम्र में हो सकती है, नाही इसका कोई एक कारण हो सकता है | इसका कई मिले जुले कारण है,  उदाहरन के तौर पर बहुत नौजवान ऐसे  होते है जो बचपन से तो पढाई लिखाई में  एक दम ठीक थे लेकिन जब वो बहुत ज्यादा मेहनत करते है और वो किसी महत्पूर्ण परीक्षा में विफल  हो जाते है और उनके अभिभावक  या उनके कोई दोस्त उन्हें चीराते  है,या उन्हें बात बात  पर टोकते है उन्हें ताना मारते है और इसी कारण उनके दिमाग पर बहुत असर  परता  है | उन्हें चिर चिरा पण महसूस होता है, फिर वो नाही किसी से मिलते है और वो नही किसी से बात कर पाते  है | हमेशा गम में डूबे रहते है, उन्हें किसी भी काम में मन नही  लगता है वो सोचते है की मेरी ज़िन्दगी अब बर्बाद हो चूका है लेकिन ऐसा नही  है , सिर्फ एक एग्जाम या लव में फैले होने से आपका ज़िदगी ख़त्म नही  हो जाती  है उन्हें  अपने आप को उबरने की जरूरत होती है | और अगर आप इसमें असमर्थ रहे| तो  ये डिप्रेसन का रूप ले सकता है, ये जानना बहुत मुस्किल रहता है एक इन्सान डिप्रेसन में कब जा सकता है और कई बार तो  ये भी देखा गया है की किसी की ज़िन्दगी में कोई भी दिक्कत नही  है कोई परेशानी नही है फिर भी  उन्हें डिप्रेसन हो जा रहे हैं |

            डिप्रेसन के लछन और इनके इलाज के बारे में 

डिप्रेसन अपने सुरुआती चरण में लोगो को पता भी नही चलता है की उन्हें डिप्रेसन हो गया है इसका सबसे पहला लछन तो ये है निराशा ,उदासी  मैंने पहले ही बताया हूँ जिन लोगो को डिप्रेसन की बीमारी होती है ना वो हमेशा निराश रहते है, वो हमेशा उदास रहते है उन्हें कोई भी चीज़ खुश नही  कर पाती  है थोड़ी देर के लिए निराश होना उदास होना मनुष्य का सवभाव है वो प्रकिर्तिक है लेकिन कोई इंसान अपनी निराशा से अपनी उदासी से बाहर  ही ना आ पाए तो वो एक बीमारी का रूप ले लेती है कोई ख़ुशी की बात  कोई ख़ुशी की चीज़ उन्हें खुश  नही कर पाता है जिन लोगो  को डिप्रेसन होता है उन्हें कोई  काम  में ना पढाई में ना बहार में घुमाने में रूचि ही नही होती है  फिर ऐसे लोग कहते है की ज़िन्दगी में ख़ुशी मिलना ही  ख़त्म ही हो गई है और अब ना हमरे रिश्तो में ख़ुशी मिलती है ना काम में ना पढाई में और नाही घर पर हमें ख़ुशी मिलती है  माना जाता है जिन लोगो  को डिप्रेसन होता है वो खुद को कमजोर और हमेशा थका हुआ महसूस करते है कुछ करने की ताकत ही नही रहती|  ना उसके मन में और ना उसके शरीर  में कभी कभी तो  ऐसा होता है उन्हें भूख लगाना ही बंद हो जाता है फिर उनका वजन घटना  शुरू हो जाता है डिप्रेसन के शिकार लोगो  को कभी कभी नींद ही नही आती है वो घंटो बिस्तर पर लेटे रहते है करवटे  बदलते रहते है लेकिन उन्हें नींद ही नही आती है और नींद आती भी है तो  बार बार नींद टूटती रहती है कभी  चैन की नींद आती ही नही है तो डिप्रेसन के लछन  तो के बारे में जान  लिए अब आपको डिप्रेसन का इलाज भी बताते है |

                       डिप्रेसन का इलाज क्या है 

तो सबसे पहले आप अपनी ज़िन्दगी में कुछ लक्ष्य सेट करे जब भी आप रोज सुबह को उठे तो  वो लक्ष्य आपको ज़िन्दगी जीने का मकसद दे ख़ुशी दे और आप छोटे छोटे लक्ष्य चुने वैसे लक्ष्य चुने जिन्हें आप नियंत्रण कर सके | जिन्हें आप आसानी से  कर सके जो असली हो काल्पनिक ना हो आप उन्ही लक्ष्य को चुने जो आप के लिए आसान हो और ऐसे लक्ष्य को करने से भितर आताम्विश्वास पैदा होता है| जिससे आपके मन की शक्ति बढ़ने लगती है दूसरा तरीका ये है की आप लोगो के  छोटी छोटी कामो में मदद करे जब आप किसी को मदद करते है, तो आपके बारे में लोग काफी अच्छी बाते करेंगे जिससे आपको अपने आप पर ख़ुशी महसूस करोगे आप अपने आप से प्यार करने लगेंगे और तीसरा काम ये करे दिन में कम से कम 30 मिनट वैसे काम  करे जो आपको बहुत पसंद हो जैसे आपको किताब पढना पसंद हो ,नाचना पसंद हो , गाने गाना पसंद हो इससे आपको दो तरह का फायदा होगा पहला ये की आपको अपने मन पसंद काम करने में आनंद आएगा और दूसरा आपको अपने दिमाग को किसी अच्छे काम  में व्यस्त रखेंगे जिससे आपका दिमाग इधर इधर भटकेगा नहीं |

चौथी बात जो बहुत जरूरी है, जो अपने दिमाग को ना बीते  हुए कल में ना दौराए और नाही आने वाला कल में सोच के दौराए बार बार आप इस चीज़ की अभ्यास करते रहे | की आपका दिमाग आपका मन वर्त्तमान में रहे |आप वर्त्तमान से जुड़े रहे आप जितना वर्त्तमान से जुड़े रहेंगे आपका दिमाग उतना स्थिर रहेगा जितना आप अपना दिमाग भूतकाल  में या भविस्य  में दौराएंगे उतना आपका दिमाग अस्थिर हो जाता है इसीलिए ये बहुत जरूरी है की आप अपने मन को वर्तमान में लगाकर रखे पाचवी बात आप रोज व्याम करे और अच्छा भोजन करे जब आप रोज व्याम करते है तो  उससे आपका शरीर ठीक होने लगता है और शरीर ठीक होने से उसका असर आपके मन पर भी आता है आपका मन भी ठीक होने लगता है और साथ में आप अच्छा भोजन खाए आप वो भोजन खाए जो आपके शारीरिक स्वास्थ्य के लिए मानसिक स्वास्थ्य के लिए अच्छा हो जब आपके शरीर को सही मात्रा में पोषक आहार मिलता है, तो उससे आपका शरीर और मन दोनों तंदरूस्त रहते है | छठी बात आप उन लोगो  के साथ रहे जो हमेशा आपको आगे बढ़ने के लिए उत्साहित करते है जो हमेशा आप में कुछ अच्छा देखते है ,जो आपको आगे बढ़ने में साथ दे आपको आगे ले जाये अच्छे कामो में जो आपको पीछे खीचते हो जो आप में कमिया निकलते हो जो आपको बुरा समझते हो |उन लोगो से आप खुद को दूर कर दे और आप उन लोगो  के संग में रहे ,जो आपको बेहतर इन्सान बना दे जो आपको मन को ख़ुशी देते हो | सातवी बात आप अपने सोने का वक्त बना ले जो लोग कभी भी सोते है, कभी भी उठते है उन लोगो को आगे चल कर कोई ना कोई मानसिक बीमारी होई जाती है , मै आपको डरा नाही रहा हूँ |  लेकिन ये एक ऐसी  सच्चाई है, जिसे हमें समझना चाहिए जो लोग रात  को जल्दी सोते है, सुबह को जल्दी उठते है वो शाररिक और मानसिक रूप से  देर से सोनेवाले और देर से उठने वालो के तुलना में ज्यादा स्वस्थ  होते है|  मन से भी और तन्न से भी आपका नींद आपके शरीर और आपके मन पर बहुत गहरा असर परता है|  इसीलिए ये बहुत जरूरी है की आप वक्त से सोये अपने सोने का भी और अपने उठने का भी  और आठवी बात जो बेहत महत्व्पूर्ण है वो ये की आप रोज सुबह जल्दी उठ कर किसी बगीचे या अपने घर के छत पर ध्यान लगाये जिससे आपका दिमाग के अन्दर ताजा हवा प्रवेश करे जिससे आपका दिमाग ताजा और बेहतर होने लगेगा  आप ये सातों बातें आप प्रतिदिन नियमित रूप से इनका पालन करेंगे तो  विश्वास रखना बिना किसी अंग्रेजी दवाइया आप डिप्रेसन से बाहर  आ जायेंगे आप ज्यादा बेहतर और खुशाल ज़िन्दगी जी सकेंगे 

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