टॉप 5 सोशल सोलर इनोवेशन

दैनिक जीवन से संबंधित शीर्ष 5 सोशल सोलर इनोवेशन

सोलर पैनल द्वारा सौर ऊर्जा का विघुत में रूपांतरण।

भारत उष्ण कटिबंधीय क्षेत्र में आता हैं जिससे यहां साल के अधिकांश दिन सूर्य का प्रकाश उपलब्ध होता है जिसके दक्षतम उपयोग से न केवल आप मासिक बचत कर सकते हैं बल्कि यह नवीकरणीय ऊर्जा के सबसे लोकप्रिय प्रकारों में से एक हैं।

सौर ऊर्जा स्वच्छ ऊर्जा हैं तथा पर्यावरण के लिए लाभकारी है क्योंकि यह हानिकारक कार्बन उत्सर्जन को नहीं छोड़ती।https://hi.m.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%B8%E0%A5%8C%E0%A4%B0_%E0%A4%8A%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%9C%E0%A4%BE

पर्यावरण के अनुकूल होने के कारण सोलर पैनल तथा सौर ऊर्जा से चलने वाली अन्य उपकरणों पर सरकार सब्सिडी भी प्रदान करती हैं जिसे आप संबंधित विभाग की वेबसाइट पर देख सकते हैं।

सौर ऊर्जा अर्थात सूर्य के प्रकाश से प्राप्त ऊर्जा हैं के द्वारा कई तरह के इनोवेशन जो हमारी डैली लाइफ में भी उपयोगी है-

1. सोलर वाटर हीटर

सोलर वॉटर हीटर एक ऐसी प्रणाली है जिसमें पानी गर्म करने के लिए सूर्य के प्रकाश से प्राप्त ऊर्जा का उपयोग होता हैं।

सोलर वॉटर हिटर दो प्रकार के होते हैं

1. फ्लैट प्लेट कलेक्टर सोलर वॉटर हीटर(FTC)

2. इवेपरेटेड ट्यूब कलेक्टर सोलर वॉटर हिटर(ETC)

इसमें FTC आपको 75 डिग्री सेंटीग्रेड तक गर्म पानी उपलब्ध कराता हैं तथा ETC 100 डिग्री सेंटीग्रेड तक का गर्म पानी उपलब्ध करा सकता है नॉर्मली आपको नहाने, बर्तन धोने, कपड़े धोने आदि घरेलू कार्यों के लिए ज्यादा से ज्यादा 60 डिग्री टेंपरेचर का पानी लगता हैं।

बहुत से लोगों की शिकायत होती है कि सौर प्रणाली बारिश/ ओवेरकास्ट दिनों में ठीक प्रकार से काम नहीं करता, परंतु यदि ओवेरकास्ट एक-दो दिन से कम हैं उस दौरान यह वातावरण में विसरित विकिरण पर काम करता है तथा लंबी अवधि के ओवेरकास्ट के दौरान इसे मौजूदा बिजली प्रणाली के साथ एकीकृत कर बैकअप के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता हैं।

यह प्रणाली अन्य जल तापन प्रणालियों की तुलना में अधिक कुशल होती है क्योंकी यह सूर्य ताप के 80% विकिरण को गर्मी में परिवर्तित कर देती हैं तथा यह प्रणाली बिजली की आपूर्ति से जुड़ी नहीं होती हैं और यह पानी को गर्म करने और भंडारण टैंक में संचित करने के लिए सौर ऊर्जा का ही उपयोग करती हैं।

2. सोलर लज्जा

स्त्रियों को माहवारी होना एक प्राकृतिक प्रक्रिया हैं तथा नेशनल फैमिली हेल्थ के एक सर्वे के मुताबिक से 58% लड़कियां और महिलाएं माहवारी के वक्त सुरक्षित साधन ( जिसमें सैनिटरी नेपकिन भी शामिल हैं ) इस्तेमाल करती हैं। इसमें बड़ी समस्या पर्यावरण के लिए है जो है- सैनिटरी नैपकिन का सही प्रबंधन

सैनिटरी नैपकिन को बनाने में नॉन बायोडिग्रेडेबल प्लास्टिक का इस्तेमाल होता है जिसके कारण ( मेंस्ट्रुअल हेल्थ एलाइंस इंडिया के अनुसार) एक सैनिटरी नैपकिन को डिस्पोज होने में 500 से 800 साल लगते हैं।

भारत में हर साल 12.3 अरब सैनिटरी नैपकिन पर्यावरण में पहुंचकर इसे प्रदूषित करते हैं, हालांकि आजकल सैनिटरी नैपकिन के सस्टेनेबल विकल्प भी बाजार में उपलब्ध हैं लेकिन जागरूकता की कमी तथा क्रय शक्ति के कारण यह बड़े शहरों तक सीमित हैं।

ऐसे में सैनिटरी नैपकिन के प्रबंधन के लिए मुम्बई की डॉक्टर मधुरिता गुप्ता ने अपने भाई रूपम गुप्ता के साथ मिलकर सेनेटरी नैपकिन डिस्पोजल मशीन बनाई जिसका नाम सोलर लज्जा हैं।

इसकी सबसे खास बात यह है कि बिजली को बजाय सोलर से चलती है जिसका उपयोग दूरदराज तथा आदिवासी इलाकों में भी किया जा सकता हैं। यह मशीन एक दिन में 200 पैड्स को डिस्पोज कर राख में परिवर्तित कर देती हैं तथा यह पैड को डिस्पोज करने में एक मिनट का समय लेती हैं।यह मशीन पैड के अलावा पीपीई किट, मास्क, डायपर्स, सूती कपड़ ,जूट के कपड़ों को भी डिस्पोज कर देती हैं।

इसे घरों तथा सामुदायिक जगह के साथ- साथ प्राइवेट कंपनी, स्कूल- कॉलेज में भी लगाया जा सकता हैं।

STRAIT OF MAGELLAN AWARD FOR SOCIAL INNOVATION 2019 मैं सिंगापुर में आयोजित एंटरप्रेन्योर 3.0 में भी इसे टॉप टेन हेल्थ केयर इनोवेशन में शामिल किया गया था इसके अलावा भी सोलर लज्जा को कई अवार्ड से सम्मानित किया गया हैं।

3. सोलर साइकिल

पेट्रोल डीजल की बढ़ती कीमतों के बीच जहां इलेक्ट्रिक व्हिकल्स को बढ़ावा दिया जा रहा है ऐसे में बड़ोदरा के रहने वाले कक्षा बारहवीं के छात्र नील शाह ने एक साधारण साइकिल को सोलर साइकिल में परिवर्तित किया जो पर्यावरण के लिए गैर प्रदूषणकारी तथा बिल्कुल सुरक्षित हैं।

इस साइकिल की एक विशेषता यह भी है कि इसमें सोलर पैनल लगा हैं जिससे साइकिल की बैटरी चार्ज होती है और इसे चार्ज करने में न तो कार्बन उत्सर्जन होता है न हीं किसी प्रकार का कोई खर्च आता हैं।

साइकिल में 10 वाट की सोलर प्लेट लगाई हैं जिसकी सहायता से साइकिल 10 से 15 किलोमीटर का सफर आराम से तय कर लेती है तो साइकिल के टायर से डायनेमो भी जोड़ा गया है जो सोलर लाइट के बिना भी बैटरी चार्ज कर देता है इस प्रकार यदि रात के समय चार्ज करना हो तो डायनेमो का उपयोग कर सकते हैं।

इसकी मदद से पर्यावरण की सुरक्षा तथा पेट्रोल डीजल पर निर्भरता कम करने जैसी भी संभावनाएं दिखती हैं।

4. सोलर कुकर 

सोलर कुकर का उपकरण जो खाना बनाने के लिए सूर्य की ऊर्जा का उपयोग करता है इसी सौर ओवन भी कहते हैं। इसके उपयोग से कई लाभ है जैसे- रसोई गैस, मिट्टी का तेल, विद्युत ऊर्जा, कोयला अथवा लकड़ी की कोई आवश्यकता नहीं होती। आंध्र प्रदेश के तिरुपति से 125 किलोमीटर दूर स्थित व्सयनिवारपिल्ले गांव पूर्णत: सौर ऊर्जा से भोजन पकाने वाला भारत का पहला गांव हैं।

सोलर कुकर दो तरह के होते हैं-

बॉक्स टाइप और डिश टाइप

अगर घर में कम सदस्य हो तो बॉक्स टाइप सोलर कुकर का इस्तेमाल कर सकते और यदि घर में ज्यादा सदस्य, सामुदायिक कार्यक्रम के लिए डिश टाइप सोलर कुकर का उपयोग कर सकते हैं।

यह प्रदूषण मुक्त व सुरक्षित होता है तथा इसमें बने खाने में पारंपरिक खाना पकाने के साधनों की तुलना में प्रोटीन और विटामिन की मात्रा 20 से 30% अधिक बनी रहती हैं।

इसमें खाना पकाने के लिए सोलर कुकर को खुले में सूर्य के प्रकाश में रख दे तथा भोजन के बर्तन को सोलर कुकर में रख दें, उसमें परावर्तक दर्पण तथा पारदर्शक कांच लगा होता हैं जिससे सूर्य की किरने बर्तन पर लगातार तीव्रता के साथ गिरती है तथा भोजन पक जाता हैं। इस पर समस्त रसोई के प्रकार जैसे उबालना , सेंकना आदि किए जा सकते हैं तथा इसमें दाल, चावल, राजमा, सब्जियां आदि को भी उबाला जा सकता, केक भी बेक किया जा सकता हैं।

यह काम काजी लोगों के लिए काफी कारगर सिद्ध होता है इसे आप घर पर भी बना सकते हैं अन्यथा बाजार से खरीदने पर सरकार द्वारा सोलर कुकर की खरीद पर सब्सिडी योजनाएं भी है जिसकी जानकारी संबंधित विभाग से ली जा सकती हैं।

5. सोलर स्ट्रीट लाइट

यदि आपका गार्डन हैं और आप उसमें लाइट लगवाना चाहते हैं तो सोलर स्ट्रीट लाइट एक अच्छा विकल्प हैं।

सोलर स्ट्रीट लाइट प्रकाश स्रोत हैं जो सूरज के प्रकाश से दिन के समय बैटरी को चार्ज करता है जो रात में प्रकाश उत्सर्जक डायोड ( एलइडी) को रोशनी उत्पन्न करने के लिए पावर देता हैं।

अधिकांश सोलर स्ट्रीट लाइट सौर पैनल वोल्टेज का उपयोग करके बाह्य प्रकाश को महसूस करके अपने आप बंद हो जाती है अर्थात यह रात भर चलती है तथा सुबह बंद हो जाती हैं। यह वन टाइम इन्वेस्टमेंट तथा गैर प्रदूषणकरी हैं।

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Comments
NARAYAN MANDAL - Dec 11, 2021, 5:35 PM - Add Reply

Ok

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Kashish - Dec 16, 2021, 3:26 PM - Add Reply

Jii

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Student Hindi writer UPSC Aspirant Hardworking,no shortcuts in life..