करीना कपूर भारतीय फ़िल्म उद्योग बॉलीवुड की एक मशहूर अभिनेत्री है. अपने अभिनय के द्वारा ये हर किरदार को बड़ी जीवंतता के साथ निभा चुकी है. इन्होने कॉमेडी, रोमांटिक, क्राइम और ड्रामा सभी तरह के किरदार निभाए है. करीना कपूर बॉलीवुड के बड़े परिवार कपूर खानदान में जन्म लेने के बावजूद भी अपनी मेहनत और अभिनय क्षमता की वजह से बॉलीवुड में एक बड़ा मुकाम हासिल कर पाई है. इसके साथ ही इन्होने बहुत सारे अवार्ड भी जीते है. करीना कपूर सिर्फ़ एक अभिनेत्री ही नहीं बल्कि एक डिजायनर और लेखिका भी है. करीना एक बहुत ही बोल्ड हीरोइन है.
करीना कपूर का पारिवारिक जीवन (Kareena Kapoor Family)
पिता का नाम | रणधीर कपूर |
माता का नाम | बबिता कपूर |
दादा जी का नाम | राज कपूर |
नाना जी का नाम | हरी शिवदासानी |
चाचा का नाम | ऋषि कपूर एवं राजीव कपूर |
बहन का नाम | करिश्मा कपूर |
पति का नाम | सैफ अली खान |
बेटे का नाम | तैमूर अली खान पटौदी |
सास का नाम | शर्मीला टैगोर |
ससुर का नाम | मंसूर अली खान |
ननद का नाम | सोहा अली खान एवं सबा अली खान |
हमारी फिल्म इंडस्ट्री में कपूर परिवार को कौन नहीं जानता, और इसी परिवार से करीना संबंध रखती हैं. इनके पिता फ़िल्म अभिनेता है, और इनके दादा जी फ़िल्म अभिनेता के साथ – साथ एक प्रोड्यूसर भी थे. ये अपने माता – पिता परिवार की दूसरी संतान हैं पहली करिश्मा कपूर हैं. उनके नाम के बारे में बताया गया है कि करीना उनका नाम इसलिए रखा गया, क्योंकि उनकी माँ जब गर्भवती थी तब हमेशा एना करेनिना की किताबें पढ़ा करती थी. इसलिए सब ने उनको भी करीना का नाम दे दिया. वो पिता के खानदान की तरफ से पंजाबी और माँ के खानदान की तरफ से सिन्धी और ब्रिटिश खानदान की है. कपूर परिवार हमेशा हिन्दू धर्म को मानता है, इस तरह से करीना कपूर हर धर्म का मिला जुला रूप है.
करीना कपूर का व्यक्तिगत जीवन
इनके इनकी शादी से पहले 2 सहअभिनेताओं के साथ अफेयर रह चुके हैं, उनके नाम शाहिद कपूर एवं हृतिक रोशन हैं. इसके बाद इनका संबंध सैफ अली खान के साथ जुड़ा, और 16 अक्टूबर 2012 को उन्होंने सैफ अली खान से शादी करने के बाद अपने नाम के आगे एक उपनाम जोड़ दिया. अब सभी इनको करीना कपूर खान के नाम से जानते है. सैफ अली खान से शादी करने के बाद उन्होंने शादी की रिसेप्सन पार्टी मुम्बई के ताज होटल में दी थी. उन्होंने अपने से 10 साल बड़े सैफ से शादी की, जो कि पहले से शादी शुदा थे. उनकी पहली बीवी अमृता सिन्हा थी, जिससे उनके दो बच्चे है. उन्होंने अपनी शादी के बाद हिन्दू रीति रिवाज में जो पति के खानदान का उपनाम जुड़ता है, उसे जारी रखा है.
वह बहुत ही चुलबुली स्वभाव की बचपन से ही है. करीना कपूर अपनी फिल्मों की व्यस्तता में भी सामाजिक कार्यों के लिए समय निकाल ही लेती है, वह कई तरह के चैरिटी शो का हिस्सा भी रही है. वह महिलाओं के लिए वीमेन सेफ्टी को बढ़ावा देती है, इसके साथ ही बच्चों की पढाई के लिए भी लोगों को प्रेरित करने का कार्य करती है.
करीना कपूर का फ़िल्मी करियर (Kareena Kapoor filmography)
सन 2000 में ही इनकी फ़िल्म ‘मुझे कुछ कहना है’ आई, जिसमे इनके हीरो तुषार कपूर थे यह फ़िल्म हिट रही. फिर इनकी सुभाष घई द्वारा निर्मित फ़िल्म ‘यादें’ आई, जिसमे इनके हीरो ऋतिक रोशन थे. यह फ़िल्म सफल नहीं हो पाई, फिर अब्बास मस्तान की फ़िल्म ‘अजनबी’ आई उस फ़िल्म में उनके हीरो अक्षय कुमारथे. इसके बाद ‘अशोका’ फ़िल्म आई जिसे सम्राट अशोक के काल्पनिक जीवन पर निर्मित किया गया था. इस फ़िल्म में उनकेहीरो शाहरुख़ खान थे. सन 2001 में, टोरंटो इन्टर नेशनल वेनिस में अशोका फ़िल्म और उसमें उनके अभिनय को सकारात्मक समीक्षा मिली.
सबसे सफल रही उनकी फ़िल्म ‘कभी खुशी कभी गम’ थी, जिसमे उनके किरदार का नाम पूजा था, जिसको लोगों ने खूब पसंद किया. यह फ़िल्म करण जौहर द्वारा बनाई गई थी. इस फ़िल्म में उनके हीरो ऋतिक रोशन थे. इसके अलावा इस फ़िल्म में और भी बड़े बड़े अभिनेता और अभिनेत्री थे जिसमे अमिताभ बच्चन, शाहरुख खान और काजोल भी थे. यह फ़िल्म बहुत हिट रही, इसके साथ ही यह उस समय की भारत में पैसे बनाने वाली दूसरी सबसे बड़ी फ़िल्म बन गई थी. इस फ़िल्म में उनको सहायक अभिनेत्री के लिए बेस्ट अभिनेत्री का अवार्ड मिला. इस फ़िल्म के बाद से उनका नाम सफल अभिनेत्रियों में लिया जाने लगा. जिससे वे सबसे ज्यादा मेहनताना लेने वाली भारतीय फ़िल्म उद्द्योग की अभिनेत्री बन गई थी.
इसके चलते वे अलग – अलग तरह के किरदार में अपने आप के लिए चुनौती लेते हुए, अपनी अभिनय को और निखारने की कोशिश करने में लग गई. सन 2004 में सुधीर मिश्रा के निर्देशन में उनकी एक फ़िल्म आई जिसका नाम था ‘चमेली’. इस फ़िल्म में उन्होंने एक वेश्या का रोल किया था. इस फ़िल्म में उनके हीरो राहुल बोस थे. हालाँकि करीना पहले इस फ़िल्म के लिए तैयार नहीं थी. उन्होंने इसे करने से मना कर दिया था, लेकिन सुधीर मिश्रा के दूसरी बार कहने पर वह इंकार नहीं कर पाई और इस फ़िल्म के लिए हामी भर दी. इस फ़िल्म के किरदार को समझने के लिए उन्होंने कई बार रात में मुम्बई के रेड लाइट एरिया का दौरा किया. वो उनके कपडे पहनने के भाव से लेकर बोलने चलने तक को बड़े ध्यान से देखती थी और उन्होंने अपनी फिल्मों में वहीं करने की कोशिश की. इस फ़िल्म को क्रिटिक्स की भी सकारात्मक समीक्षा मिली. इस फ़िल्म को विशेष जूरी द्वारा 49 वे फ़िल्म फेयर में अवार्ड भी मिला और साथ ही यह भी कहा गया, कि इस फ़िल्म में इनके अभिनय ने सारी अपेक्षाओं को पार कर दिया. यह बहुत ही बेहतरीन फिल्म थी.
इसके बाद करीना कपूर की फ़िल्म ‘युवा’ आई. इस फ़िल्म में उनके सहयोगी कलाकार थे अजय देवगन, अभिषेक बच्चन, विवेक ओबराय, ईशा देओल और रानी मुखर्जी. करीना कपूर ने इस फ़िल्म में मीरा नामक पात्र निभाया, और इसमें उनके साथ उनके को – एक्टर के रूप में विवेक ओबरॉय थे. फिर इसके बाद इनकी फ़िल्म आई ‘देव’, जोकि 2002 में हुए गुजरात के हिन्दू मुस्लिम दंगे पर आधारित थी. इस फ़िल्म में किये गए उनके कार्य को अमिताभ बच्चन, गोविन्द निहलानी के साथ ही फ़िल्म के आलोचकों ने भी बहुत सराहा है. इस फ़िल्म को कई पुरस्कार भी प्राप्त हुए.
करीना ने एक खलनायिका के रूप में फ़िल्म ‘फ़िदा’ में काम किया था. इस फ़िल्म में उनके साथी कलाकार थे सैफ अली खान और शाहिद कपूर तथा इस फ़िल्म में उनके किरदार का नाम नेहा मेहरा था. कुछ आलोचकों ने करीना के अभिनय की तारीफ की. हालाँकि यह फ़िल्म बॉक्स ऑफिस पर कामयाबी नहीं दिखा पाई. इसके बाद ही उनकी और फिल्मे जैसे कि ‘ऐतराज’ और कॉमेडी फ़िल्म ‘हलचल’ आई. यह फ़िल्म प्रियदर्शन ने बनाई थी यह दोनों ही फ़िल्म कामयाब रही. सन 2005 में करीना की फ़िल्म ‘बेवफा’ आई, इस फ़िल्म में करीना के किरदार का नाम अंजलि सहाय था. इस फ़िल्म में इनके सहयोगी कलाकार थे अनील कपूर, सुस्मिता सेन, अक्षय कुमार. इसके बाद ही फ़िल्म ‘क्योंकि’ और ‘दोस्ती: फ्रेंड फॉरएवर’ आई. यह दोनों ही फ़िल्म अच्छी रही, इसके साथ ही ‘क्योंकि’ फ़िल्म में करीना कपूर के अभिनय को सराहना मिली.
सन 2006 में करीना कपूर की तीन फिल्मे आई, एक थी ‘36 चाइना टाउन’ जोकि एक थ्रिलर फ़िल्म थी, जिसमे उनके हीरो शाहिद कपूर थे. फिर उनकी फ़िल्म आई ‘चुप चुप के’ यह एक कॉमेडी फ़िल्म थी. इस फ़िल्म में भी उनके हीरो शाहिद कपूर ही थे. इसके साथ ही इस फ़िल्म में परेश रावल, सुनील शेट्टी और ओम पूरी जैसे भी कलाकार थे, दोनों ही फ़िल्म कुछ खास सफल नहीं हुई. फिर उनकी फ़िल्म आई ‘ओमकारा’, जिसमे शेक्सपियर की ऑथेलो के एक किरदार को दिखाया गया था. यह फ़िल्म विशाल भारद्वाज जोकि एक विश्व स्तर के निदेशक है उनके द्वारा निर्देशित की गई थी. यह फ़िल्म उत्तर प्रदेश की राजनीति को लेकर बनाई गई थी. आलोचकों ने इस फिल्म को खूब सराहा और इस फ़िल्म ने स्क्रीन अवार्ड के पुरस्कार को प्राप्त किया. इस फ़िल्म के लिए कहा गया कि यह शानदार और प्रसंशा करने लायक फ़िल्म है. इस फ़िल्म को करने के बाद करीना ने फिल्मों से कुछ समय के लिए अवकाश ले लिया.
‘द टाइम्स ऑफ़ इण्डिया’ को दिए इंटरव्यू में करीना ने कहा कि शुरूआती दौर में वो फिल्मों को लेकर लालची थी. जो भी फ़िल्म उन्हें मिली वो करती गई, लेकिन अब वो फिल्मे चुन कर करना चाहती है.
करीना कपूर ब्रेक के बाद फिर से फिल्मों में सक्रीय हुई और उनकी फ़िल्म ‘जब वी मेट’ आई, जिसको इम्तियाज़ अली ने निर्देशित किया था. यह एक बहुत ही जाने माने निर्देशक है यह फ़िल्म 2007 में आई थी. इस फ़िल्म में करीना के हीरो शाहिद कपूर थे. इस फ़िल्म में करीना द्वारा अभिनीत किये किरदार को लोगों ने बहुत ज्यादा पसंद किया. इस फ़िल्म में उनके किरदार का नाम गीत था यह एक चुलबुली लड़की थी और शाहिद का किरदार ठीक इसके उल्टा था. वह एक गंभीर व्यक्ति का रोल कर रहे थे. इस फ़िल्म के द्वारा यही दिखाने की कोशिश हुई थी, कि दो विपरीत स्वाभाव के लोग किस तरह से एक दुसरे के प्यार में पड़ जाते है. यह फ़िल्म बॉक्स ऑफिस पर बहुत ही कामयाब हुई कमाई के मामले में भी इस फ़िल्म ने और फिल्मों के मुकाबले बहुत ज्यादा कमाई की. इस फ़िल्म के लिए करीना कपूर को बहुत से अवार्ड भी मिले.
इसके बाद ही उनकी फ़िल्म आई ‘टशन’, जिसमे उनके हीरो सैफ अली खान थे. यह फ़िल्म ज्यादा सफल नहीं रही, लेकिन इसी फ़िल्म के जरिये करीना और सैफ एक दुसरे से मिले थे. उसके बाद करीना की फ़िल्म आई ‘गोलमाल रिटर्न्स’, इस फ़िल्म को रोहित सेट्टी ने निर्देशित किया था. उसी का तीसरा भाग भी आया ‘गोलमाल 3’ जोकि बहुत ही सफल रही. आलोचक ने इसको खूब सराहा. सन 2009 में उनकी फ़िल्म आई ‘कम्बक्ख्त इश्क’, जिसमे उनके सहयोगी कलाकार अक्षय कुमार थे. यह फ़िल्म आलोचकों की नज़र में अच्छी नहीं रही, लेकिन कमाई के मामले में यह फ़िल्म सफल रही. फिर उसके बाद करीना की फ़िल्म आई ‘मैं और मिस्टर खन्ना’, यह बहुत ही ज्यादा फ्लॉप रही, बाद में सैफ अली खान और विवेक ओबराय के साथ आई ‘कुर्बान’. इस फिल्म में करीना कपूर के अभिनय की तारीफे हुई.
उनके द्वारा सबसे ज्यादा चर्चित फ़िल्म ‘3 इडियट्स’ रही. यह फिल्म चेतन भगत द्वारा लिखी गयी किताब ‘फाइव पॉइंट समवन’ पर आधारित थी. इस फ़िल्म ने कमाई के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए थे, इस फ़िल्म में इनके सहयोगी कलाकार थे आमिर खान, आर माधवन, मोना, शर्मन जोशी. इस फ़िल्म में करीना कपूर ने जो किरदार निभाया था उसका नाम पिया था. वह एक डॉक्टर थी. भारत में यह फ़िल्म 2.03 मिलियन की कमाई की थी और अंतराष्ट्रीय स्तर पर इस फ़िल्म ने 1.08 बिलियन की कमाई की. पुरे ओवरसीज मार्केट में यह फ़िल्म दूसरी सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फ़िल्म बन गई थी. सन 2010 में करीना की फिल्म ‘मिलेंगे मिलेंगे’ आई. जो कि असफल फिल्म रही. इसके बाद उन्होंने अर्जुन रामपाल और काजोल के साथ फिल्म की, जिसका नाम वी आर फैमिली था. इस फिल्म में उनके किरदार का नाम श्रेया अरोड़ा था. इस फिल्म को सिद्धार्थ मल्होत्रा ने निर्देशित किया था. इस फिल्म के लिए करीना को बेस्ट सहायक कलाकार के लिए चुना गया था.
सन 2011 में फिर उनकी फिल्म आई बॉडीगार्ड जिसमे उनके हीरो सलमान खान थे, यह फिल्म एक मलयालम फिल्म की रीमेक थी. इस फिल्म को आलोचकों ने उतना सराहा नहीं, लेकिन इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर पैसों का व्यापार खूब किया, फिल्म सफल रही. यह उस साल की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म थी, इस फिल्म ने 1.5 लाख मिलियन डॉलर कमाए. फिर उनकी फिल्म आई ‘रावन’, जिसके हीरो थे शाहरुख़ खान. यह फिल्म भारत में बनाई गयी सबसे महंगी फिल्म थी, इस फिल्म ने अच्छी कमाई की. करीना अपनी हर एक नई फिल्म से सफलता के पथ पर बढ़ती गयी.
करीना कपूर का शादी के बाद का करियर
फिल्मों में सफलता ने उनकी झोली में कई सारी फिल्में डाल दी थी. सन 2012 में उनकी एक फिल्म आई ‘एक मैं और एक तू’. इस फिल्म में करीना के सहयोगी कलाकार इमरान खान थे. यह फिल्म सफल रही. आलोचकों ने भी इस फिल्म को सराहा. इसी साल अक्टूबर में इन्होने सैफ अली खान के साथ विवाह किया. इसके बाद इनकी फिल्म आई ‘एजेंट विनोद’, जिसमे इन्होंने अपने हसबेंड के साथ काम किया. इस फिल्म को श्री मान राघवन ने निर्देशित किया था. करीना ने इसी साल एक और फिल्म की जिसका नाम ‘तलास’ था. इस फिल्म में इनके साथी कलाकार थे आमिर खान और रानी मुखर्जी. इस फिल्म के बारे में यह कहा गया कि यह फिल्म अच्छी होने के साथ ही भावनाओं का अनूठा मिश्रित रूप है. यह फिल्म भी करीना के हिट फिल्मों में शुमार हो गई.
करीना के फिल्मों के कारवां में एक और फिल्म का नाम जुड़ गया वह फिल्म थी ‘सत्याग्रह’ जो कि 2013 में आई थी. इस फिल्म में उनके साथ और भी बड़े कलाकार थे जिनके नाम है- अजय देवगन, अमिताभ बच्चन, मनोज वाजपेयी और अमृता राव. यह फिल्म सामाजिक और राजनितिक कड़ियों पर बनी थी. इस फिल्म में उन्होंने एक पत्रकार का रोल किया था जिसका नाम यास्मीन अहमद था. फिर उनकी फिल्म ‘गोरी तेरे प्यार में’ आई, जोकि बहुत फ्लॉप फिल्म साबित हुई. 2014 में उनकी फिल्म आई ‘सिंघम रिटर्न’, जोकि 2011 की फिल्म ‘सिंघम’ का सिक्वेल था. फिर 2015 में इनकी फिल्म आई ‘बजरंगी भाईजान’. इस फिल्म में इनके हीरो सलमान खान थे. दोनों ही फिल्म सफल रही. बजरंगी भाईजान ने 3.20 अरब डॉलर की कमाई की. यह फिल्म साल की सबसे बेहतरीन फिल्म साबित हुई. इस फिल्म को सबसे ज्यादा चर्चित और मनोरंजक होने के लिए 63वा नेशनल फिल्म अवार्ड प्रदान किया गया.
सन 2015 में ही इन्होंने फिल्म ‘ब्रदर्स’ में भी काम किया, जिसमे इनका किरदार का नाम मैरी था. इसके बाद सन 2016 में इन्होने अर्जुन कपूर के साथ फिल्म ‘की एंड का’ में काम किया था, इस फिल्म में लड़के और लड़की के जीवन को बिलकुल उल्टा दिखाया गया था. यह फिल्म बड़े पर्दे पर सफल रही. इसी साल इन्होने फिल्म ‘उड़ता पंजाब’ भी की. यह फिल्म हिट थी किन्तु इस फिल्म में इसका अभिनय कुछ खास नहीं था. इस साल यानि मई 2018 में इनकी एक फिल्म ‘वीरे दी वेडिंग; आई. यह फिल्म 4 सहेलियों की कहानी पर आधारित थी. इस फिल्म में उनके साथ सोनम कपूर भी थी. यह फिल्म हालाँकि ज्यादा नहीं चल पाई, किन्तु इनके अभिनय को पसंद किया गया. ये लगभग बॉलीवुड के सभी अभिनेताओं की को-एक्ट्रेस रह चुकी हैं.
Super
tq
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