अच्छे कैसे बने? अच्छे बनने के लिए शानदार तरीके

 

आप सभी एक ऐसे लेखक का इंतजार करते हैं जिसमें आपकी जिंदगी के बारे में जिक्र किया हो और आज उसी प्रकार का लेख लेकर मैं उपस्थित हूं-   दुनिया का कौन आदमी नहीं चाहता कि वह एक अच्छा ईमानदार आदमी बने जिससे उसके पीछे हर कोई उसके गुणों का व्याख्यान करे। इसके लिए आपको दूसरों के सामने अपनी बधाई करने की जरूरत नहीं है बल्कि आपको ऐसे अच्छे काम करने हैं की हर कोई आपको अच्छा आदमी माने। जब आप अपने अंदर की बुराइयों को खत्म कर देंगे और अच्छाइयों को अपना लेंगे तो आप समझ जाएंगे कि आप असलियत में एक शानदार व्यक्ति हैं!

इस लेख को पढ़ने के बाद आप अपने अंदर एक शानदार व्यक्ति को महसूस अवश्य ही करेंगे यह मेरा आपसे वादा है... तो बिना देर करते हुए इस लेख को शुरू करते हैं और आपकी जिंदगी को बदलने का काम करते हैं!!

 

पहले जाने की अच्छा इंसान होता क्या है ?

एक अच्छा इंसान बनने से पहले आपको यह जानना होगा कि अच्छा इंसान आखिर होता क्या है?  बहुत से लोग सोचते हैं कि वे दूसरों को नुकसान नहीं पहुंचाते तो वो अच्छे इंसान हैं। ये अच्छा है कि आप किसी को कोई नुक्सान नहीं पहुंचाते लेकिन आप क्या नहीं करते इससे अधिक महत्वपूर्ण है कि दूसरों के लिए क्या करते हो। एक अच्छा इंसान होने का तात्पर्य है कि आप अपनी उतनी मदद करते हो जितनी दूसरों की।

 

सभी के साथ समान व्यवहार

सभी के साथ समान व्यवहार रखें ना तो किसी के साथ अधिक मीठा ना ही किसी के साथ अधिक कड़वा बोले!बहुत से लोग आज के समय में भी भेदभाव या जातिवाद में पड़े हैं। ऐसा बहुत लोग करते हैं जब भी उन्हें कोई अमीर या अच्छे कपडे पहने कोई भी इंसान मिले तो उसे बड़े प्यार और सम्मान से बात करते हैं लेकिन अगर एक गरीब या अपने से छोटा इंसान मिले तो उसे कोई सम्मान नहीं। सारांश यही है कि सभी के साथ समान व्यवहार करें..

 

अगर आपके दिमाग में अमीरी-गरीबी, पद या प्रतिष्ठा, छोटा-बड़ा या ऊंच-नीच जैसे भेदभाव हैं तो आप एक अच्छा इंसान नहीं बन सकते। बहुत से लोग अपने सैलरी या अपने पोजीशन का घमंड करते हैं तो इससे आपकी प्रतिष्ठा में बढ़ाव नहीं बल्कि आप खुद को उसकी नज़रों में एक अच्छा इंसान नहीं पा सकते हैं। इसलिए जाती-धर्म, गोरा-काला, बड़ा-छोटा का घमंड न करके सबके साथ एक सा व्यवहार करें। ये सबसे अच्छा पॉइंट है एक अच्छे आदमी बनाने का। एक अच्छा व्यक्ति बनने के लिए आप इन सभी पॉइंट्स का इस्तेमाल अवश्य करें!

 

दूसरों से अपनी तुलना नहीं करें

जो व्यक्ति अपनी तुलना किसी दूसरे से करता है वह अपनी जिंदगी में कभी एक शानदार व्यक्ति नहीं बन सकता!बहुत से लोग इस बात पर ईर्ष्या करते हैं कि वो मुझसे छोटा है या बड़ा है, और इस बात को लेकर दुखी रहने के साथ-साथ अपने समय और शक्ति को बर्बाद करते हैं। एक अच्छा इंसान हर समय खुश मिजाज होना बहुत जरूरी है जो अपनी तुलना दूसरों से न करे। किसी और के काम, पैसे को लेकर परेशान होने के अच्छा है कि आप अपने काम पर ध्यान दें और दूसरों को भी अपना ज्ञान बाँटते चलें। तो इस बात को समझ ले कि दूसरों से तुलना करना खुद के पैर पर कुल्हाड़ी मारने जैसा है!

 

 

खुद से प्यार करें

 

जब तक आप खुद से प्यार नहीं करेंगे तब तक आप दूसरे से प्यार नहीं कर सकते और यही एक मूल मंत्र है जो कि आपको एक अच्छा इंसान बना सकता है!एक अच्छा इंसान तभी बना जा सकता है जब आप अपने आपको जानें। जब तक आप पाने आप से खुश नहीं होंगे तो आप किसी दूसरे को कैसे खुश कर सकते हैं। आप अपने द्वारा किये गए कार्यों से प्रसन्न नहीं रहेंगे तो आप किसी दूसरे को भी सहायता नहीं कर सकते हैं। इसलिए खुद को खुश रखें और इंसानियत अपने दिल में रखें।

 

दूसरों की सहायता करें

 

जब आप दूसरों की सहायता करेंगे तो दूसरे आपको अवश्य ही अच्छा समझेंगे।आज के समय में अगर आप किसी बेसहारे का थोड़ा भी मदद करते हैं तो आपको बदले में वह दुवाएं देता है। भले ही आपको आपके सामने नहीं देता होगा लेकिन उसकी आत्मा और दिल आपको काफी दुवा देता होगा। वैसे भी दूसरों की मदद कभी भी खली नहीं जाती है हर किसी इंसान को कभी न कभी मदद की जरूरत पड़ती है। परोपकार सर्वोपरि धन है यह हर ग्रन्थ में लिखा हुआ है। जब आप किसी की सहायता करते हैं तो उसका दोगुना फायदा आपको होता है।

 

घमंड ना करें

 

अच्छाई पर सबसे बड़ा कलंक है घमंड यदि आपने यह शब्द कूट-कूट कर भरा है तो यह समझ लीजिए कि आप कभी एक अच्छा इंसान नहीं बन सकते हैं:  सबसे बेहतरीन पॉइंट है कि आप चाहे कितने भी बड़े आदमी हो आपके पास कितना भी पैसा है उसका घमंड कभी नहीं करें। इससे अच्छा है की आप भगवन को धन्यवाद दें की उसने आपको इतना कुछ दिया है। बाहरी दिखावा करने से अच्छा है की आप दान करें या किसी अच्छे काम में पैसे को लगाएं आमदनी और बढ़ेगी।

 

क्रोध और ईर्ष्या नहीं करें

 

क्रोध और ईर्ष्या को तो अपने मन में आने ही ना दें!हर किसी मनुष्य में क्रोध, ईर्ष्या, दया, घमंड होता है लेकिन आप उसपर कितना कण्ट्रोल कर सकते हैं ये आपका दिल और दिमाग की बात है। ज्यादा क्रोध या ज्यादा ईर्ष्या इंसान को कभी खुश नहीं रख सकता है। गुस्सा हर समय कोई न कोई गलत काम करता है जिससे हमारे अपने सम्मान में गिरावट आती है। वहीँ ईर्ष्या/जलन की भावना से इंसान कभी भी आगे नहीं बढ़ पाता है।

 

माफ़ करने की भावना रखें

 

यह भावना वह भावना है जिसके बलबूते पर आप पूरे विश्व को अपनी अंगुलियों पर नचा सकते हैं:बहुत बार देखा जाता है कि किसी व्यक्ति से गलती हो जाती है तो हमारे दिमाग में उसी बात की परेशानी चलती रहती है। अगर वह आपसे माफ़ी मांग रहा है तो आप उसे माफ़ जरूर कर दें अगर नहीं भी मांग रहा तो आप अपने दिमाग से कहिये की मैंने उसे माफ़ कर दिया है इससे आपके दिल और दिमाग का बोझ हल्का हो जायेगा। गलतियां हर किसी से होती हैं इसलिए जो इंसान माफ़ करना सिख गया वो अगले आदमी की नजरों में महान है।

 

सकारात्मक रहें

 

सकारात्मकता वह अमृत है जो कि एक बार सेवन किए जाने के बाद आपको असलियत में महान व्यक्तित्व की पहचान दिलवा सकता है-हर किसी की ज़िन्दगी में दुःख-सुख का पड़ाव जरूर आता है लेकिन एक पॉजिटिव आदमी हमेशा सकारात्मक रहता है और बात भी सकारात्मक ही करता है। नकारांत्मक व्यक्ति खुद तो निगेटिव थॉट्स में घिरा रहता है लेकिन लोगों को भी निगेटिव बना देता है। इसलिए जब भी जैसे भी हो सदा सकारात्मक रहें।

 

रिश्तों को अहमियत दें

 

रिश्तो को अहमियत देना सीखे क्योंकि यही एकमात्र तरीका है जिससे आप दूसरों को हैरान भी और खुश भी कर सकते हैं-एक अच्छा इंसान हर किसी को अहमियत देता है। बहुत से लोग अपने काम में इतने व्यस्त रहते हैं कि वो अपने रिश्तेदारों या अपने घर परिवार, दोस्तों को ज्यादा अहमियत नहीं देते हैं। वैसे इन सब लोगों के साथ आप घुल मिलकर रहेंगे तो आपको कई खुशियां मिलेंगी। एक अच्छा इंसान कभी भी रिश्तों को बिखरने नहीं देता है वह उनका आशीर्वाद लेकर पुण्य कार्यों की सोचता है। तो रिश्तो को तो अवश्य ही महत्व दें क्योंकि यही है वह जो आप को महत्व देते हैं!!

 

यदि आपको यह लेख अच्छा लगा है तो मुझे कृपया लिखकर बताएं और यदि इस लेख में कोई भी गलती मेरे द्वारा हुई है तो उसे भी जरूर मुझसे साझा करें ताकि मैं उसे जल्द से जल्द ठीक कर सकूं और आगे ऐसी गलती करने से बचें।

 





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