क्या आप जानते हैं पानी कब कैसे और कितना पीना चाहिए

दोस्तों हम में से अक्सर लोग पानी को इतना साधारण समझते हैं कि हमें ऐसा लगता है कि हम जब चाहे जैसे चाहे और जितनी मात्रा में चाहे  पानी को पी सकते हैं लेकिन हमारा ऐसा सोचना बिल्कुल गलत है क्योंकि पानी देखने में जितना साधारण लगता है यह हमारे शरीर के सभी अंगों को ठीक तरह से काम करने में और शरीर में बनने वाले जहरीले पदार्थों को बाहर निकालने में उतना ही जरूरी होता है पेट से लेकर त्वचा तक और वजन बढ़ाने से लेकर वजन घटाने तक पानी एक बहुत बड़ा रोल प्ले करता है इसीलिए पानी की सही मात्रा और इसको पीने का सही समय और पानी को किस तरह पीने से क्या-क्या फायदे और क्या-क्या नुकसान होते हैं अगर हमें यह पता ना हो तो फैक्ट्री चाहे जितनी भी अच्छी से अच्छी चीज खा ले उसका सही फायदा शरीर को मिल ही नहीं पाता जिसकी वजह से भविष्य में बहुत सारी  प्रॉब्लम को फेस करना पड़ता है जैसे कि अपाचन और कब्ज गेस  की कमजोरी सुस्ती आना गुर्दे की पथरी और रोग प्रतिरोधक क्षमता का कम होना बार-बार बीमार पड़ना दाद खुजली खाया पिया ना लगना स्किन का बहुत ज्यादा ऑइली या बहुत ज्यादा सूखा होना जोड़ों में दर्द होना शरीर के अनचाहे जगह पर चर्बी का जमना सर दर्द और चक्कर आना वजन बढ़ाने और घटाने में दिक्कत होना और रातों को नींद ना आने जैसी कई बीमारी सिर्फ पानी को गलत तरीके से पीने से होती है

पानी हमारे लिए इतना जरूरी क्यों है

1 दिन में कितना पानी पीना चाहिए

एक बार में कितने गिलास पानी पीना चाहिए

पानी कब पीना चाहिए कब नहीं पीना चाहिए

किस तरह का पानी पीना चाहिए ठंडा गरम या नॉर्मल

 

1  पानी इतना जरूरी क्यों है

हमारे शरीर में लगभग 60 से 70% पानी होता है और हमारे द्वारा किए गए पानी का इस्तेमाल हमारे इंटरनल ऑर्गन जैसे कि किडनी लीवर फेफड़े और पाचन तंत्र को ठीक करने व्हाट्सएप से ज्यादा हमारे शरीर की कोशिकाओं को जिंदा रखने में होता है अब सवाल ये उठता है कि दिन भर में कम से कम और ज्यादा से ज्यादा कितना पानी पिया जाना चाहिए

2  पानी की कमी का पता कैसे लगाएं

दोस्तों शरीर में पानी की कमी होता है पेशाब का रंग पीला हो जाता है पाचन शक्ति कम हो जाती है चेहरे की त्वचा रूखी और बेजान हो जाती है और अगर शुरू में ही पानी पीने के तरीके पर ध्यान ना दिया जाए तो यह लक्षण भविष्य में गंभीर बीमारी का भी रूप ले सकते हैं इसलिए हर दिन एक नियमित मात्रा में पानी का पीना बहुत जरूरी होता है  

3  1 दिन में कितना पानी पीना चाहिए

दोस्तों इसके लिए हमें यह जानना होगा कि पानी के क्या-क्या फायदे हैं पानी में जीरो केलरी होने के बावजूद शरीर को हाइड्रेट करके शरीर के जहरीले पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है त्वचा को साफ रखता है दिमागी ताकत पाचन क्रिया आंख हड्डी और लगभग हमारे शरीर के सभी अंगों को ठीक तरह से काम करने में बहुत मदद करता है इसलिए पानी हमारे लिए इतना जरूरी होता है कि चाहे व्यक्ति खाए बिना रह ले लेकिन पानी पिए बिना नहीं रह सकता क्योंकि पसीना पेशाब और सांस लेने की प्रक्रिया में पानी का इस्तेमाल होता है पिछले लगभग 2 लीटर पानी हमारे शरीर से रोज बाहर निकल जाता है जिसे रिस्टोर करना बहुत जरूरी होता है वैसे तो व्यक्ति को पानी पीने की मात्रा उसके वजन वह जहां रहता है वहां का मौसम पर निर्भर करता है लेकिन एक आम इंसान को दिन भर में 2 से ढाई लीटर पानी जरूर पीना चाहिए जो कि 8 से 12 गिलास के बराबर होता है हालांकि गर्मियों में पसीना ज्यादा निकलता है इसीलिए पानी की मात्रा बढ़ा देनी चाहिए और जो लोग ज्यादा एक्सरसाइज करते हैं उन्हें भी आम लोगों के मुकाबले ज्यादा पानी पीना चाहिए क्योंकि उनके शरीर में पानी की खपत ज्यादा होती है अब सवाल यह उठता है कि पानी को बहुत ज्यादा मात्रा में पी लेने से कोई नुकसान भी हो सकता है हां क्योंकि कोई भी चीज बहुत ज्यादा मात्रा में नुकसान ही देती है क्योंकि ज्यादा मात्रा में पानी पीने से हमारी किडनी का काम बढ़ जाता है और खून में सोडियम की लेबल का कम होने के चांसेस बहुत ज्यादा बढ़ जाते हैं लेकिन ऐसा बहुत ही कम होता है क्योंकि लो अक्षर उतना भी पानी नहीं पी पाते जितना कि लिमिट होती है और ऐसा तब होता है जब व्यक्ति 4 से 5 लीटर पानी पी लेता है

4  एक बार में कितना पानी पीना चाहिए

दोस्तों कुछ लोगों को ऐसा लगता है कि पानी को जब चाहे और जितना चाहिए पिया जा सकता है लेकिन ऐसा सोचना बिल्कुल गलत है क्योंकि एक ही पानी को अलग अलग तरीके से पीने से इसका शरीर पर अलग-अलग तरीके से प्रभाव पड़ता है इसलिए पानी हमेशा बैठ कर और धीरे-धीरे पीना चाहिए जैसे कि पानी को मुंह में इधर-उधर घूम आए और फिर निकले ऐसे करने से हमारे मुंह की लार जो अलकालीन होती है पेट में जाकर पेट की ऐसी ट्रिक प्रॉपर्टीज को शांत करता है इससे के पाचन शक्ति को बढ़ाने में बहुत मदद मिलती है जबकि खड़े होकर जल्दी-जल्दी पानी पीने से हमारी किडनी उसे ठीक तरह से फिल्टर नहीं कर पाती जिससे कि भविष्य में जोड़ों में दर्द होने के चांसेस बहुत ज्यादा बढ़ जाते हैं मैं पानी हमेशा बैठ कर धीरे-धीरे 3 से 4 साल से नहीं पीना चाहिए और एक बार में एक या डेढ़ गिलास या फिर जितने प्यास हो उतना ही पानी पीना चाहिए

5  पानी गर्म ठंडा या नॉर्मल होना चाहिए

दोस्तों कोई भी चीज हम ठंडी या गर्म खाते हैं पीते हैं तो हमारे शरीर पहले उसे गर्म करता है और फिर काम में लेता है पानी के साथ भी ऐसा ही होता है जब हम फ्रिज में रखा ठंडा पानी पी लेते हैं तो वह हमारे पेट में जाकर ताले गर्म होता है और फिर काम में आता है जब तक इस प्रोजेक्ट में बहुत सारी एनर्जी बर्बाद हो जाती है और हमारे शरीर को भी पानी को इस्तेमाल में लाने के लिए तब तक इंतजार करना पड़ता है जब तक कि पानी गर्म नहीं हो जाता साथ ही साथ ठंडा पानी हमारे खाने का बहुत सख्त बना देता है जिससे कि कब्ज होने के चांसेस बहुत ज्यादा बढ़ जाते हैं इसलिए पानी हमेशा नॉर्मल या हल्का गर्म ही पीना चाहिए के क गर्म पानी पीने से हमारा शरीर उस पानी को तुरंत काम में लेता है और हमारे द्वारा खाएगा खाने को भी तोड़ने में हल्का पानी बहुत ज्यादा मदद करता है जिससे पाचन शक्ति बढ़ती है और पेट भी खुलकर साफ होता है

6. पानी कब पीना चाहिए और कब नहीं पीना चाहिए

दोस्तों यह कुछ ऐसी बातें हैं जहां पर व्यक्ति अक्सर गलती करते हैं पानी कब पीना चाहिए इससे ज्यादा यह जानना जरूरी है कि पानी कब नहीं पीना चाहिए इसलिए पहले हम जानते हैं कि पानी हमें कब नहीं पीना चाहिए खाना खाने के बाद वैसे तो खाना खाने से पहले एक या दो घुट पानी पीना बहुत ज्यादा फायदेमंद होता है क्योंकि एक या दो घूंट पानी पीने से सूखी खाने भी बहुत आसानी से नीचे उतरते हैं और हिचकी भी नहीं आती लेकिन यहां एक या दो घूंट से मतलब है कि गला भीगने तक पानी पीना क्योंकि खाने के दौरान दादा पानी या एक गिलास पानी पी लेने से यह हमारे द्वारा खाए गए भोजन को बहुत पतला बना देता है और पाचक रस भी नहीं निकल पाते हैं इसलिए पानी को हमेशा खाना खाने के बाद 43 मिनट से 1 घंटे बाद ही पीना चाहिए

रात को सोने से पहले ही या रात में अचानक नींद खुलने पर पानी पीना बिल्कुल गलत होता है क्योंकि दोस्तों दिन में हमारे लिए पानी पीना जितने फायदेमंद होता है रात में पानी पीना उतने ही नुकसान मंथ भी होता है क्योंकि रात के समय हमारी बॉडी एक्टिव नहीं रहती और पानी का कोई इस्तेमाल नहीं होता जिसके कारण पानी हमारे शरीर में इस्तेमाल हुए बिना ही किडनी में फिल्टर होने के लिए पहुंच जाता है जिससे कि रात में उठकर बार-बार पेशाब करने की भी जरूरत पड़ सकती है इसलिए जितना हो सके दिन के टाइम ही पानी के लिमिट को पूरा करने की कोशिश करें बल्कि रात के समय दूध पीकर सोया क्योंकि दूध में उपस्थित प्रोटीन हमारे शरीर को रात में एनर्जी प्रदान करते हैं और साथ ही 2 बार पानी पीने के बीच 45 मिनट से 1 घंटे का अंतर जरूर होना चाहिए क्योंकि जल्दी-जल्दी पानी पीने से पानी हमारे शरीर में इस्तेमाल हुए बिना ही पेशाब के जरिए बाहर निकल जाता है इसलिए पेशाब करने के बाद 15 से 20 मिनट का अंतर जरूर होना चाहिए इससे हमारी किडनी ठीक रहती है

फल या कच्ची सब्जी खाने के बाद हमें पानी नहीं पीना चाहिए उसी तरह तरबूज संतरा और अनार खाने के बाद भी हमें पानी नहीं पीना चाहिए क्योंकि ऐसा करने से खाई हुई चीज बहुत सख्त हो जाती है और पाचन क्रिया धीमी पड़ जाती है और कुछ लोगों को सर्दी जुकाम भी हो जाता है

 

 

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